Share Market Earning: शेयर बाजार से हुई कमाई पर कितना लगता है टैक्स, जानें क्या हैं नियम
शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो सिर्फ ज्यादा से ज्यादा कमाई के बारे में नहीं सोचें. बल्कि इस बात की भी जानकारी हासिल करें कि शेयर बाजार से होने वाली कमाई पर कितना टैक्स देना होता है.
By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 22 Jul 2021 09:41 PM (IST)
Share Market Earning: शेयर बाजार में अगर आपका निवेश का इरादा है तो ऐसा जरूर करें लेकिन उससे पहले शेयर बाजार से जुड़ी सभी जानकारियां हासिल जरूर कर लें. शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो सिर्फ ज्यादा से ज्यादा कमाई के बारे में नहीं सोचें. बल्कि इस बात की भी जानकारी हासिल करें कि शेयर बाजार से होने वाली कमाई पर कितना टैक्स देना होता है. हम आपको बता रहे हैं कि शेयर बाजार से हुई कमाई पर कितना टैक्स लगता है और कैसे.
इंट्रा-डे ट्रेडिंग
- एक ही दिन में शेयर खरीद कर उसी दिन शाम तक बेच देने को इंट्रा-डे ट्रेडिंग कहा जाता है.
- इंट्रा-डे ट्रेडिंग से जो कमाई होती है उसे स्पेक्युलेटिव बिजनेस इनकम कहते हैं.
- फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग से हुई कमाई को नॉन-स्पेक्युलेटिव बिजनेस इनकम कहा जाता है.
कितना देना होगा टैक्स
- इंट्रा-डे और फ्यूचर-ऑप्शन ट्रेडिंग से हुई कमाई पर टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स लगता है.
- 5 लाख रुपये तक की कुल कमाई पर कोई टैक्स नहीं देना होगा.
- इससे ज्यादा की कमाई पर टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स लगेगा.
शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन
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- 1 साल से कम और 1 दिन से अधिक के लिए शेयर खरीदते हैं तो इससे हुए कमाई शॉर्ट टर्म कैपिल गेन कहलाती है.
- शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन पर आपको फ्लैट 15 फीसदी टैक्स देना होता है.
- कुल कमाई 5 लाख रुपये तक होने पर कोई टैक्स नहीं देना होगा.
- इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ेगा कि आप कौन से टैक्स स्लैब में आते हैं.
लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन
- 1 साल से अधिक की अवधि के लिए शेयर खरीदते हैं तो 1 साल बाद उसे बेचने से हुई कमाई लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन कहते हैं.
- लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन पर 1 लाख रुपये तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं लगता है,
- इससे अधिक की कमाई पर फ्लैट 10 फीसदी का टैक्स लगता है. इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस टैक्स स्लैब में आते हैं.
- अगर आपकी कुल कमाई 5 लाख रुपये तक है तो आपको कोई टैक्स नहीं देना है.
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Published at : 22 Jul 2021 09:38 PM (IST) Tags: Share Market Stock Market income tax Tax income हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News इंट्राडे ट्रेडिंग 8 बेस्ट नियम पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
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ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है
ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते है आपके मन मे भी ये सवाल जरूर आया होगा की आखिर स्टॉक मार्केट में कितने प्रकार की ट्रेडिंग होती है. मै आपको बता दू स्टॉक मार्केट में चार प्रकार की ट्रेडिंग होती है intraday trading. Swing trading. Short term trading. Long term trading. ये चार प्रकार की ट्रेडिंग कैसे की जाती है ये हम आज आपको बतायेंगे तो चलीये जानते है.शेअर मार्केट मे ट्रेडिंग कैसे होती है. और कितने प्रकार की होती है.
