Category: stock market
Make money with Demand and Supply trading Hindi 2022
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Bullish candlestick pattern को समझकर पैसे कमायें
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Moving Average से ट्रेडिंग करके पैसे कमायें
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how to make money with breakout trading in hindi book review
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September effect क्या होता है
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Hammer Candlestick से कैसे ट्रेड करें in 2022
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Swing trading in Hindi | Swing trading क्या होता है
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Make money by breakout trading in hindi ब्रेकआउट ट्रेडिंग क्या होता है 2022
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Types of trading in the share market Hindi
types of trading in share market
शेयर बाजार में trading क्या है? शेयर बाजार में trading के कितने प्रकार हैं, शेयर बाजार में ट्रेडिंग के क्या लाभ हैं, शेयर बाजार में ट्रेडिंग के क्या नुकसान हैं, शेयर बाजार में ट्रेडिंग किसे करना चाहिए, शेयर बाजार में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए कितने धन की अवश्यकता होती है। शेयर बाजार में पैसा… Continue reading Types of trading in the share market Hindi
What is Chart in Stock Market?
विभिन्न समय सीमा पर चार्टिंग (Charting on different time frames)
तकनीकी व्यापारी मूल्य चार्ट (Chart Pattern) का विश्लेषण करते हैं ताकि मूल्य आंदोलन की भविष्यवाणी करने का प्रयास किया जा सके। तकनीकी विश्लेषण के लिए दो प्राथमिक चर माना जाता है समय सीमा और विशेष तकनीकी संकेतक जो एक व्यापारी उपयोग करना चुनता है।
चार्ट (Chart Pattern) पर दिखाए गए तकनीकी विश्लेषण समय सीमा एक मिनट से लेकर मासिक, या यहां तक कि वार्षिक, समय अवधि तक होती है। तकनीकी विश्लेषक जिन लोकप्रिय समय-सीमाओं की अक्सर जांच करते हैं उनमें निचे दिए हुवे प्रकार शामिल हैं:
5 मिनट का चार्ट (5 Min Chart)
15 मिनट का चार्ट (15 Min Chart)
प्रति घंटा चार्ट (1 hour Chart)
4 घंटे का चार्ट (4 hour Chart)
दैनिक चार्ट (1 Day Chart)
एक ट्रेडर द्वारा अध्ययन के लिए चुनी गई समय सीमा आमतौर पर उस व्यक्तिगत ट्रेडर की व्यक्तिगत ट्रेडिंग शैली द्वारा निर्धारित की जाती है। इंट्रा-डे ट्रेडर्स जो एक ट्रेडिंग दिन के भीतर ट्रेडिंग पोजीशन खोलते और बंद करते हैं, वे 5 मिनट या 15 मिनट के चार्ट जैसे कम समय सीमा चार्ट पर मूल्य आंदोलन का विश्लेषण करने के पक्ष में हैं। लंबी अवधि के व्यापारी जो रात भर और लंबी अवधि के लिए बाजार की स्थिति रखते हैं, वे प्रति घंटा, 4 घंटे, दैनिक या यहां तक कि साप्ताहिक चार्ट का उपयोग करके बाजारों का विश्लेषण करने के लिए अधिक इच्छुक हैं।
15-मिनट की समयावधि के भीतर होने वाली कीमत में उतार-चढ़ाव एक इंट्रा-डे ट्रेडर के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो सकता है, जो एक ट्रेडिंग दिन के दौरान होने वाले मूल्य में उतार-चढ़ाव से लाभ प्राप्त करने के अवसर की तलाश में है। हालांकि, दैनिक या साप्ताहिक चार्ट पर देखा जाने वाला समान मूल्य आंदोलन दीर्घकालिक व्यापारिक उद्देश्यों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण या सांकेतिक नहीं हो सकता है।
