Dollar Vs Rupee: रुपये में लगातार पांचवें दिन गिरावट, 9 हफ्ते के निचले स्तर पर पहुंचा, कल 24 पैसे टूटा

Dollar Vs Rupee: अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया तेज गिरावट के दौर में है और लगातार पांच सेशन से रुपया लाल निशान में ही बंद हो रहा है. अब रुपया 9 हफ्ते के निचले स्तर तक जा गिरा है.

By: ABP Live | Updated at : 15 Feb 2022 07:41 AM (IST)

Edited By: Meenakshi

डॉलर के मुकाबले रुपया टूटा (फाइल फोटो)

Rupee Vs Dollar: अमेरिकी डॉलर के मुकाबले विदेशी मुद्रा संकेतक क्या है? रुपये में गिरावट लगातार बढ़ती जा रही है. कल यानी सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 24 पैसे टूटकर नौ हफ्तों के निचले स्तर 75.60 पर बंद हुई. शेयर बाजार में गिरावट के बीच यूक्रेन को लेकर जारी तनाव के बीच निवेशक सुरक्षित समझी जाने वाली संपत्तियों में निवेश को तरजीह दे रहे हैं, जिसका असर रुपये पर पड़ा.

20 दिसंबर के बाद सबसे निचला स्तर
विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, घरेलू शेयर बाजारों में नरम रुख और कच्चे तेल के दाम में तेजी का भी घरेलू मुद्रा पर प्रतिकूल असर पड़ा. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 75.53 पर खुला और कारोबार के दौरान ऊंचे में 75.37 और नीचे में 75.64 तक गया. अंत में यह पिछले सप्ताह शुक्रवार के बंद भाव के मुकाबले 24 पैसे टूटकर 75.60 पर बंद हुआ. 20 दिसंबर के बाद रुपये का यह निचला स्तर है.

लगातार पांचवें सत्र में रुपया टूटा
यह लगातार पांचवां कारोबारी सत्र है, जब रुपया नीचे आया है. पांच कारोबारी सत्रों में रुपया 68 पैसे तक टूट चुका है. शुक्रवार को रुपया 21 पैसे टूटकर 75.36 पर बंद हुआ था. इस बीच छह मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी मुद्रा की मजबूती को बताने वाला डॉलर सूचकांक 0.13 फीसदी की बढ़त के साथ 96.21 पर पहुंच गया.

क्रूड में भी आ रही गिरावट
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘‘घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट और डॉलर सूचकांक में मजबूती के बीच रुपये में लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में गिरावट रही.’’ तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 1,747.05 अंक यानी तीन फीसदी लुढ़ककर 56,405.84 अंक पर बंद हुआ. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा का भाव 0.35 फीसदी टूटकर 94.11 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया.

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Published at : 15 Feb 2022 07:41 AM (IST) Tags: Rupee dollar Dollar Vs Rupee Dollar Exchange Rupee rate Rupee Index हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में आया उछाल, विदेशी मुद्रा भंडार में फिर आई गिरावट

केंद्रीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार चार नवंबर को समाप्त सप्ताह में 1.087 अरब डॉलर घटकर 529.994 अरब डॉलर पर आ गया।

इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में आया उछाल, विदेशी मुद्रा भंडार में फिर आई गिरावट

सितंबर में भारत का औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 3.1 प्रतिशत बढ़ा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) सितंबर, 2021 में 4.4 प्रतिशत बढ़ा था। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का उत्पादन सितंबर, 2022 में 1.8 प्रतिशत बढ़ा। समीक्षाधीन अवधि में माइनिंग सेक्टर उत्पादन 4.6 प्रतिशत और बिजली उत्पादन 11.6 प्रतिशत बढ़ा।

विदेशी मुद्रा भंडार का हाल: केंद्रीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी मुद्रा भंडार चार नवंबर को समाप्त सप्ताह में 1.087 अरब डॉलर घटकर 529.994 अरब डॉलर पर आ गया। बता दें कि अक्टूबर 2021 में, देश का विदेशी मुद्रा भंडार 645 बिलियन डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था।

आपको बता दें कि इस दौरान सोने का भंडार विदेशी मुद्रा संकेतक क्या है? 705 मिलियन अमरीकी डॉलर घटकर 37.057 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया।

विदेशी मुद्रा भंडार में फिर से आई गिरावट, जानिए अब खजाने में कितना रह गया है?