Intraday trading – इंट्राडे ट्रेडिंग
जब मार्केट 9 बजकर 15 मिनिट में शुरू होता है. और 3 बजकर 30 मिनिट मे बंद होता है. उस टाइम के अंदर आप जो कोई भी शेअर्स खरीद लेते है. या बेज देते है उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है. इंट्राडे ट्रेडिंग 8 बेस्ट नियम यांनी की आपको इसी टाइम के अंदर शेअर्स खरीद लेना है और बेच देना है. अब हम जानते है इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान
इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे
इंट्राडे ट्रेडिंग मे आपको शेअर बाजार के उतार-चढाव के बारे मे पता होना बेहात जरुरी है. इंट्राडे ट्रेडिंग से अगर अच्छे स्टॉक का शेअर्स आप खरीद लेते है तो आप 8000 रुपये per day से भी ज्यादा कमा सकते हो
इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान
इंट्राडे ट्रेडिंग मे जितना फायदा होता है उतना ही रिक्स और loss होता है,इस ट्रेडिंग मे आपको कोई ये नही बताएगा आखिर इंट्राडे मे ट्रेडिंग कैसे करे अगर आपके पास knowledge नही है और आप नये हो तो मेरी ये राय रहेगी आपके लिए ये ट्रेडिंग नही है. क्युकी नये लोग सबसे पहले यही ट्रेडिंग करना शुरू करते है और बाद में उनको असफलता मिलती है अब हम जानते है स्विंग ट्रेडिंग
Swing trading स्विंग ट्रेडिंग
इस ट्रेडिंग मे कोई भी स्टॉक खरीदकर कुछ दिनो मे या कुछ हप्तो के अंदर बेच सकते हो इसे स्विंग ट्रेडिंग कहा जाता है .इसे ट्रेडिंग किंग भी कहा जाता है. ये ट्रेडिंग इंट्राडे की तरह नही है लेकिन इसमे आप अपना टारगेट प्राईस लगाकर loss और profit को आसानी से झेल सकते हो
स्विंग ट्रेडिंग के फायदे
अगर आप नये हो तो सुरुवात मे आपको यही ट्रेडिंग करनी चाहिए तभी आप अच्छा स्टॉक select कर पाओगे और शेअर मार्केट के उतार और चढाव के बारे मे आसानी से और बारीकीसे जान पाओगे
स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान
स्विंग ट्रेडिंग मे अगर आप अच्छे स्टॉक को नही चुन, पाओगे तो आपको लॉस ही होगा क्यूकी इस ट्रेडिंग मे अच्छे स्टॉक को चूनना बेहद जरूरी है ताकी आप ज्यादा दिन तक अच्छे से स्टॉक मे invest कर सके
Short term trading शॉर्ट ट्रम ट्रेडिंग
जब कोई ट्रेडिंग कुछ हप्तो से लेकर कूछ महिनो मे complete होता है.उसे शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कहा जाता है शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग मे एक active trade investment हे आपको इसमे अपने स्टॉक पर नजर रखनी पडती है तभी आप अपने स्टॉक को minimise कर सकते है
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के फायदे
वैसे तो इस ट्रेडिंग मे आप अगर पुरी research के साथ stock स्सिलेक्ट करोगे तो आप अपने लॉस ओर प्रॉफिट को मिनिमाईज कर पावोगे
शॉर्ट ट्रेडिंग के नुकसान
अगर आप किसीके कहने पर या YouTube पर video देखकर किसी स्टॉक को खरीद लेते हो तो आपको पक्का लॉस ही होगा क्युकी आप जिस किसी भी स्टॉक को सिलेक्ट करते हो ऊस कंपनी के fundamentals के बारे मे हि आपको पता नही होता तभी आप लॉस मे जाते हो
Long term trading लॉंग टर्म ट्रेडिंग
