जब हम किसी कंपनी का शेयर खरीदते है तो उस कंपनी के आंशिक मालिक भी बन जाते है | इसलिए ये कंपनी की जिम्मेदारी है की वो आपको महत्वपूर्ण जानकारी दे | इसलिए कंपनीयां अपने शेयरहोल्डर को जरूरी सूचनाएं भेजती है | ये सुचना भेजने के लिए शेयरहोल्डर का पता चाहिए | जब हम शेयर खरीदते है तो नए शेयरहोल्डर का पता कंपनीयों तक भेज दिया जाता है , लेकिन अगर अपना पता बदल दिया जाता है तो ये हमारी जिम्मेदारी है की कंपनीयों को नए पते की जानकारी हो |
What is Demat Account | डीमैट अकाउंट क्या है ?
Demat का फुल फॉर्म Dematerrialised है | Demat account का इस्तेमाल स्टॉक मार्केट में अकाउंट और locker के रूप में किया जाता है जहाँ खरीदें गए शेयर्स को जमा किया जाता है | जब हम शेयर्स को खरीदते और बेचते है , तो वो शेयर एक demat account से दुसरे demat account में जमा कर दिए जाते है |
डीमैट खाता भी बैंक खाते की तरह काम करता है | यहां भी बैंक बैलेंस की केवल पासबुक में एंटी कराई जा सकती है , इसे भौतिक रूप में नही रख सकते | इसमें बैंक खाते की तरह डेबिट और क्रेडिट कार्ड नहीं होता है |
Demat Account कैसे काम करता है
जब हम शेयर खरीदते है तो ब्रोकर हमारे demat account में क्रेडिट कर देता है , खरीदे हुए शेयर demat account की होल्डिंग में ऑनलाइन देख सकते है | ब्रोकर शेयरों को T +2 पर क्रेडिट कर देता है जो ट्रेडिंग डे +2 दिन बाद होता है | जब शेयर बेचते है तो अपने ब्रोकर को डिलेवरी निर्देश देने स्टॉक मार्केट के लिए डीमैट अकाउंट है जरूरी होते है , जिसमे बिके हुए स्टॉक का विवरण भरना होता है |
भारत में दो डिपॉजिटरी है –
- नेशनल सिक्योरिटीज लिमिटेड (NSDL )
- सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड (CDSL )
Demat account की जरूरत क्यों पड़ती है ?
सबसे पहले तो ये जान ले की सेविंग स्टॉक मार्केट के लिए डीमैट अकाउंट है जरूरी अकाउंट होने के बावजूद भी हमको डीमैट अकाउंट की जरूरत क्यों है | किसी बैंक में अपना सेविंग अकाउंट होता है उसमे पैसा जमा और निकाल सकते है , सेविंग अकाउंट में केवल पैसे जमा करा सकते है लेकिनं डीमैट अकाउंट में हम शेयर या बांड जमा किये जाते है | डीमैट अकाउंट में शेयर जमा होने से , शेयर की खरीद और ब्रिकी तेजी से कर सकते है | तीस साल पहले जब डीमैट अकाउंट नही होते थे तो शेयर घर पहुचते थे और इस काम को महीनों लग जाते थे | अब शेयर सीधे demat account में 1 दिन में आ जाते है |
demat account दो प्रकार के होते है –
- बेसिक सर्विसेज डीमैट अकाउंट (BSDA ) – यह अकाउंट उन निवेशकों के लिए है जिनके सिक्योरिटी का होल्डिंग मूल्य कुछ लाख रुपयों से अधिक नहीं है | इसलिए , इसका वार्षिक मेंटेनेस शुल्क कम होता है |
Demat account के फायदे
वैसे तो आज-कल demat account के बिना शेयरों की खरीद-बिक्री नहीं होती है | फिर भी इसके फायदे जान लेना अच्छा है |
चोरी होने का डर नहीं
डीमैट अकाउंट आपके शेयरों को डिजिटल फोर्मेट में सुरक्षित रखता है | इसका मतलब ये है कोई आप के शेयरों को कोई चुरा भी सकता है | नकली शेयर के जरिये धोखाधड़ी भी ख़त्म हो गई है |
तेज ट्रांसफर
demat account के जरिए शेयरों की खरीद बिक्री बहुत आसान हो गई है | आज हम शेयर खरीदते है और शाम तक शेयर हमारे demat अकाउंट में आ जाते है | वैसे तो आमतौर पर शेयर तुरंत डीमैट अकाउंट में आ सकते है लेकिन stock exchange की सेटलमेंट प्रकिया का इंतजार किया जाता है | शेयर बाजार बंद होने के करीब आधा घंटे तक stock exchange में सेटलमेंट की प्रकिया चलती है |
मामूली खर्च
शेयरों की फिजिकल ट्रेडिंग में काफी खर्च आता था | नकली शेयरों की प्रिटिंग , हैंडलिंग और भेजने में काफी पैसा खर्च होता था | अब फिजिकल शेयरों के स्टोरेज और लेनदेन से जुड़े सभी खर्च भी ख़त्म हो गए है | हालांकि अभी भी demat account रखने के लिए एक फ़ीस तो देनी ही पड़ती है |
शेयर बाजार की पूरी जानकारी | Share Market in Hindi
Share Market in Hindi ( Share Bazar in Hindi ) – शेयर बाजार क्या हैं? Share Bazar में कैसे पैसा लगाते हैं? Share Market में नुकसान कैसे होता है? शेयर बाज़ार में पैसा लगाने के टिप्स की पूरी जानकारी आपको इस पोस्ट में मिलेगा. अगर आप शेयर मार्केट में पैसा लगाने के बारें में सोच रहे हैं तो इस पोस्ट को जरूर पढ़े.