कंडेलिस्टिक चार्ट (Candlestick Chart Pattern)
कैंडलस्टिक चार्टिंग पर कीमतों में उतार-चढ़ाव दिखाने का सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला तरीका है। एक कैंडलस्टिक किसी भी समय सीमा के लिए एक ही समय अवधि के दौरान मूल्य कार्रवाई से बनता है।
एक घंटे के चार्ट (Chart Pattern) पर प्रत्येक कैंडलस्टिक एक घंटे के लिए मूल्य कार्रवाई दिखाता है, जबकि 4-घंटे चार्ट पर प्रत्येक कैंडलस्टिक प्रत्येक 4-घंटे की समय अवधि के दौरान मूल्य कार्रवाई दिखाता है।
कैंडलस्टिक्स निम्नानुसार “खींचा” / गठित किया जाता है: एक कैंडलस्टिक का उच्चतम बिंदु उस समय अवधि के दौरान उच्चतम मूल्य की सुरक्षा को दर्शाता है, और कैंडलस्टिक का निम्नतम बिंदु उस समय के दौरान सबसे कम कीमत को इंगित करता है। एक कैंडलस्टिक का “बॉडी” (संबंधित लाल या नीला “ब्लॉक”, या प्रत्येक कैंडलस्टिक का मोटा हिस्सा, जैसा कि ऊपर दिए गए चार्ट में दिखाया गया है) समय अवधि के लिए खुलने और बंद होने की कीमतों को इंगित करता है।
यदि एक नीली कैंडलस्टिक बॉडी बनती है, तो यह इंगित करता है कि क्लोजिंग प्राइस (कैंडलस्टिक बॉडी के ऊपर) शुरुआती कीमत (कैंडलस्टिक बॉडी के नीचे) से अधिक थी; इसके विपरीत, यदि एक लाल कैंडलस्टिक बॉडी बनती है, तो शुरुआती कीमत क्लोजिंग प्राइस से अधिक थी।
कैंडलस्टिक रंग मनमाना विकल्प हैं। कुछ व्यापारी सफेद और काले कैंडलस्टिक बॉडी का उपयोग करते हैं (यह डिफ़ॉल्ट रंग प्रारूप है, और इसलिए सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला); अन्य व्यापारी हरे और लाल, या नीले और पीले रंग का उपयोग करना चुन सकते हैं।
जो भी रंग चुने जाते हैं, वे एक नज़र में यह निर्धारित करने का एक आसान तरीका प्रदान करते हैं कि कीमत किसी निश्चित समय अवधि के अंत में अधिक या कम बंद हुई है या नहीं। एक कैंडलस्टिक चार्ट का उपयोग करते हुए तकनीकी विश्लेषण मानक बार चार्ट का उपयोग करने की तुलना में अक्सर आसान होता है, क्योंकि विश्लेषक को अधिक दृश्य संकेत और पैटर्न प्राप्त होते हैं।
कैंडल चार्ट क्या होता है कैंडल चार्ट को कैसे समझें
दोस्तों आज हम बात करेंगे शेयर बाजार में कैंडलेस्टिक चार्ट क्या होता है। Candlestick chart शेयर बाजार में स्टॉक्स में हो रही खरीद बिक्री को लाल और हरे कैंडल में दर्शाते हैं। यहां पर हर एक हरे कैंडल का मतलब खरीददारी और लाल कैंडल का मतलब बिकवाली होता है। शेयर बाजार में किसी भी कंपनी का तकनीकी विश्लेषण करने के लिए कैंडल चार्ट बहुत महत्वपूर्ण है। और यह कीमतों के परिवर्तन का विश्लेषण करने के लिए बहुत मायने रखता है।
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कैंडलेस्टिक चार्ट |
कैंडलेस्टिक चार्ट को कैसे समझें
जैसा कि आप अगर शेयर बाजार में व्यापार करते हैं या करने में रुचि रखते हैं तो कैंडलेस्टिक चार्ट पेटर्न को सीखना आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इससे आप एक समुचित ढंग से टेक्निकल एनालिसिस कर सकेंगे। बाजार में कैंडलेस्टिक चार्ट अपने पिछले Trade की गतिविधियों को दर्शाता है जहां से आपको टेक्निकल एनालिसिस में सपोर्ट aur रेजिस्टेंस, ट्रेंड लाइन अन्य पैटर्न देखने को मिलते हैं इसके के आधार पर हम अगले ट्रेडिंग सेशन के लिए अपने strategie के अनुसार रणनीतियां बनाते हैं। शेयर बाजार में अधिकतर ट्रेडर्स candlestick pattern के आधार पर ही बाजार में अपना सौदा या Trade करते हैं।