3 जून को बीते सप्ताह में देश के विदेशी मुद्रा भंडार में फिर से गिरावट दर्ज की गई. इस सप्ताह डॉलर के मुकाबले रुपया रिकॉर्ड लो पर बंद हुआ. इसके अलावा गोल्ड रिजर्व में भी गिरावट आई है.

विदेशी मुद्रा भंडार में फिर से आई गिरावट, जानिए अब खजाने में कितना रह गया है?

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार तीन जून को समाप्त सप्ताह में 30.6 करोड़ डॉलर घटकर 601.057 अरब डॉलर पर आ गया. भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) के आंकड़ों के अनुसार इससे पिछले सप्ताह विदेशी मुद्रा भंडार 3.854 अरब डॉलर बढ़कर 601.363 अरब डॉलर हो गया था. 20 मई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) 4.23 अरब डॉलर बढ़कर 597.509 अरब डॉलर रहा था. समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट का कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों में आई गिरावट है जो कुल मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण घटक है. आंकड़ों के अनुसार समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा आस्तियां (एफसीए) 20.8 करोड़ डॉलर घटकर 536.779 अरब डॉलर रह गयी. डॉलर में अभिव्यक्त विदेशी मुद्रा भंडार में रखे जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पौंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में मूल्यवृद्धि अथवा मूल्यह्रास के प्रभावों को शामिल किया जाता है.

आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य सप्ताह में स्वर्ण भंडार (India Gold reserves) का मूल्य भी 7.4 करोड़ डॉलर घटकर 40.843 अरब डॉलर रह गया. समीक्षाधीन सप्ताह में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 2.8 करोड़ डॉलर घटकर 18.41 अरब डॉलर रह गया. आईएमएफ में रखे देश का मुद्रा भंडार 50 करोड़ डॉलर बढ़कर 5.025 अरब डॉलर पर पहुंच गया.

रुपए का सेंटिमेंट कमजोर हुआ है

इधर विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया (Dollar vs Rupees) 19 पैसे की भारी गिरावट के साथ 77.93 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ. यह रुपए का अबतक का सबसे निचला स्तर है. कच्चे तेल की कीमतों में तेजी तथा विदेशी संस्थागत निवेशकों (Foreign Institutional Investors) की बाजार से पूंजी की निरंतर निकासी से यह गिरावट आई है. बाजार सूत्रों ने कहा कि शेयर बाजार में भारी बिकवाली तथा विदेशों में डॉलर के मजबूत होने से भी रुपए की धारणा प्रभावित हुई.

77.93 प्रति डॉलर के रिकॉर्ड लो पर बंद हुआ रुपया

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 77.81 पर खुला. दिन के कारोबार में यह 77.79 के उच्च स्तर और नीचे में 77.93 तक गया. कारोबार के अंत में रुपया अपने पिछले बंद भाव 77.74 रुपए के मुकाबले 19 पैसे की गिरावट के साथ 77.93 प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो अबतक का सबसे निचला स्तर है.

डॉलर इंडेक्स में मजबूती से रिकॉर्ड लो पर रुपया

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक, दिलीप परमार ने कहा, जोखिम से बचने की भावना, कमजोर वृहद आर्थिक आंकड़े और मजबूत डॉलर सूचकांक के बीच भारतीय रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गया….बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 1,016.84 अंक की गिरावट के साथ 54,303.44 अंक पर बंद हुआ.

FII ने बेचे 3973 करोड़ के शेयर

इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर की स्थिति को बताने वाला डॉलर सूचकांक 1 फीसदी बढ़कर 104.235 के स्तर पर बंद हुआ. ब्रेंट क्रूड 1.06 फीसदी की गिरावट के साथ 122 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को पूंजी बाजार से शुद्ध रूप से 3,973.95 करोड़ रुपए के शेयर बेचे.

विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार आ रही है गिरावट, फिसल कर 600 बिलियन डॉलर के करीब पहुंचा फॉरन रिजर्व

एकबार फिर से विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आई है. 22 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 3.27 बिलियन डॉलर की गिरावट आई और यह 600 बिलियन डॉलर के स्तर पर पहुंच गया. पिछले कुछ समय से फॉरन रिजर्व में लगातार गिरावट आ रही है.

विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार आ रही है गिरावट, फिसल कर 600 बिलियन डॉलर के करीब पहुंचा फॉरन रिजर्व

देश का विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange reserves) 22 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 3.271 अरब डॉलर घटकर 600.423 अरब डॉलर रह गया. भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) के शुक्रवार को जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार इससे पहले, 15 अप्रैल को समाप्त सप्ताह के दौरान भी इसमें 31.1 करोड़ डॉलर की कमी आई थी और यह घटकर 603.694 अरब डॉलर रह गया था. विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां (एफसीए) घटने की वजह से हुई जो कुल मुद्रा भंडार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. आंकड़ों के अनुसार 22 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में एफसीए 2.835 अरब डॉलर घटकर 533.933 अरब डॉलर रह गया. डॉलर में अभिव्यक्त किए जाने वाले विदेशी मुद्रा अस्तियों में विदेशी मुद्रा संपत्तियों में यूरो, पौंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्रा के घट-बढ़ को भी शामिल किया जाता है.

आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य सप्ताह के दौरान देश का स्वर्ण भंडार (Gold reserves) 3.77 करोड़ डॉलर घटकर 42.768 अरब डॉलर पर पहुंच गया. आरबीआई ने कहा कि इस सप्ताह अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 3.3 करोड़ डॉलर घटकर 18.662 अरब डॉलर रह गया. आंकड़ों के अनुसार, आईएमएफ में रखे गए देश का मुद्रा भंडार 2.6 करोड़ डॉलर घटकर 5.060 अरब डॉलर पर आ गया है.

शुक्रवार को रुपए में आया 11 पैसे का उछाल

अमेरिकी मुद्रा में आई नरमी के साथ डॉलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार को 11 पैसे चढ़कर 76.50 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. विदेशी बाजारों में अमेरिका मुद्रा के मूल्य में गिरावट और विदेशी संस्थागत निवेशकों के पूंजी प्रवाह से रुपए को मजबूती मिली. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 76.62 प्रति डॉलर पर खुला. कारोबार के दौरान रुपया 76.29 के उच्चतम और 76.63 के निचले स्तर तक गया. अंत में यह 11 पैसे मजबूत होकर 76.50 प्रति डॉलर पर बंद हुआ. गुरुवार को अमेरिका मुद्रा के मुकाबले रुपया 76.61 प्रति डॉलर के स्तर पर बंद हुआ था.

डॉलर इंडेक्स में गिरावट का दिखा असर

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार के अनुसार, बेहतर विदेशी निवेश, डॉलर सूचकांक में गिरावट और जोखिम वाली संपत्तियों में सुधार की उम्मीद से रुपए में तेजी आई. उन्होंने कहा, बाजार प्रतिभागियों को कैंपस एक्टिववियर को मिले अधिक अभिदान के बाद एलआईसी के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) से निवेश प्रवाह बढ़ने की उम्मीद है. इस बीच, छह मुद्राओं की तुलना में डॉलर का आकलन करने वाला डॉलर सूचकांक 0.6 फीसदी की गिरावट लेकर 102.98 पर रहा.

विदेशी निवेशकों ने फिर की बिकवाली

इसके अलावा, तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 460.19 अंक की गिरावट के साथ 57,060.87 अंक और एनएसई निफ्टी 142.50 विदेशी मुद्रा संकेतक क्या है? अंक टूटकर 17,102.55 अंक पर बंद हुआ. वैश्विक मानक ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 1.78 फीसदी की तेजी के साथ 109.51 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक ने शुक्रवार को 3648 करोड़ के शेयर बेचे, जबकि डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल निवेशकों ने 3490 करोड़ की खरीदारी की. कुल आधार पर 158 करोड़ की बिकवाली हुई.

विदेशी मुद्रा व्यापार की रणनीति बनाने के लिए मैं हायरलन सूचकांक का उपयोग कैसे करूं?

