केनेरा बैंक

बैंक ने Rs 52554.38 करोड़ का कुल गैर निष्पादित परिसंपत्ति / ग्रास एनपीए (कुल संपत्ति का .00 %) और Rs 17296.89 करोड़ का शुद्ध गैर निष्पादित परिसंपत्ति / शुद्ध एनपीए (कुल संपत्ति का .00%) रिपोर्ट किया है|

समाप्ति तिमाही 30-09-2022 के लिए, बैंक द्वारा रिपोर्टेड संगठित ब्‍याज आय Rs 27358.37 करोड़ की है, 15.25 % ऊपर अंतिम तिमाही के ब्‍याज आय - Rs 23739.27 करोड़ से और 14.59 % ऊपर पिछले साल की इसी तिमाही के ब्‍याज आय - Rs 23876.00 करोड़ से| नवीनतम तिमाही में बैंक का Rs 2705.55 करोड़ का रिपोर्टेड टैक्स स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में अंतर? पश्चात शुद्ध मुनाफा है|

क्रिप्टो करेंसी में आई भारी गिरावट, बिटकॉइन, इथीरियम धड़ाम, अमेरिका में बढ़ती महंगाई बनी वजह

Cryptocurrency: अमेरिका में बढ़ती महंगाई और रिटेल इंफ्लेशन की रिपोर्ट के बाद क्रिप्टोकरेंसी में तेज गिरावट देखने को मिली. गुरुवार को सुबह शुरुआती कारोबार स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में अंतर? में क्रिप्टो 4-6 फीसदी नीचे रहा.

Cryptocurrency: महंगाई पर उम्मीद से बदतर आई रिपोर्ट के बाद अमेरिकी शेयर बाजार पर इसका असर देखने को मिल रहा है और शेयर लगभग 2 साल के अपने सबसे कमजोर स्तर तक जा रहे हैं. अमेरिका में रिटेल इंफ्लेशन की रिपोर्ट आने के बाद गुरुवार की सुबह S&P 500 कारोबार में 1.4 फीसदी नीचे था. रिपोर्ट में महंगाई दर अधिक व्यापक रूप से फैल रही है और यह अपने 40 साल में सबसे ऊपरी स्तर पर जा रही है. इसे देखते हुए फेड को ब्याज दरों में और बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है और मंदी की भी आशंका की जा सकती है. वहीं क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में भी 4-6 फीसदी तक गिरावट देखने को मिली.

क्रिप्टो में आई 4 फीसदी की गिरावट

गुरुवार को क्रिप्टोकरेंसी में 4 से 6 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली. BITCOIN 3.5 फीसदी की गिरावट पर ट्रेड कर रहा था और ETHEREUM भी 3.13 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे. टेक कंपनियों ने वॉल स्ट्रीट पर शेयरों की गिरावट का नेतृत्व किया. वहीं सोना भी 1.5 फीसदी की गिराट पर था.

एक चौथाई टूटे शेयर

सुबह 10 बजे के करीब Dow Jones Industrial Average 287 अंक या 1 फीसदी तक गिरकर 28,923 पर आ गई. वहीं नैस्डैक (Nasdaq) कंपोजिट 2.2% कम था. गुरुवार सुबह ट्रेडिंग की शुरुआत में तीनों इंडेक्स नीचे थे, जिसमें एसएंडपी 500 2.4% और डॉव 549 अंक नीचे था. चार दशकों में सबसे खराब मुद्रास्फीति की चिंता और फेडरल रिजर्व के कठोर उपायों के बीच स्टॉक्स में इस उनके वैल्यू के एक चौथाई की गिरावट आ चुकी स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में अंतर? है.

फेड के इन उपायों ने न केवल कर्ज को अधिक महंगा और विकास दरों की धीमा किया है, बल्कि ये स्टॉक, क्रिप्टोकरेंसी और लगभग हर दूसरे निवेश की कीमतों को भी गिराते है, क्योंकि उनका मतलब है कि बॉन्ड ब्याज में अधिक भुगतान कर रहे हैं, जो डॉलर को अन्य निवेश से दूर खींचता है.

स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में अंतर?

क्रिप्टोकरेंसी, हाल के दिनों में सबसे नवीनतम और रोमांचक असैट वर्गों में से एक के रूप में उभरी है। भारत में भी, शुरुआती आशंकाओं ने क्रिप्टोकरेंसी की असीमित संभावनाओं में विश्वास पैदा किया है। अपने काम को और अधिक दिलचस्प बनाने और निवेशकों को उनकी क्रिप्टोकरेंसी यात्रा की शुरूआत करवाने के लिए, ZebPay और News18 Network मिल के, डिजिटल करेंसी से संबंधित सभी प्रश्नों का उत्तर देने और उनमें निवेश करने का तरीका समझाने के लिए, वन-स्टॉप मीडिया हब 'क्रिप्टो की समझ' पेश कर रहे हैं। वित्त संबंधी भविष्य जानने के लिए तैयार हो जाइए!

