Multibagger Stock Tips: ये दो स्टॉक दे सकते हैं 40% तक मुनाफा, मोतीलाल ओसवाल ने दी है इन्हें खरीदने की सलाह

भारत की सबसे पुरानी स्टॉक ब्रोकिंग फर्म में से एक मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि ये दोनों शेयर निकट भविष्य में काफी ऊपर जा सकते हैं.

By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 18 Aug 2021 06:34 PM (IST)

Multibagger Stock Tips: शेयर बाजार में सही शेयर चुनना एक बड़ी चुनौती है. कौन सा स्टॉक चुनें जो अधिक से अधिक लाभ पहुंचाए, यह सवाल खासकर खुदरा निवेशकों को परेशान करता है. ब्रोकिंग फर्म, मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) ने निवेशकों को खरीदने के लिए रेप्को होम फाइनेंस और कावेरी सीड्स के शेयरों की सिफारिश की है. मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि ये दोनों शेयर निकट भविष्य में अच्छा खासा मुनाफा दे सकते हैं.

Repco Home भारत की सबसे बड़ी डिस्काउंट ब्रोकिंग कम्पनी है Finance

  • मोतीलाल ओसवाल ने रेपो होम फाइनेंस के शेयर के टारगेट प्राइस 440 रुपये रखा है.
  • पो होम फाइनेंस के शेयर का मौजूदा भाव 314 रुपये है.
  • मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक रेपो होम फाइनेंस के शेयर 40 फीसदी तक मुनाफा दे सकते हैं.

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  • मोतीलाल ओसवाल ने कावेरी सीड्स के स्टॉक क लिए 710 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है.
  • इस स्टॉक का मौजूदा शेयर प्राइस 615 रुपये है.
  • मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक कावेरी सीड्स के स्टॉक 16% तक मुनाफा दे सकते हैं.

बता दें मोतीलाल ओसवाल भारत की सबसे पुरानी स्टॉक ब्रोकिंग फर्म में से एक है. साथ ही, यह भारत में प्रमुख फुल-सर्विस स्टॉक ब्रोकर में से एक है जो अपने ट्रेडिंग एप्लीकेशन, पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवाओं और त्वरित ग्राहक सहायता के लिए जाना जाता है.

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डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना ज़रूरी है की मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहाँ कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)

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Published at : 18 Aug 2021 06:34 PM (IST) Tags: ABP News NSE Share Market bse share market news sensex share market Rakesh JhunJhunwala Share Market Price Today Multibagger Stock Tips हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

खोलना चाहते हैं डीमैट अकाउंट, आइए हम बताते हैं कैसे चुने नए युग का डिस्काउंट ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म

ट्रे़डिंग पोर्टल पर इजी-टू-यूज इंटरफेस से नए निवेशकों को आसानी से सौदे डालने की सुविधा होती है। नए जमाने के डिजिटल टेक्नोलॉजी पर आधारित डिस्काउंट ब्रोकरेज हाउस इजी-टू-यूज इंटरफेज पर फोकस करते हैं

सेबी चेयरमैन अजय त्यागी ने नवंबर में इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में बोलते हुए बताया था कि वर्तमान वित्त वर्ष में हर महीने करीब 26 लाख डीमैट अकाउंट खोले गए हैं जबकि 2019-20 में हर महीने करीब 4 लाख डीमैट अकाउंट खोले गए थे।

कोविड-19 महामारी की पहली लहर के दौरान तमाम नई पीढ़ी के निवेशक इक्विटी बाजार में किस्मत आजमाते दिखे हैं। सेबी चेयरमैन अजय त्यागी ने नवंबर में इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में बोलते हुए बताया था कि वर्तमान वित्त वर्ष में हर महीने करीब 26 लाख डीमैट अकाउंट खोले गए हैं जबकि 2019-20 में हर महीने करीब 4 लाख डीमैट अकाउंट खोले गए थे।

कम उम्र में निवेश की शुरुआत बहुत अच्छी बात है लेकिन इसके साथ ही इस बात की भी बहुत अहमियत होती है कि आप कहां निवेश कर रहे हैं और किसके जरिए निवेश कर रहे हैं। इस समय बाजार में कई पुरानी और नई पीढ़ी के ब्रोकिंग प्लेटफॉर्म उपलब्ध है जिसमें Zerodha, Upstox, Groww, FYERS और Paytm Money जैसे नाम शामिल हैं। सही ब्रोकर का चुनाव इक्विटी इन्वेस्टमेंट में काफी अहमियत रखता है। इसको ध्यान में रखते हुए यहां हम आपको कुछ ऐसी गाइडलाइन दे रहे हैं जिसके जरिए आप डीमैट अकाउंट खोलने के लिए सही ब्रोकरेज फर्म का चुनाव कर सकते हैं।