एडम खू द्वारा सबसे शक्तिशाली विदेशी मुद्रा ट्रेडिंग संकेतक (दिसंबर 2022)

विदेशी मुद्रा व्यापार की रणनीति बनाने के लिए मैं हायरलन सूचकांक का उपयोग कैसे करूं?

हॉरलान इंडेक्स विदेशी मुद्रा बाजार में उपयोग के लिए तैयार नहीं था, लेकिन बाजार की बढ़ती भावना को उजागर करने की अधिक क्षमता और अतिरिवर्तित / ओवरलेस्ट स्थिति को उजागर करने की उनकी क्षमता मुद्रा व्यापारियों के लिए मूल्यवान हो सकती है। हॉलैंड सूचकांक के भीतर तीन अलग-अलग संकेतक हैं पहला न्यू यॉर्क स्टॉक एक्सचेंज या एनवायएसई के तीन दिवसीय घातीय चलती औसत या ईएमए से बना एक विदेशी मुद्रा संकेतक क्या है? अल्पकालिक सूचक है। अल्पकालिक ट्रेंडलाइन वर्तमान अस्थिरता को दर्शाता है और ऐतिहासिक रूप से असामान्य या असुरक्षित मूल्य स्तर पर प्रकाश डाला गया है। एक मध्यवर्ती अवधि की ट्रेंडलाइन का निर्माण NYSE के 20-दिवसीय ईएमए के साथ किया जाता है और इसे सबसे महत्वपूर्ण घटक माना जाता है क्योंकि यह समर्थन और प्रतिरोध स्तर व्यक्त करता है। एनएवीएसई के 200-दिवसीय ईएमए के पिछले घटक, अपने ही किसी भी विदेशी मुद्रा व्यापार संकेतों को उत्पन्न नहीं करता है। इसके बजाए, यह अन्य दो ट्रेंडलाइनों को सुलझाने के लिए उपयोग किया जाता है।

हालांकि, हायरलान के साथ एनवायएसई पर नज़र रखने से विदेशी मुद्रा व्यापारियों के लिए केंद्रित सूचना नहीं होती है। इसके बजाय, इस सूचकांक के सूत्र को अलग-अलग मुद्रा जोड़े में लागू किया जा सकता है। सभी तीन चलती औसत अग्रिम और संख्याओं को कम करते हैं और मूल्य अंक नहीं देते हैं, इसलिए किसी भी बाज़ार में खरीदारों और विक्रेताओं की ताकत दिखाने के लिए हॉरलान की गतिविधियों का इस्तेमाल किया जा सकता है।

विदेशी मुद्रा व्यापारी हायरलान सूचकांक के माध्यम से दो मुद्राओं के बीच प्राकृतिक दोलन देख सकते हैं सबसे महत्वपूर्ण संकेत छोटे और दीर्घकालिक लाइन रिश्ते से उत्पन्न होते हैं। खरीदता है और बेचता संकेत दिया जाता है कि जब तीन दिवसीय 20 दिन को किसी भी दिशा में पार किया जाता है। नए ब्रेकआउट को विशेष रूप से मजबूत माना जाता है, जब 20-डे लाइन एक ही समय में समर्थन या विरोध के पिछले स्तर पर चलता है, उसी समय तीन दिवसीय एक ही दिशा में दृढ़ता से चल रहा है।

विदेशी मुद्रा व्यापार की रणनीति बनाने के लिए मैं सापेक्ष सामर्थ्य सूचकांक (आरआईवी) का उपयोग कैसे करूं? | इन्वेस्टोपेडिया

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विदेशी मुद्रा व्यापार की रणनीति बनाने के लिए मैं डुअल कमोडिटी चैनल इंडेक्स (डीसीसीआई) का उपयोग कैसे करूं? | विदेशी मुद्रा बाजार के व्यापार के लिए एक अनूठी ब्रेकआउट ट्रेडिंग रणनीति बनाने के लिए इन्व्हेस्टॉपिया

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दोहरी कमोडिटी चैनल इंडेक्स (डीसीआईआईआई) के वैकल्पिक व्याख्या का उपयोग करें।

विदेशी मुद्रा व्यापार की रणनीति बनाने के लिए मैं डायनामिक गति सूचकांक का उपयोग कैसे करूं? | इन्व्हेस्टमैपियाडिया

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