Gold vs Crypto: अगर आप भी गोल्ड और क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने को लेकर कंफ्यूज हैं तो हम आपको बता रहे हैं बिटक्वाइन या गोल्ड में निवेश के लिए कौन बेहतर?

Bitcoin accepts as Payment: बेंगलुरु में एक चाय के स्टाल पर क्रिप्टोकरेंसी को पेमेंट के तौर पर स्वीकार करना शुरू कर दिया, जब ग्राहकों ने खुद बिटकॉइन के माध्यम से अपनी चाय के लिए भुगतान करने की पेशकश की. ग्राहकों के इस तरीके से दुकान का मालिक भी उत्साहित है क्योंकि वह खुद क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग करता है.

बिटकॉइन की कीमत शनिवार सुबह 18.36 लाख रुपये थी, जिसमें 40.03 फीसदी का दबदबा था. CoinMarketCap के आंकड़ों के स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में अंतर? अनुसार, यह दिन भर में 0.01 प्रतिशत की वृद्धि थी.

चालू वित्तीय वर्ष की शुरुआत से ही, सरकार ने क्रिप्टो संपत्ति या वर्चुअल डिजिटल एसेट (वीडीए) के लिए एक विशेष कर व्यवस्था शुरू की है. इसके तहत, क्रिप्टो परिसंपत्तियों की बिक्री से होने वाले लाभ पर 30% की एक समान दर से कर लगाया जाता है, चाहे आपका टैक्स स्लैब कुछ भी हो.

फंडामेंटल लेवल पर देखेंगे तो क्वॉइन और टोकन लगभग एक समान हैं. इन दोनों में वैल्यू होती है और दोनों से पेमेंट किया जा सकता है. आप इन दोनों को एक दूसरे से बदल भी सकते हैं. आइए समझते हैं इन दोनों में अन्तर क्या है.

डेटा एनालिटिक्स फर्म Chainalysis के मुताबिक, पिछले साल निवेशकों ने Cryptocurrency में खूब मुनाफा कमाया है. क्रिप्टो में निवेश करने वालों का मुनाफा करीब 400 बढ़ा है. रिपोर्ट के मुताबिक कमाई के मामले में बिटक्वाइन को पीछे छोड़ते हुए Ethereum सबसे ज्यादा कमाई करवाने वाली करेंसी रही.

Scam in the Name of Crypto Investment: अहमदाबाद के शख्स ने क्रिप्टोकरेंसी में 22 लाख रुपये का निवेश किया और बदले में उसे सिर्फ 1.24 लाख का रिटर्न मिला. क्रिप्टो माइनिंग इनवेस्टमेंट स्कैम के तहत माटुंगा के एक स्कूल टीचर से 2.47 लाख रुपये ठगे गए.

Cryptocurrency में होने वाली धोखाधड़ी या क्रिप्टो वॉलेट से करेंसी की होने वाली ऑनलाइन चोरी को निवेशक कुछ स्मार्ट तरीकों से रोक सकते हैं और अपने निवेश को सुरक्षित रख सकते हैं

क्रिप्टो से जुड़ी मूल बातें समझने के लिए, क्रिप्टो से संबंधित एडवांस शब्दों को जानना और समझना जरूरी है.

Cryptocurrency prices today : सोमवार, 17 जनवरी 2022 को भी क्रिप्टोकरंसी बाजार में पिछले 24 घंटों के दौरान 0.96% की गिरावट आई है. दोनों बड़े कॉइन बिटकॉइन (Bitcoin prices today) और इथेरियम (Ethereum prices today) स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में अंतर? नेगेटिव थे. कार्डानो (Cardano) में 12 प्रतिशत से ज्यादा का उछाल देखा गया.

आइए, पहले समझते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज क्या है. क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज, एक कारोबार या कंपनी है जो ग्राहकों को क्रिप्टो एसेट खरीदने और उनका कारोबार करने की अनुमति देता है. एक्सचेंज अनिवार्य रूप से ग्राहक को पारंपरिक बैंक खातों या अन्य भुगतान विधियों जैसे यूपीआई (UPI) आदि से पारंपरिक मुद्रा जैसे भारतीय रुपया स्वीकार करके क्रिप्टो एसेट खरीदने की सुविधा देता है.