अब आप इसके नाम से ही जान गये होंग आखिर लॉंग टर्म ट्रेडिंग क्या है. इस ट्रेडिंग में आप जो कोई स्टॉक एक साल या उससे ज्यादा के लिये खरीद लेते हो उसे लॉंग टर्म ट्रेडिंग कहा जाता है
लॉंग टर्म ट्रेडिंग के नुकसान और फायदे
इसमे अगर आप कोई अच्छा स्टॉक सिलेक्ट नही कर पाओगे तो आपको नुकसान होगा .और रिसर्च करके अगर सिलेक्ट करोगे तो आपको बहुत ज्यादा प्रॉफिट भी हो सकता है
दोस्तो आशा करता हु आपको यह आर्टिकल देहत पसंद आया होगा अगर आपका कोई सवाल है तो आप हमे नीचे comment मे जरूर बताये और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे
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FAQ
ट्रेडिंग कितने प्रकार कि होती है
ट्रेडिंग चार प्रकार की होती है
1, Intraday trading
2, Swing trading
3, Short term trading
4, Long term trading
नमस्ते दोस्तों आपका स्वागत है आपको इस website पर शेयर मार्केट, म्यूचल फंड, शेयर प्राइस टारगेट, इन्वेस्टमेंट,से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी रिसर्च के साथ हिंदी मे दी जाएगी
5 शेयर जो निवेशकों को कर रहे मालामाल, सिर्फ तीन महीने में 1700% से ज्यादा का जोरदार रिटर्न
साल 2022 में लगभग कई स्टॉक्स ऐसे हैं जो मल्टीबैगर शेयरों (Multibagger stock) की लिस्ट में अपनी जगह बनाई हैं। आज हम आपको ऐसे 5 मल्टीबैगर शेयरों के बारे में बता रहे हैं जिसने जबरदस्त रिटर्न दिया है.
Multibagger stocks list: साल 2022 में लगभग कई स्टॉक्स ऐसे हैं जो मल्टीबैगर शेयरों (Multibagger stock) की लिस्ट में अपनी जगह बनाई हैं। खास बात यह है कि कमोडिटी की बढ़ती कीमतों और रूस-यूक्रेन युद्ध पर ग्लोबल मुद्रास्फीति की चिंताओं से तिमाही बुरी तरह प्रभावित हुई थी। बावजूद इन शेयरों ने कमाल का रिटर्न (Stock return) दिया है। आज हम आपको ऐसे 5 मल्टीबैगर शेयरों के बारे में बता रहे हैं जिसने Q4FY22 में अब तक जबरदस्त रिटर्न दिए हैं.
1. Sezal Glass (सेज़ल ग्लास) : इस साल यह मल्टीबैगर स्टॉक ₹25.50 से बढ़कर ₹467.80 प्रत्येक स्तर पर पहुंच गया है। यानी 2022 में लगभग 1735 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। सेज़ल ग्लास के शेयरों ने पिछले एक महीने में भी अपने शेयरधारकों को मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। पिछले एक महीने में यह लगभग ₹175 से बढ़कर ₹467.80 के स्तर पर पहुंच गया। इस अवधि में इसने 165 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। पिछले 6 महीनों में इसने अपने निवेशकों को 3325 फीसदी रिटर्न दिया है।
2. Kaiser Corporation (कैसर कॉर्पोरेशन): इस मल्टीबैगर स्टॉक इस साल अब तक ₹2.92 से बढ़कर ₹54.50 के स्तर पर पहुंच गया है। 2022 में इस शेयर में लगभग 1765 प्रतिशत की वृद्धि हुई। पिछले एक महीने में इसने अपने शेयरधारकों को लगभग 175 फीसदी का रिटर्न दिया है जबकि पिछले 6 महीनों में इसने 12,875 फीसदी की छलांग लगाई है। पिछले एक साल में यह मल्टीबैगर स्टॉक ₹0.38 से ₹54.50 के स्तर तक बढ़ गया है, इस अवधि में लगभग 14,240 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
