Stock Market : शेयर बाजार से मुनाफा पाना है तो अमल में लाएं कुछ जरूरी बातें
बाजार की परख, धैर्य की कुंजी के जरिए शेयर मार्केट की तिजोरी से कमाई को पंख लगाए जा सकते हैं. निवेश का तरीका क्या है और कौन सी सावधानियां अपनानी हैं, इसके कुछ मामूली टिप्स जानकार आप लाभ उठा सकते हैं.
By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 03 Jul 2021 10:31 PM (IST)
stock market : शेयर मार्केट में निवेश सिर्फ लाभ बनाना भर नहीं है. इसके लिए आपके पास सही स्टॉक चुनने की समझ भी जरूरी है. शेयर बाजारों में निवेश के साथ जोखिम भी काफी है, लेकिन इसके मुकाबले होने वाले बड़े लाभ नुकसान का असर कम कर देते हैं. दअसल, शेयर बाजार राष्ट्रीय वित्तीय एक्सचेंजों पर लिस्टेँड कंपनी के शेयरों की खरीद-बिक्री है. जब कोई कंपनी सार्वजनिक होती है तो वह अपने शेयर जनता को बिक्री के लिए जारी करती है, इन्हें खरीदने या बेचने वाले स्टॉक कारोबारी कहे जाते हैं. वे बाजार के जानकार होने के साथ यह भी समझते है कि अपने पैसे का सही निवेश कब और कहां करना चाहिए. स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग से पहले पुख्ता प्लानिंग जरूरी है.
निवेश से पहले यह करना जरूरी
सभी पेंडिंग लोन खत्म कर लें: शेयर बाजार में निवेश शुरू करने से पहले एहतियातन आपको अपने सभी हाई इंट्रेस्ट वाले लोन, जैसे पर्सनल, क्रेडिट कार्ड क्लीयरेंस आदि चुकता कर लेने चाहिए. जिससे क्रेडिट लायबिलिटी न हो.
एक्स्ट्रा सेविंग ही इंवेस्ट करें: स्मार्ट निवेश का एक जरूरी नियम है कि मार्केट में आप उसी बजट का
उपयोग करें, जो आपकी एक्स्ट्रा सेविंग है. ऐसी सूरत में आपको स्टॉक खरीदने के लिए कभी भी रकम उधार नहीं लेनी होगी. किसी दूसरी जरूरत के लिए रखा पैसा भी र्मोकेट में लगाना ठीक नहीं.
कुछ रकम बचाकर रखें: एक इमरजेंसी फंड भी मेनटेन करें. इसके लिए कुछ नगदी पूरी तरह अलग रखें. आप शेयर बाजार में सारा पैसा निवेश करते हैं, तो इमरजेंसी की सूरत में खुद को मुसीबत में डाल सकते हैं.
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लक्ष्य तय करना जरूरी
निवेश से पहले तय करिए कि लंबी अवधि के लिए निवेश कर हाई रिटर्न पाना चाहते हैं? या लाभांश के रूप में सिर्फ कमाई के लिए अलग सोर्स. ऐसे निवेश के लक्ष्य आपको समझने में मदद करेंगे कि आपको निवेश कितना और कब तक करना चाहिए. वर्तमान वित्तीय स्थिति देखकर तय करें कि आप एकमुश्त निवेश चाहते हैं या छोटे नियमित मासिक. एक छोटी राशि से शुरुआत करना ही समझदारी है, जिसे समय के साथ आप धीरे-धीरे बढ़ा सकते हैं.
ट्रेडिंग खाता खोलें
शेयर बाजार में निवेश के लिए ब्रोकर रख सकते हैं या ट्रेडिंग खाता बना सकते हैं, जो आपको खुद ऑपरेट करने की छूट देगा. निवेश के लिए एक बजट तय कर लें औ तय करें कि आप दिन के दौरान कारोबार करते समय उसी बजट को उपयोग करें.
खुद की नॉलेज बढ़ाएं
नियमित शेयर बाजार के कामकाज के बारे में पढ़ें, उन कंपनियों की चेकलिस्ट रखें, जिनमें आपकी रुचि है. उनकी परफार्मेंस के लिए स्टॉक चेक करें. समय के साथ जैसे-जैसे आप अधिक से अधिक कारोबार करेंगे, समझ जाएंगे कि अपने लक्ष्य के लिए बेहतर क्या है.
