Freddy Twitter Review: कार्तिक आर्यन की ‘फ्रेडी’ OTT पर रिलीज, फिल्म देख पब्लिक ने किया रिव्यू
इस साल की शुरुआत में भूल भुलैया 2 से आपने बॉक्स ऑफिस की रौनक लौटाई। आपकी ये फिल्म ओटीटी पर आ रही है, तो आप सेफ फील कर रहे हैं? बॉक्स ऑफिस का दबाव नहीं है?
-मुझे लगता है, ऐसा नहीं है। ओटीटी पर फिल्मों को लेकर लोगों में एक गलतफहमी है। ओटीटी पर भी लोग काफी सिलेक्टिव हो गए हैं। मुझे लगता है ऐसा है नहीं इसको लेकर थोड़ी सी गलतफहमी भी है क्योंकि ओटीटी पर भी लोग बहुत सलेक्टिव हो गए हैं। फिल्म को लेकर दर्शकों का जकड़े रहना जरूरी है। फिल्म में एक्टर होने के नाते आपका एक प्राइज अटैच होता है। क्या एकत्र को वो प्राइज मिल रही है फिल्म से? क्या निर्माता को वो प्राइज मिल रही है? क्या दर्शकों को उस तरह का मनोरंजन मिल रहा है? तभी वह फायदेमंद हो सकती है। इन सारे पैमानों पर आप तभी खरे उतर सकते हैं, जब फिल्म में वो दम-खम हो। इस दम-खम को नापने तोलने के लिए एक पूरी रिसर्च टीम काम करती है और वो फिल्म की स्ट्रीमिंग से पहले होती है। जिस तरह एक्टर का आकलन उसके आखिरी शुक्रवार से होता है, उसी तरह यहां भी फिल्म की व्यूअरशिप देखी जाती है। यहां आपको सब लोग सिर्फ फ्री में अपको काम देने नहीं बैठे हैं। आपको अपनी रोटी खुद ही कमानी पड़ेगी और उसके लिए कुछ न कुछ आपका टैलेंट होना ही चाहिए तो उसके लिए थोड़ा नर्वसनेस होनी जरूरी होती है। जहां तक मेरी भारतीय व्यापारियों के लिए ईमानदार समीक्षा अपनी बात है, तो मैंने थिएटर और ओटीटी पर एक बैलेंस बना लिया है, क्योंकि ओटीटी पर पहली बार धमाका को मिली प्रतिक्रियाओं से मैं बहुत खुश था और फिर भूल भुलैया को तो दर्शकों ने थिएटरों में भी प्यार दिया।
रवीश कुमार ने कहा ‘द क्विंट गोदी मीडिया है’ और हो गई वामपंथियों में भारतीय व्यापारियों के लिए ईमानदार समीक्षा जूतम पैजार
“रवीश कुमार और द क्विंट के बीच मारामारी”
“द क्विंट को गोदी मीडिया बताने पर जूतम पैजार”
“द क्विंट की फाउंडर ने रवीश कुमार को सिखाया सबक”
“पत्रकार हो तो फैक्ट चेक कर लेते रवीश कुमार”
यह हैडलाइन जो कि अभी आपने देखी हैं वही आज की वामपंथी मीडिया की वास्तविक भारतीय व्यापारियों के लिए ईमानदार समीक्षा तस्वीर है। गौतम अडानी ने NDTV खरीद लिया तो रवीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया लेकिन दुनिया के इकलौते ईमानदार और निष्पक्ष पत्रकार इस्तीफा देने के बाद चुप कहा रहने वाले थे। उन्होंने अपने ही भाई-बंधुओं की कलई खोलनी शुरू कर दी। करण थापर को दिए इंटरव्यू में उन्होंने द क्विंट को बिका हुआ बताया तो द क्विंट की संस्थापक और सीईओ रितु कपूर भी मैदान में हथियार लेकर उतर आईं। दोनों के बीच अब जमकर जूतम पैजार हो रहा है। इस लेख में हम आपको बताएंगें रवीश कुमार (Ravish Kumar) और द क्विंट (the quint) के बीच उस मसालेदार लड़ाई के बारे में, जिसे किसी भी कीमत पर मिस नहीं किया जाना चाहिए।
Ravish Kumar के बयान पर भड़कीं The Quint की सीईओ
दरअसल, हाल ही में बेरोजगार हुए पत्रकार रवीश कुमार (Ravish Kumar) ने दूसरे बेरोजगार साथी पत्रकार अजीत अंजुम को इंटरव्यू देकर अपना दर्द बयां किया था। जिसके बाद अब हाल में ही रवीश पुरानी वामपंथियों विचारधारा से ग्रस्त बेरोजगार पत्रकार करण थापर को इंटरव्यू देने पहुंचे। जहां ईमानदार पत्रकार Ravish Kumar ने कहा कि अगर गौतम अडानी को किसी न्यूज़ चैनल से महान पत्रकारिता करनी थी तो उन्होंने क्विंट (Quint) में भी पैसे लगाए थे, क्विंट ने कौन सी महान पत्रकारिता कर ली? क्या उन्होंने क्विंट के जरिये कुछ नया बताया?