ट्रेडिशनल बनाम डिस्काउंट ब्रोकरेज

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बता दें कि ट्रेडिशनल ब्रोकरेज फर्म अपने ग्राहकों को रेगुलर ट्रेडिंग टिप्स देते हैं। उनका बिजनेस मॉडल इस सोच पर आधारित होता है कि अधिकांश लोगों को इक्विटी मार्केट में निवेश के लिए ट्रेडिंग आइडियाज की जरुरत होती है जबकि डिस्काउंट ब्रोकरेज एक फिनटेक प्लेटफॉर्म होते हैं जो स्टैंडर्डाइज्ड एक्सीक्यूशन सेवाएं उपलब्ध कराते हैं लेकिन परंपरागत ब्रोकिंग फंडो की तरह अपने ग्राहको को कोई ट्रेडिंग टिप्स नहीं देते।

FYERS के Tejas Khoday का कहना है कि डिस्काउंट ब्रोकरेज भारत में उस तेजी से बढ़ते ट्रेडिंग कम्यूनिटी को अपनी सेवाएं देते हैं जो सेल्फ एजूकेटेड होते हैं और जो स्वतंत्र रुप से अपने निर्णय लेते हैं।

एक fintech consultant पारिजात गर्ग का कहना है कि अगर कोई निवेशक अपने निवेश के लिए इंस्टीट्यूशनल रिसर्च एडवाइस, ऑर्डर के लिए डेस्क सपोर्ट, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विस और मार्जिन आधारित ट्रेडिंग की मांग करता है तो उसको फुल ब्रोकरेज हाउसों में अपना डीमैट अकाउंट खुलवाना चाहिए।

जानकारों का कहना है कि डिस्काउंट ब्रोकरेज हाउसों का कारोबार पारदर्शी होता है और इनका फीस स्ट्रक्चर उनकी वेबसाइट पर दिया होता है। वे लगभग 20 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन के आधार पर अपनी फीस लेते हैं। इसके लिए ट्रेड वैल्यू की सीमा नहीं होती है। इससे ट्रेडरों और इन्वेस्टरों को लगभग 95-98 फीसदी की बचत हासिल होती है। ऐसे में जो लोग भारी मात्रा में इंट्राडे और पोजिशनल ट्रेडिंग करते हैं उनकी ब्रोकरेज फीस में काफी कटौती होती है।

इसके विपरीत ट्रेडिशनल ब्रोकरों का फीस स्ट्रक्चर एक क्लाइंट से दूसरे क्लाइंट के लिए अलग-अलग होता है और यह वॉल्यूम पर भी निर्भर करता है। कभी -कभी परंपरागत ब्रोकरेज फर्म अपने पुराने ग्राहकों की फीस कम कर देते हैं। इसके अलावा कुछ परंपरागत ब्रोकर फर्म मोलभाव को भी मंजूरी देते हैं। परंपरागत ब्रोकर फर्मों की फीस ट्रांजैक्शन वैल्यू के 0.3-0.5 फीसदी तक हो सकती है।

FYERS के तेजस खोडे (Tejas Khoday) का कहना है कि ब्रोकर का चुनाव करते हुए आपको उसके फाउंडर की विश्वनीयता को ध्यान में रखना चाहिए। अगर ब्रोकरेज फर्म की मैनेजमेंट टीम मजबूत, अनुभवशाली, ईमानदार और विश्वनीय है तो वह आपके लिए बेहतर साबित हो सकते हैं।

इसके अलावा ट्रे़डिंग पोर्टल पर इजी-टू-यूज इंटरफेस से नए निवेशकों को आसानी से सौदे डालने की सुविधा होती है। नए जमाने के डिजिटल टेक्नोलॉजी पर आधारित डिस्काउंट ब्रोकरेज हाउस इजी-टू-यूज इंटरफेज पर फोकस करते हैं जिससे की नए निवेशकों को आकर्षित किया जा सके। इसके साथ ही ब्रोकरेज फर्म का चुनाव करते समय वैल्यू एडेड सर्विसेस को भी ध्यान में रखें। इस तरह की सर्विसेज में कैपिटल गेन रिपोर्ट, ट्रेड कन्फर्मेशन की रिपोर्ट, दूसरे तरह के टूल और कैल्क्यूलेटर शामिल होते हैं।

PrimeInvestor.in. के Srikanth Meenakshi का कहना है कि कुछ डिस्काउंट ब्रोकर डोमेस्टिक और इंटरनेशनल स्टॉक मार्केट में निवेश की सुविधा देते हैं। इस तरह की वैल्यू एडेड सेवाएं उस समय काम की होती है जब कोई निवेशक विदेशी शेयरों में निवेश करना चाहता है। इसके अलावा डिस्काउंट ब्रोकर्स आपको हाई क्वालिटी रिसर्च रिपोर्ट भी उपलब्ध कराते हैं जो इनडिपेंडेंट रिसर्च संगठनों द्वारा जारी किए जाते हैं। उदाहरण के लिए FYERS ने इक्विटी रिसर्च रिपोर्ट के लिए William O'Neil के साथ करार कर रखा है जिसकी सुविधा अतरिक्त भुगतान करके ली जा सकती है। कई डिस्काउंट ब्रोकर ब्लॉग, वीडियो और पॉडकास्ट के जरिए आपको तमाम जानकारी उपलब्ध कराते हैं।

