उन्होंने कहा कि इसी तरह राज्य चुनाव आयोग से अनुमति कार्यक्रम, स्टार प्रचारकों के प्रचार अभियान का शेड्यूल तैयार करना, प्रचार को लेकर चल रहे अभियान पर निगरानी करना। नामांकन के बाद उम्मीदवार कहा जाएगा, किन इलाकों में प्रचार करेगा उसकी निगरानी करने का काम भी वार रूम से होगा। पूरे प्रचार अभियान की सोशल मीडिया पर क्या फीडबैक आ रहा है, मीडिया में किस तरह कवरेज हो रहा है उसकी निगरानी भी वार रूम करेगा। यही नहीं बूथ प्रबंधन की निगरानी भी करेगा। इस तरह चुनाव के नामांकन से लेकर मतदान तक वार रूम की पूरे प्रचार क्या एमएसीडी एक गति संकेतक है? अभियान पर नजर रखेगी।

सापेक्ष शक्ति सूचकांक

सापेक्ष शक्ति सूचकांक ( RSI ) एक है तकनीकी सूचक के विश्लेषण में इस्तेमाल वित्तीय बाजारों । इसका उद्देश्य हाल की व्यापारिक अवधि के समापन मूल्यों के आधार पर किसी शेयर या बाजार की वर्तमान और ऐतिहासिक ताकत या कमजोरी को चार्ट करना है। संकेतक को सापेक्ष शक्ति के साथ भ्रमित नहीं होना चाहिए ।

आरएसआई को गति थरथरानवाला के रूप में वर्गीकृत किया गया है , जो मूल्य आंदोलनों के वेग और परिमाण को मापता है। गति मूल्य में वृद्धि या गिरावट की दर है। आरएसआई गति की गणना उच्च बंद से निचले बंद के अनुपात के रूप में करता है: जिन शेयरों में अधिक या मजबूत सकारात्मक परिवर्तन हुए हैं, उनमें उन शेयरों की तुलना में अधिक आरएसआई है जिनमें अधिक या मजबूत नकारात्मक परिवर्तन हुए हैं।

आरएसआई का उपयोग आमतौर पर 14-दिन की समय सीमा पर किया जाता है, जिसे 0 से 100 के पैमाने पर मापा जाता है, जिसमें उच्च और निम्न स्तर क्रमशः 70 और 30 पर चिह्नित होते हैं। छोटी या लंबी समय-सीमा का उपयोग वैकल्पिक रूप से छोटे या लंबे दृष्टिकोण के लिए किया जाता है। उच्च और निम्न स्तर- 80 और 20, या 90 और 10- कम बार होते हैं लेकिन मजबूत गति का संकेत देते हैं।

MCD Elections: नामांकन से लेकर चुनाव प्रचार की निगरानी करेगा वार रूम, सोशल मीडिया से लेकर स्टार प्रचारक पर रहेगी नजर

MCD Elections: नामांकन से लेकर चुनाव प्रचार की निगरानी करेगा वार रूम, सोशल मीडिया से लेकर स्टार प्रचारक पर रहेगी नजर

दिल्ली नगर निगम चुनाव की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए विरोधियों से आगे रहने के लिए आम आदमी पार्टी ने गुरूवार को एमसीडी वार रूम की शुरूआत की। आप के प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने वार रूम का उद्घाटन करते हुए कहा कि यहां से मख्यत: 10 चुनावी गतिविधियों की निगरानी की जाएगी। नामांकन से लेकर स्टार प्रचारकों के चुनाव प्रचार अभियान समेत सभी गतिविधियों की केंद्रीय वार रूम से निगरानी की जाएगी। जमीनी स्तर पर 14 जिला प्रभारी के साथ 7 लोकसभा स्तर पर प्रभारी बनाएं गए है, जो ग्राउंड रिपोर्ट सीधा वॉर रूम तक पहुंचाएंगे।

Index Fund: क्या है इंडेक्स फंड, इसमें क्यों करें निवेश, कैसे मिलेगा बड़ा रिटर्न

शेयर मार्केट (Share Market) में इंवेस्ट करना चाहते हैं? लेकिन शिकायत होगी कि कौनसे शेयर मैं पैसा लगाए, उसे कब कैसे ट्रैक करें और अगर इन सब के लिए टाइम नहीं है तो म्युचुअल फंड (Mutual Fund) आपके लिए बेस्ट है. अब आप पूछेंगे की कई म्युचुअल फंड देख चुके हैं. कोई ऐसा फंड जिसमें जोखिम कम से कम हो, ज्यादा रिटर्न लगभग तय हो और निवेश का खर्च भी कम आए. तो हमारे पास आपके लिए एक सलाह है. इंडेक्स फंड में निवेश करने की.