भावुकता नहीं तर्क से समझें
आप शेयर में निवेश शुरू करते हैं तो बेहद खुद दिमाग से फैसले लेने होंगे. यहां चीजें लगातार बदलती हैं. कठिन परिस्थितियों में आपको तर्कशीलता से काम करना चाहिए. कोई भी विशेषज्ञ आपको यही बताएगा कि कारोबार का पहला नियम है आपके दिमाग के साथ कारोबार करना है, न कि दिल के साथ.
जानिए क्या हैं स्टॉक ब्रोकर
यह दो तरह के होते हैं, पहला कम्लीट सर्विस ब्रोकर और दूसरा डिस्काउंट ब्रोकर. कम्लीट सर्विस ब्रोकर पारंपरिक ब्रोकर हैं, जो शेयरों की खरीद-बिक्री, निवेश सलाह, वित्तीय योजना, पोर्टफोलियो मेंटेनेंस, बाजार रिसर्च-एनालिसिस आदि करते हुए अधिक से अधिक सेवाओं की विविधता देते हैं। ये आपकी जरूरत और वित्तीय लक्ष्य के अनुरूप पर्सनल टिप्स देकर निवेश सेवाएं देते हैं. वहीं डिस्काउंट ब्रोकर ऑनलाइन ब्रोकर सबसे अच्छा स्टॉक ब्रोकर ऐप हैं, जो नो-फ्रिल शेयर ब्रोकिंग खातों पर काम करते हैं। वे ग्राहक को पर्सनल सर्विस नहीं देते हैं. वे कम से कम संभव लागत पर जरूरी कारोबार सुविधा देते हैं। डिस्काउंट ब्रोकर चुनकर, आप कम ब्रोकरेज से भी मार्केट देख सकते हैं.
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Published at : 03 Jul 2021 10:31 PM (IST) Tags: Finance Budget Stock Market stock exchange company Return market profit listed amount broker caution buy-sell हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Lifestyle News in Hindi
12वीं पास हैं तो आप बन सकते हैं शेयर बाजार में सब ब्रोकर, होगी खूब कमाई
भारत एक अरब से अधिक लोगों की आबादी का देश है। इसके बाद भी यहां रिटेल पार्टिसिपेशन (Retail Participation) बहुत कम है। इस समय शेयर बाजार (Share Market) सबसे अच्छे निवेश साधनों (Investment) में से एक हैं। वे पारंपरिक निवेश उत्पादों की तुलना में बेहतर रिटर्न देने के लिए जाने जाते हैं। बढ़ते डिजिटाइजेशन (Digitization) और जागरूकता के साथ भारत में शेयर बाजारों में रिटेल पार्टिसिपेशन तेजी से बढ़ रही है। लेकिन अब भी पूरी क्षमता का दोहन नहीं हो सका है। इससे लोगों को सब-ब्रोकर (Sub Broker) के पेशे को अपनाने के पर्याप्त अवसर मिलेंगे।
12वीं पास हैं तो आप बन सकते हैं शेयर बाजार में सब ब्रोकर, होगी खूब कमाई
शैक्षणिक योग्यता
आपकी न्यूनतम योग्यता 10 + 2 या हायर सेकंडरी सर्टिफिकेट होनी चाहिए। हालांकि, कुछ ब्रोकर आपको अपने सब-ब्रोकर के रूप में नियुक्त करने से पहले कम से कम स्नातक की डिग्री पसंद कर सकते हैं। साथ ही वित्तीय बाजारों के बारे में आपको ज्ञान होना चाहिए। कई परीक्षाएं हैं जो आप एक अच्छा ब्रोकर बनने के लिए योग्यता साबित करने के लिए दे सकते हैं। कुछ प्रसिद्ध परीक्षाएं हैं, एनसीएफएम ((NSE certification in Financial Markets),), बीसीएसएम (BSE certification on securities markets), एनआईएसएम कोर्सेस, आदि।