रवीश राजा के इतना कहते ही The Quint की सीईओ रितु कपूर ने रवीश कुमार (Ravish Kumar) को लताड़ लगा दी। रीतू कपूर ने कहा कि अरे रवीश कुमार थोड़ा फेक्ट चैक ही कर लेते, ये नहीं कर पा रहे थे तो गूगल पर सर्च ही कर लेते, पता कर लेते कि द क्विंट की ऑनरशिप किसके पास है। कभी द क्विंट के दुलारे रवीश कुमार अब उसे ही गोदी मीडिया बताने लगे हैं, जिससे दोनों के बीच स्थिति जूतम पैजार वाली हो गई है।
रवीश के लिए अडानी ने NDTV को खरीदा?
रवीश ने अपने इस इंटरव्यू में ये भी कहा कि भारत के सबसे अमीर और दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी ने “जीरो टीआरपी” एंकर को नौकरी से निकालने के लिए NDTV को खरीदा है। आखिर, 3 लोगों की व्यूरशिप वाले एंकर को नौकरी से हटाने के इतना बड़ा व्यापारी इतना बड़ा दांव क्यों लगाएगा? जिनके प्रोग्राम को एक प्रोड्यूसर और दो बार तो स्वयं रवीश कुमार ही देखते हैं। रवीश को अच्छी तरह ज्ञात है कि गौतम अडानी भारत के सबसे अमीर और दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं।
वामपंथियों के दुलारे रवीश कुमार को अभी भी यही भ्रम है कि अडानी ने NDTV इसलिए खरीदा जिससे रवीश को नौकरी से निकाला जा सके, उन्हें बेरोजगार किया जा सका। शायद आपको भी ये बात मनोरंजक ही लगेगी। अगर आप इसका तथ्य खोजने बैठ जाएंगे तो आपको उसमें निराशा हाथ लगेगी। लेकिन जबसे रवीश ने NDTV से इस्तीफा दिया तभी से रवीश वांमपंथियों को एक भ्रम में रखे हुए हैं। रवीश कुमार जोरों शोरों इस बात का प्रचार कर रहे हैं।
पुलिस अधिकारियों भारतीय व्यापारियों के लिए ईमानदार समीक्षा के साथ की समीक्षा बैठक, नगर निकाय चुनाव की तैयारियों को लेकर की समीक्षा
मुजफ्फरनगर। अपर पुलिस महानिदेशक मेरठ जोन राजीव सब्बरवाल ने नगर निकाय चुनाव की तैयारियों को लेकर पुलिस लाइन सभागार कक्ष में समीक्षा बैठक का आयोजन किया। समीक्षा बैठक में पुलिस उप-महानिरीक्षक सुधीर कुमार सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल सहित अन्य पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
अपर पुलिस महानिदेशक मेरठ जोन राजीव सब्बरवाल द्वारा नगर निकाय निर्वाचन को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने को लेकर पुलिस लाईन स्थित सभागार कक्ष में पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा गोष्ठी भारतीय व्यापारियों के लिए ईमानदार समीक्षा का आयोजन कर नगर निकाय निर्वाचन हेतु की जा रही तैयारियों की समीक्षा की गयी। गोष्ठी के दौरान पुलिस उप-महानिरीक्षक सहारनपुर सुधीर कुमार सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल, पुलिस अधीक्षक नगर अर्पित विजयवर्गीय, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अतुल कुमार श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक अपराध प्रशान्त कुमार प्रसाद, पुलिस अधीक्षक यातायात कुलदीप सिह, सहायक पुलिस अधीक्षक नगर आयुष विक्रम सिंह, समस्त क्षेत्राधिकारी सहित अन्य पुलिस अधिकारी/कर्मचारी मौजूद रहे।
दिल्ली शराब घोटाला : कविता ने आरोपों को बताया 'फर्जी भारतीय व्यापारियों के लिए ईमानदार समीक्षा और झूठा'