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Candlestick chart list |
Candlestick chart में कुछ फेमस कैंडल के नाम
- SHOOTING STAR
- HAMMER
- DOJI
- PAPER UMBRELLA
- SPINNING TOPS
- MARUBOZU
- ENGULFING CANDLE
- MORNING STAR
- HARAMI
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कैंडलेस्टिक चार्ट का एनालिसिस |
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कैंडलेस्टिक चार्ट का एनालिसिस कैसे करें।
अगर आप शेयर बाजार में इंट्राडे ट्रेडर है या फिर डे ट्रेडर में रुचि रखते हैं तो आपको कैंडलेस्टिक चार्ट पढ़ना बहुत जरूरी है। यह किसी भी शेयर का तकनीकी विश्लेषण करने के लिए सबसे अच्छा तरीका है। इसे सीखने के लिए आप बाजार में मोमेंट, ट्रेंडलाइन ब्रेकआउट, ब्रेकडाउन, सपोर्ट और रजिस्टेंस इन चीजों को देखकर आप टेक्निकल एनालिसिस कर सकते है
शेयर की प्रत्येक कैंडल बाजार के मूल्य की गतिशीलता को प्रदर्शित करती है
HIGH, LOW, OPEN, और CLOSE
अगर आप कैंडल स्टिक चार्ट का बखूबी विश्लेषण करना जानते हैं तो आप इंट्राडे ट्रेडिंग में अत्यधिक लाभ कमा सकते हैं।
इंट्रा डे ट्रेडर के लिए कैंडलेस्टिक चार्ट उपयोग करने के 2 कारण होते हैं
1 Trade नियंत्रण में मदद
इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय अपने जोखिम को जानना बहुत जरूरी है। कैंडलेस्टिक चार्ट की मदद से आप आपकी चल रही पोजीशन को रखने या बंद करने और जोखिम के साथ लाभ और नुकसान को प्रतिबंधित कर सकते हैं। इससे आपको स्टॉप लॉस और टारगेट को जानना आसान होता है।
2 Entry और Exit जानने में मदद
Candlestick pattern का विश्लेषण करके आप या जान सकते हैं कि मोमेंटम, ब्रेकआउट या ट्रेंड के आधार पर बाजार में एंट्री करें या बाजार में टिके रहे या बाजार से बाहर निकले या निकलने का सही समय निर्धारित करता है। इन सभी तरीकों को सीख कर आपको शेयर बाजार में इंट्राडे ट्रेडिंग करने में मदद मिलेगी।
ट्रेंड लाइन के आधार पर कैसे समझें निवेश का पैटर्न?
ट्रेंड लाइन एक प्रकार का तकनीकी संकेत है, जो दर्शाता है कि शेयर का भाव किस दिशा में जा रहा है.
तुलनात्मक रूप में सपाट ट्रेंड लाइन दर्शाती है कि शेयर का बर्ताव सामान्य है और वह समान रुझान लंबे समय तक जारी रख सकता है.
जब बाजार में तेजी हावी होती है और यह अगली गिरावट का आधार तय करती है, तो ऐसी स्थिति में ट्रेड लाइन ऊपर बढ़ने के साथ-साथ हमेशा सपोर्ट स्तर प्रदान करती है, जो समय के साथ बदलता रहता है. इस स्थिति में ऐसी ट्रेंड लाइन के करीब की कीमतों पर खरीदारी करना फायदेमंद रहता है.
हालांकि, यदि सपोर्ट स्तर पार हो जाता है तो गिरावट दर्ज की जा सकती है. ऐसे में कारोबारियों को इसी ट्रेंड लाइन पर अपनी स्टॉप लॉस कीमत निर्धारित करनी चाहिए. इसी प्रकार गिरावट के हावी रहने पर सपोर्ट स्तर की जगह रेसिस्टेंस दर्ज किया जाता है. निवेशकों को इस दौरान बिक्री करनी चाहिए.
एक खास बात है कि कारोबारियों को वॉल्यूम को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. ट्रेंड लाइन पर किस कीमत पर क्या वॉल्यूम रहता है, यह आंकलन आपको कई बातें समझा क्या ट्रेडिंग चार्ट पैटर्न लाभदायक हैं? सकता है. अमूमन अधिक वॉल्यूम का अर्थ होता है कि शेयर का मौजूदा दौर (तेजी या कमजोरी) जारी रहने वाला है.