क्या क्या दस्तावेज चाहिए
जब आप और आपके ब्रोकर की योग्यता मिल जाती हैं तो आपको कुछ दस्तावेज जुटाना होगा। इनमें पैन कार्ड, आधार कार्ड और एजुकेशन प्रूफ (जैसे कुछ ब्रोकर 10 + 2 की शैक्षिक योग्यता को अनिवार्य करते हैं) जैसे कुछ आईडी और दस्तावेज देने होंगे। इसके अलावा, आपके निवास और आपके कार्यालय के पते का प्रमाण तस्वीरों के साथ और सीए के रेफरेंस लेटर की आवश्यकता होगी। जांच लें कि क्या इसके अलावा भी कुछ आवश्यक है।
बुद्धिमानी से ब्रोकरेज फर्म चुनें
आपको कभी भी ऐसा कुछ नहीं बेचना चाहिए, जिसे कोई खरीदने को राजी न हो। इस वजह से ब्रोकरेज फर्मों के बारे में गहन रिसर्च करें। निवेशक किसे पसंद कर रहे हैं, जानने की कोशिश करें। आपके ब्रोकर के पास अच्छी ब्रांड इक्विटी और रिकॉल वैल्यू होनी चाहिए। नए ग्राहक हासिल करने में मददगार होगा। आम तौर पर, ग्राहक उन फर्मों को प्राथमिकता देते हैं जिनके पास फ्लैट फी स्ट्रक्चर, वैल्यू-एडेड सर्विसेस होती हैं, और स्पॉट-ऑन सिफारिशों भी देती हैं।
आवश्यकताओं को जांच लें
सब-ब्रोकर बनने की कुछ शर्तें होती हैं जिन्हें आपको पूरा करना होगा। एक सब-ब्रोकर या मास्टर फ्रैंचाइज़ी मालिक के रूप में आपको लगभग 200 वर्ग फुट के ऑफिस स्पेस की आवश्यकता होगी। यह स्पेस आमतौर पर ब्रोकरेज फर्म पर निर्भर करता है, जिसके साथ आप जा रहे हैं। आपको लगभग एक से दो लाख या उससे अधिक रुपए का रिफंडेबल शुल्क भी जमा करना होगा। अंत में अपने ब्रोकर की कमीशन स्ट्रक्चर जांच लें। हालांकि, वर्तमान परिस्थितियों के साथ और वर्क-फ्रॉम-होम विकल्प के साथ, व्यावसायिक स्पेस की आवश्यकता वैकल्पिक हो सकती है
बुनियादी जानकारी दें
शुरुआत में चुने गए ब्रोकिंग फर्म से कॉलबैक (Call back) का अनुरोध करें। फोन पर ही आपके बारे में, पढ़ाई-लिखाई (Education) के बारे में तथा पहले के कामकाज (Job or Profession) के बारे में जानकारी ली जाएगी। इसके साथ ही कुछ बुनियदी सवाल (Basic Questions) भी पूछे जाएंगे। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि आप और आपका ब्रोकर (Broker) दोनों एक-सा सोच रहे हैं।
रजिस्ट्रेशन फी और अकाउंट एक्टिवेशन
अंत में, आपको रजिस्ट्रेशन फी जमा करनी होगी। भुगतान करने के बाद आपको अपने खाते का बिजनेस टैग प्राप्त होगा। आपके ब्रोकर के आधार पर, आप और आपके कर्मचारी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म, कस्टमर सपोर्ट और मार्केटिंग मैकेनिज्म पर ट्रेनिंग और जानकारी प्राप्त करेंगे। इसके बाद आप अपना काम शुरू कर सकते हैं। जब काम शुरू हो जाएगा तो जाहिर है कि भी कमाई भी शुरू हो जाएगी।
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पर्सनल फाइनेंस: शेयर बाजार में ट्रेड करने से पहले सुरक्षा को समझना जरूरी, लालच के अवसर से दूर रहिए, कारोबार करने से पहले इन बातों पर दें ध्यान