3. Katare Spinning Mills (कटारे स्पिनिंग मिल्स): यह मल्टीबैगर स्टॉक YTD समय में ₹44.30 से ₹431 के स्तर तक बढ़ गया है। इस दौरान इसने अपने शेयरधारकों को 870 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न दिया है। पिछले एक महीने इंट्राडे ट्रेडिंग 8 बेस्ट नियम में, इसने अपने शेयरधारकों को मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। एक महीने में लगभग ₹195 से बढ़कर ₹431 के स्तर पर पहुंच गया है यानी इस अवधि में इसने लगभग 120 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। हालांकि, पिछले 6 महीनों में इस मल्टीबैगर पेनी स्टॉक ने 2200 फीसदी रिटर्न दिया है।
4. Hemang Resources (हेमांग रिसोर्सेज): बीएसई में सूचीबद्ध यह मल्टीबैगर पेनी स्टॉक वर्तमान में ₹27.65 के अपने 52-सप्ताह के हाई लेवल पर कारोबार कर रहा है। साल-दर-साल में इस मल्टीबैगर पेनी स्टॉक में 785 फीसदी की तेजी आई है, जबकि पिछले एक महीने में इसने अपने शेयरधारकों को लगभग 175 फीसदी का रिटर्न दिया है। पिछले 6 महीनों में इस पेनी स्टॉक ने 670 फीसदी रिटर्न दिया है।
5. Shanti Educational Initiatives (शांति एजुकेशनल इनिशिएटिव्स): इस मल्टीबैगर स्टॉक ने YTD समय में 700 प्रतिशत का आश्चर्यजनक रिटर्न दिया है क्योंकि यह इस अवधि में लगभग ₹100 से ₹800 तक बढ़ गया है। पिछले एक महीने में इसमें करीब 55 फीसदी की तेजी आई है जबकि पिछले 6 महीने में इस मल्टीबैगर स्टॉक में करीब 740 फीसदी की तेजी आई है। यह इंट्राडे ट्रेडिंग 8 बेस्ट नियम 2021 में भी मल्टीबैगर शेयरों में से एक है। पिछले एक साल में इसने अपने शेयरधारकों को करीब 440 फीसदी रिटर्न दिया है।
1 September Rules Change : आज से लागू हो रहे हैं ये नए नियम, आपकी जेब पर डालेंगे असर, तैयार रहें
देश में 1 सितंबर से कई अहम बदलाव (New Rules Changes from 1st September) हो रहे हैं, जो जानना इंट्राडे ट्रेडिंग 8 बेस्ट नियम बेहद जरूरी हैं. इस महीने बैंकिंग और स्टॉक मार्केट सहित कई दूसरे फ्रंट पर भी कुछ बदलाव हो रहे हैं, जिनके बारे में हम आपको बता रहे हैं.
New Rules from September : इस महीने कई पहलुओं पर हो रहे हैं नए बदलाव.
नया महीना शुरू हो चुका है और नए महीने के साथ आते हैं कई नए बदलाव. ऐसे बदलाव भी जो सीधा आपकी जेब पर असर डालते हैं. देश में 1 सितंबर से कई अहम बदलाव (New Rules Changes from 1st September) हो रहे हैं, जो आम उपभोक्ताओं से लेकर वेतनभोगियों के लिए जानना बेहद जरूरी हैं. कारोबारियों के लिए भी जीएसटी रिटर्न (GST Return) समेत कई नियम बदल रहे हैं. इस महीने बैंकिंग और स्टॉक मार्केट सहित कई दूसरे फ्रंट पर भी कुछ बदलाव हो रहे हैं, जिनके बारे में हम आपको बता रहे हैं. सबसे बड़ा बदलाव ये है कि आधार और पीएफ खाते को लिंक होना आज से अनिवार्य हो गया है. अगर आपने अब तक ईपीएफओ पोर्टल पर आधार और पीएफ अकाउंट की लिंकिंग नहीं कराई तो आप अपने पीएफ खाते से रकम नहीं निकाल पाएंगे. आपको कई अन्य सुविधाओं से वंचित होना पड़ सकता है.