यदि ट्रेंड लाइन टूट जाए तो
यदि किसी शेयर की ट्रेंड लाइन टूट जाती है या खंडित हो जाती है, तो माना जाता है कि उस शेयर से निवेशकों की उम्मीद बदल गई है. गिरावट दर्शा रही ट्रेंड लाइन का टूटने का अर्थ है कि शेयर खरीदारी के संकेत दे रहा है और तेजी दिखाने वाले ट्रेंड लाइन टूटने का अर्थ है कि शेयर को बेचना बेहतर होगा.
दोनों ही मामलों में स्टॉप लॉस रखना चाहिए. इस तरह के मामलों में भी वॉल्यूम काफी महत्वपूर्ण हो जाती है और हलचल तब अधिक होगी जब ट्रेंड लाइन टूटने के साथ वॉल्यूम में भी इजाफा हो.
ट्रेंड लाइन से जुड़े एंगल
यदि किसी शेयर की ट्रेड लाइन में एकाएक तेजी देखने को मिलती है, तो इसका अर्थ है कि वह शेयर ऊफान पर है. यह भी संभव है कि शेयर की तेजी ज्यादा समय तक जारी न रहे. इसे एक उदाहरण के साथ समझते हैं.
दिए गए चार्ट में रिलायंस इंडस्ट्रीज की ट्रेंड लाइन है. लाल निशान वाली ट्रेंड लाइन दिखा रही है कि शेयर में एकाएक तेजी आई है, मगर कुछ ही समय बाद यह फिसल गया, मगर शेयर की थोड़ी-बहुत तेजी जारी रहे.
दूसरी तरफ, तुलनात्मक रूप में सपाट ट्रेंड लाइन दर्शाती है कि शेयर का बर्ताव सामान्य है और वह समान रुझान लंबे समय तक जारी रख सकता है. इसके लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज के चार्ट में हरी रेखा पर गौर करें.
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Muhurat Trading: पिछले 10 सालों में 7 बार Diwali के दिन लाभ में बंद हुआ शेयर बाजार, जानें आज कैसी रहेगी चाल
Diwali Muhurat Trading: शेयर बाजार पिछले 4 सालों से लगातार मूहुर्त ट्रेडिंग के दिन मुनाफे के साथ बंद हुआ है, पिछले साल 2021 में सेंसेक्स और निफ्टी करीब 0.5 फीसदी चढ़कर बंद हुए थे
देशभर में आज सोमवार 14 अक्टूबर को दीपावली (Diwali 2020) का क्या ट्रेडिंग चार्ट पैटर्न लाभदायक हैं? पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। शेयर बाजार में इस दिन एक घंटे का विशेष कारोबारी सत्र आयोजित किया जाता है, जिसे 'मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading)' कहते हैं। आज मुहूर्त ट्रेडिंग शाम सवा 6 बजे से सवा 7 बजे तक होगी।
यह एक प्रतीकात्मक और पुरानी परंपरा है जिसे ट्रेडिंग कम्युनिटी ने पिछले 100 सालों से अधिक समय से बनाए रखा है और इसे हर साल मनाते हैं। ऐसी मान्यता है कि ‘मुहूर्त’ के दौरान सौदे करना शुभ होता है और यह निवेशकों के लिए वित्तीय समृद्धि लाता है। पिछले 10 सालों के मुहूर्त ट्रेडिंग के आंकड़े भी कुछ ऐसा ही बताते हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 10 सालों में 7 बार मूहुर्त ट्रेडिंग के दिन शेयर बाजार हरे निशान में यानी लाभ में बंद हुआ है। पिछले 4 सालों से तो लगातार शेयर बाजार मूहुर्त ट्रेडिंग के दिन मुनाफे के साथ बंद हुआ है। पिछले साल 2021 में सेंसेक्स और निफ्टी करीब 0.5 फीसदी चढ़कर बंद हुए थे। इस बार भी निवेशकों को मूहुर्त ट्रेडिंग से कुछ ऐसी ही उम्मीदे हैं।
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