क्रिप्टो एसेट को हर जगह मान्यता मिल जाने से और Bitcoin और Ether जैसे कॉइन के अब तक सर्वाधिक तेजी से बढ़ने से क्रिप्टो की दुनिया में कदम रखने का इससे अच्छा मौका नहीं हो सकता. पर थोड़ा रुकिए, इससे पहले कि आप ट्रेडिंग शुरू करें और पॉवर क्रिप्टो यूजर बन जाएं, तो आपको एक नो योर कस्टमर यानी केवाईसी (KYC) प्रक्रिया से गुजरना होता है.

क्या आप कनफ़्यूज हैं कि कौन सी क्रिप्टोकरेंसी खरीदें? मार्केट वैल्यू के आधार पर 10 मुख्य क्रिप्टोकरेंसी में से सही करेंसी कैसे चुनें? इसके बारे में सब कुछ यहां जानें.

cryptokisamajh-भारत में क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग पर पाबंदी नहीं है. इसलिए आप अपनी पसंद के अनुसार ट्रेड कर सकते हैं. Paypal, Visa और Mastercard जैसे वित्तीय संस्थानों के साथ-साथ अल सल्वाडोर जैसे देशों में क्रिप्टोकरेंसी को बड़े पैमाने पर अपनाया जा रहा है.

Webinar Lorem ipsum dolor sit amet consecture

देखें कि कैसे भू-राजनीतिक भय ने क्रिप्टो बाजार को प्रभावित किया, ओपन सी की एनएफटी चोरी के बारे में जानें और दुनिया भर से बहुत कुछ केवल ZebPay स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में अंतर? और News18 प्रस्तुत करता है. #CryptoKiSamajh

#DidYouKnow कि आप अभी उपलब्ध अनेको क्रिप्टोकरेंसी में से किसी में भी निवेश कर सकते हैं? क्रिप्टो की दुनिया के बारे में अधिक जानने के लिए, हमारे साथ जुड़िये।

केवल ZebPay और News18 नेटवर्क पर #CryptoKiSamajh पर स्टॉक और क्रिप्टो मुद्रा के बीच बुनियादी अंतर को समझें।

क्रिप्टोकरेंसी अनियमित डिजिटल एसेट हैं, यह वैध मुद्रा नहीं हैं. इनका पिछला प्रदर्शन भविष्य के रिटर्न की गांरटी नहीं है. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश या ट्रेड करना बाजार जोखिमों और कानूनी जोखिमों के अधीन स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में अंतर? है.

Cryptocurrency और Digital Rupee में क्‍या है फर्क, अगर शुरु हो गया इसका इस्‍तेमाल तो आपको क्‍या होगा फायदा?

अगर सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले समय में डिजिटल रुपी का इस्‍तेमाल आम लोग भी करेंगे. ऐसे में ये समझना बहुत जरूरी है कि आखिर डिजिटल रुपी और क्रिप्‍टोकरेंसी में क्‍या फर्क है और इससे आम लोगों को क्‍या फायदा होगा?

क्रिप्‍टोकरेंसी को टक्‍कर देने के लिए भारत में पहली बार करेंसी को डिजिटल रूप में लाया गया है. एक नवंबर को डिजिटल रुपी (Digital Rupee) यानी सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) को पायलट प्रोजेक्‍ट के तौर पर शुरू कर दिया गया है. फिलहाल रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India- RBI) कुछ समय तक इसमें आने वाली चुनौतियों को परखेगा और पूरी तरह से आश्‍वस्‍त होने के बाद इसके इस्‍तेमाल को शुरू किया जाएगा.

RBI ने अभी इसे होलसेल ट्रांजेक्शन के लिए जारी किया है और इसे होलसेल सेगमेंट पायलट प्रोजेक्ट नाम दिया है. लेकिन अगर सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले समय में डिजिटल रुपी का इस्‍तेमाल आम लोग भी करेंगे. ऐसे में ये समझना बहुत जरूरी है कि आखिर डिजिटल रुपी और क्रिप्‍टोकरेंसी में क्‍या फर्क है और इससे आम लोगों को क्‍या फायदा होगा?

क्रिप्‍टोकरेंसी और डिजिटल रुपी में अंतर

क्रिप्‍टोकरेंसी: ये एक विकेंद्रित (Decentralized) डिजिटल संपत्ति है. इसके जरिए डिजिटल तरीके से लेनदेन किया जा सकता है. ब्‍लॉकचेन तकनीक के जरिए क्रिप्‍टोकरेंसी अलग-अलग जगहों पर स्‍टोर रहती है. ब्लॉकचेन ऐसी तकनीक है जिससे Digital Currency बनाने के साथ ही किसी भी चीज को डिजिटल बनाकर उसका रिकॉर्ड रखा जा सकता है. ये एक तरह का डिजिटल लेजर है. लेकिन चिंता वाली बात ये है कि क्रिप्‍टोकरेंसी को रेगुलेट करने के लिए कोई बैंक या अन्‍य संस्‍था नहीं है और न ही इसे कोई सरकार मॉनिटर नहीं करती है. ये पूरी तरह से निजी करेंसी है. इसके अलावा क्रिप्‍टोकरेंसी के रेट में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहती है.