शेयर बाजार में कारोबार करना बड़ा आसान लगता है। लेकिन इस आसानी और लगातार ज्यादा रिटर्न पाने की लालच से निवेशकों को नुकसान होता है। अगर आप एक निवेशक के तौर पर कारोबार कर रहे हैं तो आपको अपने पैसों की सुरक्षा और लालच के अवसर से दूर रहने के लिए पहले काम करना होगा।
बेहतर रिटर्न का होता है उद्देश्य
ट्रेडिंग का मुख्य उद्देश्य निवेश पर बेहतर रिटर्न (आरओआई) हासिल करना है। दुर्भाग्य से, कई स्कैमर्स और धोखेबाजों को आसान पैसे के इस लालच में भी मौका दिखाई देता है। निवेशकों को सही तरीकों से धन कमाने की इच्छा करने का पूरा अधिकार है, लेकिन निगेटिव पहलू यह है कि शेयर बाजार में नौसिखिए निवेशकों से धोखाधड़ी करने वाले भी बहुत हैं। ब्रोकिंग हाउस एंजल ब्रोकिंग का कहना है कि निवेशक नीचे दिए गए टिप्स को आजमा कर धोखाधड़ी और नुकसान से बच सकते हैं।
धोखेबाज एडवाइजर्स से दूर रहें
इन दिनों सैकड़ों धोखेबाज एडवाइजर अपने आपको शेयर बाजार विशेषज्ञों के रूप में पेश करते हैं। वे आम तौर पर अलग-अलग ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर काम करते हैं। यदि आप उन्हें नहीं पहचान पाते और यह नहीं जानते तो इसका शिकार होने की संभावना बहुत ज्यादा है।
सेबी में रजिस्टर्ड निवेश सलाहकार का सहारा लें
नौसिखिए निवेशकों के लिए सही नियम यही होना चाहिए कि वे ट्रेडिंग की शुरुआत में सेबी-रजिस्टर्ड निवेश सलाहकारों की सेवा लें। इसमें एक बड़ा जोखिम शामिल है: थर्ड पार्टी के साथ आपके खाते में लॉगिन क्रेडेंशियल साझा करना आपको धोखाधड़ी के लिए असुरक्षित बना सकता है।
थर्ड पार्टी को अधिकार देने से बचें
आपकी ओर से ट्रेड्स को सफल बनाने वाले एक्सपर्ट ट्रेडर की धारणा आसान हो सकती है, लेकिन यह आपके लिए कई समस्याएं भी शुरू कर सकती है। सबसे अच्छा तरीका यह है कि जब तक कि टेक-ड्रिवन ट्रेडिंग सॉल्युशन नहीं है, रेगुलेटरी फ्रेमवर्क के अनुसार फुल कम्प्लायंस में काम करने वाले किसी व्यक्ति की पुष्टि नहीं होती, तब तक किसी थर्ड पार्टी को अपने ओर से ट्रेड करने के अधिकार देने से बचें।
उन साधन का उपयोग नहीं करें, जिन्हें आप समझते नहीं हैं
इसके अलावा, ऐसे टूल्स का उपयोग न करें जिन्हें आप अच्छी तरह से समझ नहीं पाए हैं। इसके अलावा, यदि आप लॉगिन डिटेल्स के कारण किसी नुकसान में हैं, तो आप एग्रीमेंट करनेवाले ब्रोकर या थर्ड पार्टी के खिलाफ शिकायत दर्ज कर सकते हैं। कई फिल्मों में पंप एंड डंप स्कीम का चलन बताया गया है और अब वित्तीय दुनिया इसके लिए कोई नई नहीं है। हालांकि, लालच लोगों को गलत रास्ते पर ले जाता है। छोटे शेयरों में ज्यादा हेरफेर सबसे आसान है।
यह किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा किया जा सकता है, जिसके पास ऑनलाइन ट्रेडिंग खाते तक पहुंचने और निवेशकों के शेयर खरीदने के लिए जोड़-तोड़ करने की आदत हो। मूल रूप से इस स्कीम को समझना होगा।
धोखेबाज क्या करते हैं?