LPG सिलेंडर के बढ़ गए दाम
हर माह के अंत में तेल एवं गैस कंपनियां एलपीजी के दामों की समीक्षा करती हैं. जुलाई और अगस्त के महीनों में लगातार 25-25 रुपये की बढ़ोतरी एलपीजी सिलेंडर के दाम में हुई है. कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस की कीमतों में वृद्धि को देखते इंट्राडे ट्रेडिंग 8 बेस्ट नियम हुए उपभोक्ताओं को सितंबर में भी झटका लग चुका है. महीने के पहले दिन से एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में 25 पैसे रुपये प्रति सिलिंडर का इजाफा हो चुका है.
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आधार-यूएएन लिंकिंग अनिवार्य
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने कहा है कि 1 सितंबर से पीएफ की राशि उन्हीं कर्मचारियों के खाते में भेजी जाएगी, जिनका आधार नंबर और पीएफ का यूनीवर्सल अकाउंट नंबर (Universal Account Number) से लिंक हुआ होगा. ईपीएफओ ने कहा है कि यूएएन (UAN) को आधार को लिंक कराना अंशधारकों के लिए अनिवार्य है. अन्यथा पीएफ खाताधारकों को अकाउंट में पीएफ राशि हस्तांतरित होने के अलावा, एडवांस निकालने जैसी कई सुविधाओं से वंचित होना पड़ेगा. ऐसे में न तो कर्मचारियों और ना ही कंपनियों का पीएफ योगदान खाते में जाएगा.
PNB के ग्राहकों को कम मिलेगा ब्याज
पंजाब नेशनल बैंक ने अपने सेविंग्स अकाउंट की ब्याज दरों में कटौती करने की घोषणा की थी, जो आज से लागू हो रही थी. बैंक के पुराने और नए ग्राहकों को अब उनके सेविंग्स अकाउंट पर 2.90% ही ब्याज मिलेगा. पहले यह 3% था.
शेयर बाजार में SEBI का मार्जिन पर नया नियम आज से लागू
सेबी का 100 फीसदी मार्जिन का नियम आज से लागू हो रहा है. इस नियम के तहत स्टॉक ट्रेडर्स को कैश, फ्यूचर एंड ऑप्शन्स और इंट्राडे इंट्राडे ट्रेडिंग 8 बेस्ट नियम ट्रेडिंग पर पूरा मार्जिन देना होगा. मार्जिन घटने पर जुर्माना देना होगा.
जीएसटी आर-1
जिन कारोबारियों ने पिछले दो महीनों में जीएसटीआर-3बी रिटर्न दाखिल नहीं किया है, वे एक सितंबर से बाहर भेजी जाने वाली आपूर्ति का ब्यौरा जीएसटीआर-1 में नहीं भर पायेंगे. केंद्रीय जीएसटी नियमों के तहत नियम-59 (6), एक सितंबर 2021 से अमल में आ जायेगा.यह नियम जीएसटीआर -1 दाखिल करने में प्रतिबंध का प्रावधान करता है.
नए वाहनों के लिए बंपर टू बंपर इंश्योरेंस
देश में 1 सितंबर जो भी नया वाहन बेचा जाएगा, उस पर बंपर टू बंपर इंश्योरेंस (Bumper to Bumper Insurance) अनिवार्य होगा. मद्रास हाईकोर्ट ने इस बाबत एक आदेश पारित किया है. यह ड्राइवर, यात्री और वाहन मालिक का 5 साल का बीमा अनिवार्य होने के अतिरिक्त होगा. इससे वाहन बीमा (Vehicle Insurance) क्षेत्र में बड़ा बदलाव आ सकता है.