डिजिटल रुपी: डिजिटल रुपी से भी लेनदेन को क्रिप्‍टोकरेंसी की तरह ही डिजिटल माध्‍यम से ही किया जाएगा, लेकिन सबसे बड़ा फर्क है कि ये पूरी तरह से रेगुलेटेड है. इसे सरकार की मंजूरी प्राप्‍त है और यह पूरी तरह से सरकार समर्थित वैध मुद्रा है. इसमें नियामक के रूप में आरबीआई और लेन-देन की मदद के लिए दूसरे बैंक मौजूद रहेंगे. किसी भी तरह की दिक्‍कत आने पर वित्‍तीय संस्‍थान दखल दे सकते हैं. लेकिन क्रिप्‍टोकरेंसी में ये संभव नहीं है. यूपीआई और पेमेंट वॉलेट के जरिए किए जाने वाले डिजिटल भुगतान से ये स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में अंतर? पूरी तरह से अलग है. वहीं डिजिटल रुपी में उतार-चढ़ाव जैसा कुछ नहीं होगा. इसका वही प्रभाव होगा जो नकद मुद्रा का होता है. इसके अलावा डिजिटल रुपी को नकदी में बदला जा सकेगा.

Crypto News: प्राइवेट और पब्लिक क्रिप्टो करेंसी में स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में अंतर? क्या अंतर है?

Private Crypto: आपको यह पता होना चाहिए कि क्रिप्टोकरेंसी दो तरह की होती है। इनमें से एक प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी है और दूसरी पब्लिक क्रिप्टो करेंसी। अगर आप इन दोनों के बीच अंतर नहीं जानते तो आज हम आपको इस बारे में विस्तार से बता रहे हैं।​

क्रिप्टो ट्रेड

पब्लिक क्रिप्टोकरेंसी
ऐसी सभी क्रिप्टो करेंसी जिनके ट्रांजैक्शन एक-दूसरे से लिंक हो उन्हें पब्लिक क्रिप्टो करेंसी कहते हैं। पब्लिक क्रिप्टो करेंसी में यह पता किया जा सकता है कि यह करेंसी किस किस व्यक्ति के पास से गुजरी है। बिटकॉइन, इथर या टेलर से लेकर तमाम बड़ी क्रिप्टो करेंसी पब्लिक क्रिप्टो करेंसी हैं।

प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी
कई क्रिप्टोकरेंसी ऐसी हैं जिनके लेनदेन की जानकारी सार्वजनिक नहीं की जाती है, इन्हें प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी कहते हैं। Monero, Dash और दूसरे Crypto token भी प्राइवेट क्रिप्‍टोकरेंसी में आते हैं। इन प्राइवेट क्रिप्‍टोकरेंसी में यूजर की प्राइवेसी बनी रहती है, उनका डेटा सुरक्षित रहता है। इसे प्राइवेट टोकन भी कहते हैं।

प्राइवेट कॉइन की खासियत

प्राइवेट क्रिप्टो करेंसी यूजर के वॉलेट का बैलेंस और उसका पता जाहिर नहीं होने देते। इसी विशेषता के चलते इनका इस्तेमाल अवैध गतिविधियों में हो सकता है। स्टॉक मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में अंतर? भारत में सरकार क्रिप्टो करेंसी पर जो कानून ला रही है उसके तहत प्राइवेट किसको करेंसी को बैन किया जा सकता है।

प्राइवेट क्रिप्टो की तकनीक
प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी प्राइवेट ब्लॉकचेन के सहारे चलती है। इसे ट्रेस करना लगभग नामुमकिन हो जाता है। आमतौर पर इसकी परिभाषा भी यही है। जीकैश, मोनेरो, डैश प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी के कुछ उदाहरण है, वहीं बिटकॉइन, डॉगकॉइन, इथेरियम ये सब पब्लिक क्रिप्टोकरेंसी हैं जिनके ट्रांजेक्शन को ट्रेस किया जा सकता है।

क्रिप्टो के दुरुपयोग पर नजरें
क्रिप्टोकरेंसी के ट्रांजेक्शन को ट्रैक करना काफी जटिल है और सरकार का मानना है कि इसका बड़े स्तर पर दुरुपयोग हो सकता है। क्रिप्टो को हवाला फंडिंग या टेरर फंडिंग के लिए उपयोग किया जा सकता है, इसलिए इसे बैन करने या रेगुलेट करने की जरूरत है।

रेटिंग: 4.33
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 852