शेयर बाज़ार एक ऐसा बाज़ार हैं जहाँ Company के शेयर ख़रीदे और बेचें जाते हैं. Share Market को हम Stock Market या Equity Market भी कहते हैं. बहुत पहले शेयरों को खरीदनें और बेचने के लिए मुंहजबानी ही सौदे होते थे लेकिन अब सारी ख़रीद और बिक्री Stock Exchange के नेटवर्क से जुड़े कंप्यूटरों के जरिये होता हैं. इन्टरनेट ने अब इतनी सुविधा दे दी हैं कि आप घर बैठे किसी भी कम्पनी का शेयर ख़रीद सकते हैं जो स्टॉक मार्किट में ट्रेड करता हो.
शेयर बाजार में कैसे निवेश करें | How to invest in Share Market
शेयर बाजार में निवेश करने के लिए आपके पास Demat Account का होना जरूरी हैं. डीमैट अकाउंट क्या होता हैं स्टॉक मार्केट के लिए डीमैट अकाउंट है जरूरी और इसको खुलवाने की पूरी जानकारी इस पोस्ट में दी गयी हैं.
शेयर कैसे खरीदते और बेचते हैं उसकी जानकारी के लिए आप नीचे दिए विडियो में देख सकते हैं.
शेयर मार्केट में नुकसान कैसे होता है?
शेयर बाजार में कुछ ऐसे विकल्प हैं जिनमें पैसा लगाना जुआ खेलने के समान होता हैं. अगर आप यह सोच रहे हैं कि कम समय में शेयर बाज़ार से अच्छा पैसा कमा सकते हैं तो यह आपके लिए थोडा रिस्की हो सकता हैं क्योकि ऐसे लोग ही इस तरह का विकल्प चुनते हैं जिसमे कम समय में लाभ तो दीखता हैं पर हकीकत में वो अपना मूलधन भी खो देते हैं. वो विकल्प कुछ इस प्रकार हैं.
- Intraday | इंट्राडे
- Futures | फ्यूचर्स
- Options | ऑप्शन्स
- Currency | करेंसी
- Commodity | कमोडिटी
इसमें ऐसा लगता हैं कि हम कम समय में अधिक पैसा बना लेंगे पर कुछ दिनों बाद हम अपना सारा पैसा इसमें गवां चुके होते हैं. आप जब भी शेयर बाजार में निवेश करने के लिए सोचे तो इन पाचों विकल्प से बचें क्योकि मैंने बहुत लोगो को इसमें पैसा गवाते हुए देखा हैं. इसमें Broker की मार्जिन या कमाई अधिक होती हैं इसलिए वो आपसे इसमें निवेश करने के लिए कहते हैं.
Demat account KYC : डीमैट खाता धारकों के लिए जरूरी खबर, 1 जुलाई से पहले करा लें KYC नहीं तो फंस जाएगी इंवेस्टमेंट
Demat account KYC : स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट की केवाईसी (KYC) 30 जून तक कराना अनिवार्य है। अगर आप 30 जून तक अपने डीमैट खाते की KYC नहीं कराते हैं तो आपका डीमैट अकाउंट एक जुलाई से डीएक्टिवेट कर दिया जाएगा और इस आपका इंवेस्टमेंट भी फंस सकता है।
Demat account KYC : मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) की तरफ से नए ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट के नियमों में कुछ परिवर्तन किए हैं। अगर आप भी डीमैट खाते के माध्यम से इंवेस्टमेंट करते हैं तो यह खबर आपके लिए हैं। स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग के लिए अब डीमैट अकाउंट की केवाईसी (KYC) कराना जरूरी है। इसके लिए अंतिम तिथि 30 जून निर्धारित की गई है। अगर आप 30 जून तक अपने डीमैट खाते की KYC नहीं कराते हैं तो आपका डीमैट अकाउंट डीएक्टिवेट कर दिया जाएगा और इस आपका इंवेस्टमेंट भी फंस सकता है।
नाबालिग के नाम पर कैसे खुलवाएं डीमैट खाता?
किस फॉर्म को भरना होगा?
माता-पिता को खाता खुलवाने के लिए निर्धारित डीमैट अकाउंट फॉर्म भरना होगा. दो केवार्इसी फॉर्म भी भरने होंगे. इसमें से एक अभिभावक के लिए होगा. जबकि दूसरा नाबालिग के लिए.
किन दस्तावेजों की होगी जरूरत?
अभिभावक को केवार्इसी मानकों को पूरा करके जरूरी दस्तावेजों को जमा करना होगा. इन दस्तावेजों में नाबालिग बच्चे की जन्मतिथि का सबूत अनिवार्य रूप से देना पड़ता है. अभिभावक और नाबालिग का पैन भी जमा करना होता है.
कैसे चलता है खाता?
नाबालिग का खाता माता-पिता चलाते हैं. वे तब तक ऐसा कर सकते हैं जब तक बच्चा बालिग नहीं हो जाता है. नाबालिग के डीमैट खाते से कोर्इ ट्रेडिंग अकाउंट लिंक नहीं किया जा सकता है.
Demat account meaning in Hindi | डीमैट खाता क्या है ?
तो जल्दी करिए और यहा से जानिए free मे कैसे खुलवाए अपना Demat और Trading Account.
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