SBI ने पैन लिंक किया अनिवार्य
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के ग्राहक (SBI customers) बड़ी राशि के लेनदेन में दिक्कत आ सकती है, अगर वो अपने आधार को पैन से लिंक नहीं कराते हैं. SBI ने अपने ग्राहकों से कहा है कि हाई वैल्यू ट्रांजैक्शन के लिए आधार और पैन को लिंक (Aadhaar PAN Link Last Date) कराना आवश्यक होगा. हालांकि अब इसकी समयसीमा 30 सितंबर तक स्टेट बैंक ने बढ़ा दी है.ऐसे में अगर आप 50 हजार या उससे ज्यादा राशि के लेनदेन एसबीआई खाते से करते हैं तो बिना लिंकिंग के ये संभव नहीं हो पाएगा.
चेक से बड़े लेनदेन पर रखें ये ध्यान
रिजर्व बैंक (RBI) ने बड़ी राशि के चेक के लेनदेन के लिए पॉजिटिव पे सिस्टम (Positive Pay System) सभी बैंकों से लागू करने को कहा है. इसके तहत 50 हजार या उससे अधिक का चेक आप दे रहे हैं तो इसकी जानकारी अपने बैंक को नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग या फिर बैंक शाखा जाकर देनी होगी. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो चेक रिजेक्ट (Cheque Clearance) किया जा सकता है. एसबीआई समेत कई सरकारी बैंकों ने इसके लिए न्यूनतम 50 हजार रुपये की सीमा रखी है. जबकि कई निजी बैंकों में इसके लिए न्यूनतम राशि ज्यादा है. इससे बैंक धोखाधड़ी या गैरकानूनी लेनदेन से बचा जा सकेगा. कई बैंक ये नियम पहले ही लागू कर चुके हैं. एक्सिस बैंक आज से ये नियम लागू कर रहा है.
अब सरकारी अफसर शेयरों में कर सकते हैं ज्यादा निवेश, सरकार ने इजाजत दी
सरकार ने इसके लिए 27 साल पुराने नियमों में बदलाव किया है
नियमों में अब भी यह कहा गया है कि कोई सरकारी कर्मचारी किसी शेयर या दूसरे निवेश में सट्टेबाजी नहीं करेगा
अब सरकार ने इस सीमा को बढ़ाकर छह गुना कर दिया है. सरकारी अफसरों का सैलरी स्ट्रक्चर ध्यान में रख सरकार ने यह फैसला किया है. ग्रुप सी और डी अफसरों के लिए यह सीमा 25,000 रुपये थी.
नए आदेश से ट्रांजेक्शन की यह सीमा बढ़ा दी गई है. इसमें कहा गया है कि एक वित्त वर्ष में शेयर, सिक्योरिटीज, डिबेंचर और म्यूचुअलि फंड में कुल ट्रांजेक्शन सरकारी अफसर की इंट्राडे ट्रेडिंग 8 बेस्ट नियम छह महीने की बेसिक सैलरी से ज्यादा होने पर उन्हें तय अथॉरिटी को इसके बारे में जानकारी देनी होगी.
7वें वेतन आयोग के बद सरकारी कर्मचारियों की सैलरी काफी बढ़ गई है. माना जा रहा है कि सरकार ने इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया होगा. शेयर बाजार में व्यक्तिगत ट्रांजेक्शन दो महीने की बेसिक सैलरी से ज्यादा होने पर अब भी सरकारी अफसर को सालाना आधार पर सरकार को अपने चल और अचल संपत्ति की जानकारी देनी होगी. लेकिन, अगर शेयरों में उनका कुल ट्रांजेक्शन उनकी छह महीने की बेसिक सैलरी से ज्यादा नहीं होता है तो उन्हें अलग से फॉर्म नहीं भरना पड़ेगा.
नियमों में अब भी यह कहा गया है कि कोई सरकारी कर्मचारी इंट्राडे ट्रेडिंग 8 बेस्ट नियम किसी शेयर या दूसरे निवेश में सट्टेबाजी नहीं करेगा. इस तरह की बार-बार की खरीद या बिक्री को सट्टेबाजी माना जाएगा. लेकिन, स्टॉक ब्रोकर या अधिकृत व्यक्ति के जरिए कभी-कभार निवेश की इजाजत होगी.
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