धोखेबाज एक ऐसे शेयर में भारी मात्रा में खरीदारी करते हैं, जो कम वोल्यूम पर ट्रेड करता है। इससे कीमत में भारी उछाल आती है। जब निवेशक शेयर खरीद लेते हैं तो धोखेबाज अपने शेयर बेच देते हैं और स्टॉक को गिरा देते हैं। इससे निवेशकों का पैसा डूब जाता है।
निवेश से सबसे अच्छा स्टॉक ब्रोकर ऐप पहले रिसर्च करें
किसी भी शेयर के बारे में तमाम खबरें आती जाती हैं। यह खबरें कभी-कभी शेयरों की कीमतों को बढ़ाने के लिए या गिरान के लिए जान बूझकर फैलाई जाती हैं। इसलिए ऐसी खबरों के सोर्स को जरूर देखें। यह सुनिश्चित करें कि शेयर खरीदने से पहले आप अपना रिसर्च करें।
ज्यादा रिटर्न पर ध्यान न दें
जब बात निवेश की सबसे अच्छा स्टॉक ब्रोकर ऐप आती है तो सावधानी जरूर रखें। जल्दबाजी, या ज्यादा रिटर्न देनेवाले स्टॉक को न खरीदें। निवेश से पहले जितना हो सके उतना रिसर्च करें। प्रमोशनल न्यूज़लेटर्स, नोटिस और ईमेल की बात आने पर बिजनेस और प्रमोटर्स के बारे में पता करें।
कई स्कैमर्स शॉर्टकोड का उपयोग कर एसएमएस भेजते हैं जो एक प्रतिष्ठित ब्रोकरेज फर्म जैसे नजर आते हैं। इसे ध्यान में रखें। छोटे-छोटे स्टॉक से दूर रहें। उनमें निवेश तभी करें जब आप अपना पैसा खोने की क्षमता रखते हैं।
Groww ऐप में हर महीने या सालाना कितना चार्ज कटता है, अगर ट्रेडिंग करे या न करें?
नमस्कार दोस्त, आज के इस आर्टिकल में Gorww App के चार्ज के बारे में जानेंगे की, Groww ऐप में हर महीने या सबसे अच्छा स्टॉक ब्रोकर ऐप सालाना कितना चार्ज कटता है, यदि हम ट्रेडिंग करे या न करें तो?
यदि आप भी Gorww App Charges In Hindi में जानना चाहते हैं तो आज आप सही जगह पर आए है।
तो सबसे पहले आपकी जानकारी के लिए बता दू की यदि आप यदि आपने Gorww App में अभी तक सिर्फ अकाउंट बनाया है तो उसके लिए कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा।
लेकिन यदि आप Groww App में अकाउंट बनाने के बाद कोई ट्रेडिंग करते है या इन्वेस्टमेंट करते है तो आपको चार्ज देना होगा।
Groww App ने खुद ही कहा है की, हम यूजर से तभी चार्ज लेते है जब यूजर बाजार से कोई खरीदी या बिक्री करता है। जो सबसे अच्छी बात है।
तो आइए अब आगे Gorww App के Charges के बारे में जानते है….
Groww App Cherges in Hindi ( ग्रो एप कितना चार्ज लेता है?)
दोस्तो जब भी आप शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट या ट्रेडिंग के लिए किसी ब्रोकर की मदद से जा रहे है तो वे आप से अलग अलग चार्ज लेते है। वैसे ही ऑनलाइन आज जितने भी ऐप है वो सभी इसी तरह काम करते है और आपसे चार्ज लेते है।
हरेक ब्रोकर आपसे 4 प्रकार के ब्रोकरेज फीस को लेता है, नीचे मैने ब्रोकरेज फीस के बारे में बताया है…
Groww App Account Opening Charges in Hindi
दोस्तो शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट करने के लिए हमे ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत होती है। आप ट्रेडिंग अकाउंट को किसी ब्रोकर के पास खोल सकते है। मार्केट सबसे अच्छा स्टॉक ब्रोकर ऐप में दूसरे जो ऐप है या यू कहे की ब्रोकर है वे अकाउंट ओपनिंग का चार्ज लेते है। कई सारे ब्रोकर अकाउंट ओपनिंग के लिए ₹0-₹500 का चार्ज लेते है। लेकिन यदि आप अपना ट्रेडिंग अकाउंट ग्रो ऐप में ओपन करवाते है तो उसके लिए आपको कोई चार्ज देने की जरूरत नही है। क्योंकि अकाउंट ओपनिंग के लिए groww app कोई चार्ज नहीं लेता है।
Groww App AMC(Annual Maintenance Charge) Charge in Hindi (एनुअल मेंटेनेंस चार्ज)
AMC यानी की Annual Maintenance Charge, आपने ब्रोकर के पास अकाउंट बनाया है तो आपको यह Annual Maintenance Charge देना होता है। कई सारे ब्रोकर है जो ₹300-₹1000 का हर साल या तिहाई को देना होता है। लेकिन Groww App अपने यूजर इन्वेस्टर से AMC(Annual Maintenance Charge) नही लेता है।
ये भी जरूर पढ़े:
Grow App Brokerage Charges के बारे में
दोस्तो जब भी कोई यूजर शेयर खरीदता है या बेचता है तो उस समय पर हरेक ब्रोकरेज एक चार्ज वसूल करता है जिसे Brokerage Charges कहा जाता है। ज्यादातर सभी ब्रोकर इसी चार्ज की वजह से कमाई करते है। जब भी हम कोई शेयर बाजार से खरीदते है या बेचते है तो हमे चार्ज देना होता है। Groww App में आपको हरेक buying या selling पर आपको ₹20 या 0.05% में से जो कम होगा उस चार्ज को देना होता है।
Groww App Brokerage Charges Overview
Account Opening Charge: ₹0
AMC Charge: ₹0
Brokrage Charge: 0.05% or ₹20, (जो सबसे कम होगा)
D.P Charge: ₹13.50+18%GST = ₹15.93
आज आपने क्या जाना: Gorww App Charges Details In Hindi
दोस्तो आज के इस आर्टिकल में आपने Groww App Charges Details In Hindi में जाना की, Groww ऐप में हर महीने या सालाना कितना चार्ज कटता है, अगर ट्रेडिंग करे या न करें?