जानकारों को सलाह है कि अगर आप किसी डिस्काउंट ब्रोकर फर्म के जरिए निवेश करना चाहते हैं भारत की सबसे बड़ी डिस्काउंट ब्रोकिंग कम्पनी है भारत की सबसे बड़ी डिस्काउंट ब्रोकिंग कम्पनी है तो इसके लिए उन लोगों से बात करें जो इस तरह के ऐप यूज करते हैं। इसके अलावा आप गूगल प्ले स्टोर या एप्पल ऐप स्टोर पर जाकर ऐप की रिव्यू और रेटिंग देखें। उन पर निवेशकों के अपने अनुभव पढ़ें और उसके आधार पर अच्छे स्टॉक रेटिंग वाले ऐप का चुनाव करें। इसके अलावा सोशल मीडिया पर जाकर भी डिस्काउंट ब्रोकर से संबंधित शिकायतों, अपडेट आदि के बारे में जानकारी ली जा सकती है।

5paisa कैपिटल ने खरीदा IIFL का ऑनलाइन ब्रोकिंग बिजनेस, शेयरों में 8% तक की तेजी

5पैसा कैपिटल (5Paisa Capital) ने बुधवार को आईआईएफएल सिक्योरिटीज (IIFL Securities) के ऑनलाइन ब्रोकिंग बिजनेस को खरीदने की घोषणा की है। खबर सामने आने के बाद दोनों कंपनियों के शेयर 8 पर्सेंट तक चढ़ गए। निर्मल जैन के कंट्रोल वाले IIFL ग्रुप की डिस्काउंट ब्रोकिंग यूनिट 5पैसा कैपिटल ने ऑल-स्टॉक डील में आईआईएफएल सिक्योरिटीज के ऑनलाइन रिटेल ब्रोकिंग बिजनेस को खरीदने का फैसला किया है। यह बात इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में कही गई है।

इस वजह से हुआ है दोनों कंपनियों का मर्जर

ट्रांजैक्शन के बाद आईआईएफएल सिक्योरिटीज (IIFL Securities) वेल्थ मैनेजमेंट और एडवायजरी सर्विसेज पर फोकस करेगी। दोनों कंपनियों का मर्जर IIFL के अपनी लिस्टेड ब्रोकिंग सब्सिडियरीज को रिस्ट्रक्चर करने से जुड़े कदम का हिस्सा है। मर्जर के अनाउंसमेंट के बाद 5पैसा कैपिटल (5Paisa Capital) के शेयर बुधवार को करीब 8 पर्सेंट की तेजी के साथ 351.75 रुपये पर पहुंच गए। कारोबार के आखिर में कंपनी के शेयर 327.35 रुपये पर बंद हुए। वहीं, IIFL सिक्योरिटीज के शेयर 6 पर्सेंट की तेजी के साथ 72.4 रुपये पर पहुंचे। कंपनी के शेयर पिछले सेशन में 68.45 रुपये के स्तर पर बंद हुए थे।

मर्जर से 40% बढ़ जाएगा 5पैसा कैपिटल का कस्टमर बेस

आईआईएफएल सिक्योरिटीज (IIFL Securities) और 5पैसा कैपिटल (5Paisa Capital) के बोर्ड्स ने मंगलवार को मर्जर को मंजूरी दी है। मर्जर से 5पैसा कैपिटल का कस्टमर बेस करीब 40 पर्सेंट बढ़कर 4.7 मिलियन हो जाएगा। 5पैसा कैपिटल (5Paisa Capital) को कनाडा के बिलेनियर्स, प्रेम वत्स की फेयरफैक्स और वार्ड फेरी का सपोर्ट है। 5पैसा कैपिटल कस्टमर्स के मामले में भारत की छठवीं बड़ी ब्रोकर है। जेरोधा, देश की सबसे बड़ी ब्रोकर है और इसके 10 मिलियन से ज्यादा कस्टमर्स हैं। आईआईएफएल ग्रुप से जुड़े सूत्रों का कहना है कि IIFL सिक्योरिटीज, वेल्थ मैनेजमेंट और 10 लाख से 25 करोड़ रुपये के बीच की कैपिटल वाले इंडीविजुअल्स के लिए एडवायजरी पर फोकस करेगी।

डिस्क्लेमर: यहां सिर्फ शेयर के परफॉर्मेंस की जानकारी दी गई है, यह निवेश की सलाह नहीं है। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है और निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।

E-Commerce Platforms पर Flash Sale, Heavy Discount पर लगाई गई पाबंदी

भारत सरकार ने ई-कॉमर्स नियमों को संशोधित करने का फैसला किया है, क्योंकि देश में ऑफ़लाइन खुदरा विक्रेता अमेज़ॅन और फ्लिपकार्ट जैसे ई-कॉमर्स दिग्गजों की "शिकारी प्रथाओं" से असंतुष्ट हैं। सरकार ने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर फ्लैश सेल, भारी छूट पर भी रोक लगा दी है।

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