हैदराबाद। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता ने बुधवार को कहा कि दिल्ली शराब घोटाला मामले में उन पर लगे सभी आरोप 'फर्जी और झूठे' हैं। भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता ने उनके खिलाफ लगे आरोपों को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का 'राजनीतिक प्रतिशोध' करार दिया और दावा किया कि समय उनकी ईमानदारी साबित करेगा।
तेलंगाना विधान परिषद की सदस्य कविता ने कांग्रेस सांसद और तेलंगाना प्रभारी मनिकम टैगोर और भाजपा नेता कोमाटिरेड्डी राजगोपाल रेड्डी के ट्वीट के जवाब में यह बात कही।
कविता ने ट्वीट किया, "मुझ पर लगाए गए आरोप पूरी तरह फर्जी और झूठे हैं। केवल समय ही मेरी ईमानदारी को साबित करेगा। यह भाजपा का राजनीतिक प्रतिशोध है, क्योंकि उन्हें डर है कि उनकी किसान विरोधी और पूंजीवादी समर्थक नीतियों का सीएम केसीआर पर्दाफाश कर रहे हैं।"
वह मणिकम टैगोर के ट्वीट पर प्रतिक्रिया दे रही थीं कि उन्हें कई स्पष्टीकरण देने हैं।
कांग्रेस नेता उन मीडिया रिपोटरें पर प्रतिक्रिया दी रही थ्ी जिनमें कहा गया था कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मामले में अपने आरोप पत्र में दावा किया है कि कविता ने आम आदमी पार्टी (आप) को 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी।
ईडी के अनुसार, साउथ ग्रुप में कविता, अरबिंदो फार्मा के निदेशक शरत चंद्र रेड्डी और वाईएसआर कांग्रेस के सांसद मगुंटा श्रीनिवासुला रेड्डी ने दिल्ली में शराब के कारोबार पर नियंत्रण हासिल करने के लिए अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप को 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी।
दक्षिण भारतीय व्यापारियों के लिए ईमानदार समीक्षा ग्रुप ने कथित तौर पर थोक व्यापार और कई खुदरा क्षेत्र हासिल किए। ईडी ने आरोप लगाया कि कविता की इंडोस्पिरिट में अपने प्रॉक्सी अरुण पिल्लई के माध्यम से मगुन्टा परिवार के साथ 65 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जिसने खुदरा में 14 करोड़ बोतलें बेचकर कम से कम 195 करोड़ रुपये का लाभ कमाया।
कविता ने भाजपा के राजगोपाल रेड्डी के एक अन्य ट्वीट पर भी प्रतिक्रिया दी। बीजेपी नेता ने एक अखबार की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए ट्वीट किया, 'चार्जशीट में 28 बार लिकर क्वीन का नाम आया।'
बीआरएस नेता ने उन्हें जल्दबाजी न करने की सलाह दी। कविता ने हैशटैग के साथ ट्वीट किया, "28 बार नहीं, भले ही मेरे नाम का 28,000 बार उल्लेख किया जाए, झूठ सच नहीं होता।"
11 दिसंबर को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कविता से सात घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी।
दिल्ली शराब नीति घोटाले में कारोबारी अमित अरोड़ा को रिमांड पर लेने के लिए दिल्ली की एक अदालत में ईडी द्वारा दायर रिमांड रिपोर्ट में 30 नवंबर को कविता का नाम सामने आया था।
--आईएएनएस
‘फ्रेडी’ बनने के लिए कार्तिक आर्यन ने बढ़ाया था 14 किलो वजन, बताया कितना मुश्किल था ये किरदार
कार्तिक जब प्यार जुनून में बदल जाता है तो वो एक ऑब्सेशन का भारतीय व्यापारियों के लिए ईमानदार समीक्षा रूप ले लेता है, मैं आपसे जानना चाहती हूं आप किस तरह के प्यार में यकीन करते हैं?