मुझे उम्मीद है कि आपको यह जानकारी हेल्पफुल लगी होगी, सबसे अच्छा स्टॉक ब्रोकर ऐप यदि आर्टिकल अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तो के साथ शेयर जरूर करे और उन सभी लोगो के साथ यह आर्टिकल शेयर करे जो शेयर मार्केट में इंटरेस्टेड है।
जेरोधा बनी देश की सबसे बड़ी ब्रोकरेज फर्म, दूसरे नबंर पर कौन?
zerodha के ग्राहकों की संख्या 8 लाख से ज्यादा हो गई है
दुनिया भर में कम कमीशन वाले मॉडल के चलते डिस्काउंट ब्रोकरेज फर्म ट्रेडर्स के बीच बहुत लोकप्रिय रही हैं
कोटक सिक्योरिटीज, मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज, कार्वी स्टॉक ब्रोकिंग और आईआईएफएल भी बड़ी ब्रोकिंग कंपनियों में शामिल हैं. इनके ग्राहकों की संख्या 2.32 से 4.96 लाख के बीच है. अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले पांच साल में जेरोधा के ग्राहकों की सालाना ग्रोथ रेट 200 से 300 फीसदी रही है.
जेरोधा के मॉडल पर काम करने वाली ब्रोकरेज फर्मों को डिस्काउंट ब्रोकरेज कहा जाता है. इस मॉडल पर काम करने वाली दूसरी कंपनियों की ग्रोथ भी काफी तेज रही है. इनमें अपस्टॉक्स (पहले आरकेएसवी), सैम्को और एसएएस ऑनलाइन शामिल हैं. इन ब्रोकरेज फर्मों के ग्राहकों की संख्या में भी पिछले सबसे अच्छा स्टॉक ब्रोकर ऐप दो साल में दो से तीन गुनी वृद्धि हुई है.
ऐसी ब्रोकरेज फर्मों को डिस्काउंट ब्रोकरेज कहते हैं, जो पुराने ब्रोकरेज फर्मों के मुकाबले ग्राहकों से बहुत कम कमीशन लेती सबसे अच्छा स्टॉक ब्रोकर ऐप है. ये सिर्फ ऑनलाइन ट्रेडिंग फैसिलिटी देती है. ये रिसर्च सपोर्ट या वित्तीय सलाह नहीं देती हैं.
दुनिया भर में कम कमीशन वाले मॉडल के चलते डिस्काउंट ब्रोकरेज फर्म ट्रेडर्स के बीच बहुत लोकप्रिय रही हैं. निवेशकों के बीच में इतनी लोकप्रियता इतनी नहीं रही है. जेरोधा टेक्नोलॉजी आधारित स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी है. इसकी शुरुआत 2010 में हुई थी. नितिन कामत और निखिल कामत ने इसकी स्थापना की थी. दोनों भाई हैं. जेरोधा देश की पहली डिस्काउंट ब्रोकरेज फर्म है. इसकी शुरुआत से देश की ब्रोकिंग इंडस्ट्री का परिदृश्य काफी बदला है.
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