हमारे देश में बेसिकली दो क्या एमएसीडी एक गति संकेतक है? इंडेक्स हैं. एक सेंसेक्स, दूसरा निफ्टी 50. सेंसेक्स बीएसई यानी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स है. और ये टॉप 30 कंपनियों को ट्रैक करता है. मतलब उसके शेयर्स की कीमत बढ़ी या घटी. इसके अलावा सेक्टोरल इंडेक्स भी होते हैं जो किसी एक सेक्टर की कंपनी को ट्रैक करते हैं जैसे फार्मा सेक्टर्स.

तो अब इंडेक्स फंड क्या है. ये समझते हैं.

ये भी म्युचुअल फंड ही है. म्युचुअल फंड में क्या होता है. किसी फंड में आप पैसा डालते हैं फिर उस फंड का मैनेजर उसी पैसे को जगह जगह इंवेस्ट कर देता है और आपके साथ प्रोफिट शेयर करता है. वैसे ही इंडेक्स फंड का पैसा केवल और केवल इंडेक्स यानी सेंसेक्स या निफ्टी में ही लगाया जाता है. मान लीजिए अगर आप बीएसएई इंडेक्स में पैसा डालते हैं तो उस फंड को बीएसई के इंडेक्स सेंसेक्स की टॉप 30 कंपनियों में लगाया जाएगा. अगर बीएसई का एस एंड पी 100 इंडेक्स फंड है तो उसका पैसा सेंसेक्स की टॉप 100 कंपनियों में ही लगाया जाएगा.

देखिए किसी और फंड में आप निवेश करते हैं तो उसका फंड मैनेजर लगातार स्टॉक्स पर नजर बनाकर रखता है, पोर्टफोलियों में चेंजेज करता रहता है, एक जगह से पैसा निकाल कर दूसरी जगह लगाता है यानी निवेश पर एक्टिवली नजर बनाए रखता है. लेकिन इंडेक्स फंड में आंख बंद कर किसी एक इंडेक्स फंड में पैसा लगा दीजिए, क्योंकि अगर ये सेंसेक्स का फंड है तो उसमें कुछ बदलाव नहीं करने होते, सेंसेक्स की टॉप कंपनियां तो तय समय तक सेम ही होती है. इसलिए इसे पेसिव इंवेस्टमेंट भी कहते हैं.

इंडेक्स फंड में निवेश क्यों करें?

एक फायदा तो यह है कि इसमें एक्सपेंस रेश्यो यानी निवेश का खर्च कम होता है. इसके अलावा जो बीएसई या एनएसई इंडेक्स डिजाइन किया गया है वो ऐसा डिजाइन्ड है कि ये हमेशा बढ़ेगा ही. आप भी देख सकते हैं एक समय पर सेंसेक्स 19,000 पर हुआ करता था और आज देखिए 62,000 पर है तो सोचिए तब जिसने बीएसई के इंडेक्स फंड में पैसा लगाया होगा आज उसे कितना बड़ा मुनाफा मिला होगा. इसलिए इंडेक्स फंड में पैसा डालने का बड़ा फायदा है.

बड़ा आसान है, आसान इसलिए क्योंकि इसके लिए आपको डीमैट अकाउंट की जरूरत नहीं होती. और बिना क्या एमएसीडी एक गति संकेतक है? कमीशन के आप किसी इंवेस्टिंग एप के थ्रू इसमें निवेश कर सकते हैं. जैसे स्क्रीन पर आफको दिख रहा होगा इसमें कई सारे इंडेक्स फंड हैं, आप कोई भी सिलेक्ट करें, इसमें रिटर्न केलकुलेटर भी है. आप या तो एक बार में लमसम अमाउंट डाल दीजिए या एसआईपी के रूप में मंथली थोड़ा थोड़ा अमाउंड डालिए. तो निवेश के साथ हमेशा लॉन्ग टर्म में निवेश करने वाला मंत्र भी याद रखे.