-मेरे लिए बहुत सिंपल है की अगर प्यार है तो बिना शर्त के होना चाहिए। प्यार में कोई दायरे नहीं होने चाहिए और एक रिश्ते में बहुत ईमानदारी और सम्मान होना चाहिए। सामने वाले के लिए इनका मतलब कुछ भी हो सकता है, लेकिन जैसा मेरा मानना है वो ये है कि अगर सामने वाला आपके लिए कुछ कर रहा है तो ये जरूरी नहीं कि आप भी उतना ही नाप तोल कर उसके लिए करें। तो प्यार हमेशा सरल होना चाहिए और सम्मान के बिना तो कोई प्यार नहीं हो सकता।
Kartik Aaryan: हेरा फेरी 3 से नाम जुड़ने पर कार्तिक आर्यन ने किया रिएक्ट, परेश रावल के ट्वीट ने मचाई थी खलबली
इस फिल्म में आपका किरदार काफी कॉम्प्लेक्स्ड है। किरदार की रूह में जाना आपके लिए कितना मुश्किल था?
-काफी कठिन था, क्योंकि ये असल कहानी पर बनी हुई फिल्म है, तो इसमें दिखाया गया है कि वो इस हद तक कैसे पहुंचा ये कहानी है। मैंने पूरी स्क्रिप्ट पढ़ी थी तो मुझे पता था इसके दिमाग में क्या है क्या नहीं है तो मुझे उस हिसाब से खुद को तैयार करना था। उस किरदार के लिए स्क्रिप्ट ही मेरी सोच थी।
फिल्म और उसी सोच के आधार पर फ्रेडी का किरदार बना गया कि फ्रेडी ऐसा करता होगा, ऐसे चलता होगा, शायद फूडी होगा, हंच होगा। एक कछुआ बेस्ट फ्रेंड है जिससे वो बात करता रहता है और उस कछुवे के अलावा उसका और कोई दोस्त ही नहीं है भारतीय व्यापारियों के लिए ईमानदार समीक्षा तो ये भी एक अलग-सी बात है। इस किरदार की सा तो ये सारी चीजें अलग हैं और मेरे लिए भी अलग था इस किरदार को करना, क्योंकि इससे पहले जो किरदार आपको आम जिंदगी में नहीं मिलते हैं, लेकिन ये थोड़ा-सा एक्सट्रीम किरदार है। ऐसे भी किरदार होते हैं लेकिन अमूमन आपको ऐसे लोग नहीं मिलते हैं और आई होप ना मिलें। ये बहुत दुखद है कि ऐसे लोग भी होते हैं। मैं बहुत खुश हूं, जिस तरह से फ्रेडी दिख रहा है। फ्रेडी की एक चाल है, एक नाचने का ढंग है, चीजों को करने का एक तरीका है जो आम लोगों से अलग है थोड़ा सा। वो एक सामान्य डेंटिस्ट नहीं है मैंने डेंटिस्ट की ट्रेनिंग के साथ-साथ इस किरदार के लिए अपना 14 किलो वजन भी बढ़ाया।
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