L&T और BHEL सहित इन शेयरों में तेजी के संकेत, ना चूकें मुनाफा कमाने का मौका

नई दिल्ली : वैश्विक रुझानों और विदेशी निवेशकों के समर्थन के दम पर घरेलू शेयर बाजारों में तेजी का सिलसिला लगातार आठवें दिन भी जारी रहा। इससे गुरुवार को दोनों प्रमुख सूचकांक नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुए थे। बीएसई का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स 184.54 अंक यानी 0.29 फीसदी चढ़कर 63,284.19 अंक पर पहुंच गया। इसी तरह एनएसई का सूचकांक निफ्टी 54.15 अंक यानी 0.29 फीसदी की बढ़त के साथ 18,812.50 अंक पर क्या एमएसीडी एक गति संकेतक है? बंद हुआ। पीएमआई के सकारात्मक आंकड़े आने और आईटी शेयरों में खरीदारी से भी बाजार को तेजी मिली। आइए जानते हैं कि आज कौन-से शेयर ट्रेंड में रह सकते हैं।

इन शेयरों में दिख रही तेजी
मोमेंटम इंडिकेटर मूविंग एवरेज कन्वर्जेंस डिवर्जेंस (MACD) ने Jamna Auto, Hinduja Global, Tata Steel Long Products, Brigade Enterprises, UltraTech Cement और Strides Shasun पर तेजी का रुख दिखाया है। एमएसीडी को ट्रेडेड सिक्योरिटीज या इंडेक्स में ट्रेंड रिवर्सल के संकेत के लिए जाना जाता है। जब एमएसीडी सिग्नल लाइन को पार करता है, तो यह एक तेजी का संकेत देता है, यह दर्शाता है कि शेयर की कीमत में ऊपर की ओर गति देखी जा सकती है। इसी तरह यह मंदी का भी संकेत देता है।

Stock Market Prediction: इन शेयरों पर खेल सकते हैं दांव! दिख रहे तेजी के संकेत

Stock Market Prediction: भारतीय शेयर बाजार Indian Stock Market में हाल के दिनों में उतार चढ़ाव का दौर देखने को मिला है। अमेरिका USA में मुद्रास्फीति Inflation के सकारात्मक आंकड़ों Positive Data के बाद वैश्विक बाजारों में बीते शुक्रवार को तेजी नजर आई थी। इस दौरान सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों Information Technology Companies के शेयरों में लिवाली से शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 809 अंक से अधिक चढ़ गया था। वहीं इसी को लेकर कारोबारियों ने कहा कि रुपये में मजबूती तथा विदेशी कोषों Foreign Funds के प्रवाह से भी बाजार की तेजी को बल मिला है।

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज Bombay Stock Exchange (BSE) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स Sensex शुरुआती कारोबार में 809.64 अंक या 1.34 प्रतिशत के लाभ से 61,423.34 अंक पर पहुंच गया था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी शुरुआती कारोबार में 239.70 अंक या 1.33 फीसदी के लाभ से 18,267.90 अंक पर कारोबार कर रहा था। सेंसेक्स क्या एमएसीडी एक गति संकेतक है? क्या एमएसीडी एक गति संकेतक है? में शामिल सभी कंपनियों के शेयर लाभ में कारोबार कर रहे थे। इनमें सर्वाधिक लाभ में विप्रो Wipro रही जिसका शेयर शुरुआती कारोबार में 3.61 प्रतिशत चढ़ गया। टेक महिंद्रा Tech Mahindra, इंफोसिस Infosys, एचसीएल टेक HCL Tech, इंडसइंड बैंक IndusInd Bank, टाटा स्टील और टीसीएस के शेयर ata Steel and TCS Shares भी लाभ में थे।

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