अगर आपका बच्चा कुछ बोलते समय बार-बार नाक या फिर कान छू रहा है, तो समझें कि आपका बच्चा आपसे कुछ झूठ बोल रहा है। इसके अलावा कुछ बच्चे झूठ बोलते समय अपने होठों को काटने लगते हैं।

बच्चों का झूठ पकड़ने के लिए फॉलो करें ये टिप्स, मिनटों में पता चल जाएगी सच्चाई

झूठ बोलते समय बच्चे काफी सोचते हुए और रुक-रुक कर बात करते हैं-Image-Canva

कुछ बच्चों को बचपन में ही झूठ बोलने की आदत पड़ जाती है. वहीं बेहद सफाई से झूठ बोलने के कारण कई बार पैरेंट्स भी बच्चों क . अधिक पढ़ें

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  • Last Updated : December 11, 2022, 06:42 IST

हाइलाइट्स

झूठ से पेरेंट्स को प्रभावित करने के लिए बच्चे बार-बार पलकें झपकाने लगते हैं.
झूठ बोलते समय बच्चे काफी सोचते हुए और रुक-रुक कर बात करते हैं.

Lying habits in children: बचपन में बच्चे अच्छी आदतों के साथ कुछ बुरी हैबिट्स (Bad habits) का भी शिकार हो जाते हैं. वहीं कुछ बच्चे छोटी उम्र में ही माता-पिता से झूठ बोलने लगते हैं. ऐसे में कई बार पैरेंट्स भी बच्चों का झूठ नहीं पकड़ पाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि बच्चों के बात करने का तरीका ही उनके झूठ का प्रमाण पेश करता है. जी हां, पैरेंट्स अगर चाहें तो बच्चों के बात करते समय कुछ संकेतों पर गौर करके आसानी से बच्चों के झूठ का पता लगा सकते हैं.

छोटे बच्चे कई बार पैरेंट्स से झूठ बोल देते हैं. ऐसे में पैरेंट्स के न टोकने पर बच्चे अक्सर झूठ बोलना शुरू कर देते हैं और कुछ ही समय में झूठ बोलना बच्चों की आदत में शुमार हो जाता है. इसलिए हम आपको बताने जा रहे हैं बच्चों के झूठ पकड़ने के कुछ टिप्स, जिसकी मदद से आप शुरूआत में ही बच्चों के झूठ बोलने की आदत छुड़वा सकते हैं.

पैरेंट्स से आंखे चुराना
झूठ बोलते समय बच्चों को अक्सर डर रहता है कि माता-पिता उनका झूठ पकड़ न लें. जिसके चलते ज्यादातर बच्चे झूठ बोलते समय पैरेंट्स से आई कॉन्टेक्ट नहीं कर पाते हैं और नजरें झुकाकर पैरेंट्स से बात करते हैं. ऐसे में आप बच्चों के झूठ का आसानी से अंदाजा लगा सकते हैं.

एक टांग पर खड़े होना
कई बच्चे पेरेंट्स के सामने खड़े होकर झूठ बोलने से डरते हैं. ऐसे में माता-पिता के आस-पास होने पर बच्चे झूठ बोलते समय अपने शरीर का सारा भार एक टांग पर शिफ्ट कर लेते हैं. जिससे आप बच्चों के झूठ बोलने का अंदाजा लगा सकते हैं. मगर ये नुस्खा सभी बच्चों के मामले में फिट नहीं बैठता है.

आंख झपकाने की आदत
कुछ बच्चे अपने झूठ को लेकर काफी कॉन्फीडेंट रहते झूठी संकेत और उनसे कैसे बचें हैं और बच्चों को लगता है कि उन्होंने अपने झूठ से पैरेंट्स को आसानी से कन्वेंस कर लिया है. ऐसे में पैरेंट्स को प्रभावित करने के लिए बच्चे बार-बार पलकें झपकाना शुरू कर देते हैं. जिससे आप बच्चों का झूठ झट से पकड़ सकते हैं.

रुक-रुक कर बोलना
झूठ बोलते समय बच्चों को काफी सोच-विचार करना पड़ता है. ऐसे में बच्चे बोलते-बोलते बीच में रुक जाते हैं. वहीं बच्चों के रुक-रुक के बोलने को आप झूठ बोलने का संकेत मान सकते हैं. इस दौरान बच्चे सोच-सोच कर बोलते हुए बातों को आपस में तोड़-मरोड़ कर पैरेंट्स के सामने झूठी संकेत और उनसे कैसे बचें प्रस्तुत करते हैं.(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)

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इन 3 बीमारियों के चलते भी ज्यादा झूठ बोलते हैं बच्चे, जानें कैसे करें इस गंदी आदत को कंट्रोल

चोरी करना और झूठ बोलना दो ऐसी आदते हैं जिन्हें बचपन से बच्चों में कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। लेकिन प्रश्न ये है कि क्या बच्चे हमेशा डर और आदत की वजह से झूठ बोलते हैं? जानते हैं।

Written by Pallavi Kumari | Published : May 18, 2022 12:04 PM IST

हम झूठ क्यों बोलते हैं (why people lie)? कभी आपने खुद से ये सवाल किया है। दरअसल, अक्सर लोग दो कारणों से झूठ बोलते हैं एक डर के कारण और दूसरा आदत के कारण। लेकिन बच्चों में झूठ बोलने की आदत (child lies a lot) क्या सिर्फ परवरिश से जुड़ी समस्या है या फिर ये कोई बीमारी है? जी हां, दरअसल साइंस की मानें तो जो बच्चे ज्यादा झूठ बालते हैं या बात-बात पर झूठ बोल बोल देते हैं ये हमेशा वे आदत या किसी डर की वजह से नहीं करते बल्कि, इनके पीछ कुछ बीमारियां जिम्मेदार हैं।

बच्चे झूठ क्यों बोलते हैं-What are the reasons for lying in children?

मेडिकल साइंस की मानें तो, जो बच्चे ज्यादा झूठ बोलते हैं अक्सर वे कुछ मेंटल डिसऑर्डर (Mental disorders) के कारण हो सकता है। दरअसल, बच्चों में कुछ मानसिक डिसऑर्डर होने पर वे ज्यादा झूठ बोलने लगते हैं। जैसे कि

1. अटेंशन डेफेसिट हाइपर एक्टिविटी डिसऑर्डर (ADHD disorder)

एडीएचडी (Attention deficit hyperactivity disorder) दिमाग की वो बीमारी है जो कि आज तक तेजी से बच्चों में बढ़ रही हैय़ इसमें बच्चा छोटी-छोटी बातों पर भी झूठ बोलने लगता है और ये आदत उनमें बढ़ती ही जाती है। दरअसल, ऐसे बच्चों में कुछ मानसिक क्रियाएं होती हैं जो उन्हें भविष्य के परिणामों को लेकर हमेशा डराए रखता है। इसलिए ऐसे बच्चे सच बोलने की हिम्मत नहीं कर पाते और तुरंत झूट बोल देते हैं।

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2. सोशल एंग्जायटी डिसऑर्डर (Social anxiety disorder)

सोशल एंग्जायटी डिसऑर्डर वाले बच्चे बाहरी लोगों से और वातावरण से बचने की कोशिश करते हैं। ऐसे बच्चे रोजमर्रा की चीजों को करने में घबराते हैं और सामाजिक चिंता से डरे रहते हैं जैसे कोई क्या सोचेगा, कोई क्या कहेगा और कहीं ये ना हो, वो ना हो। ऐसी सामाजिक चिंता विकार आमतौर पर शुरुआती से मध्य-किशोरावस्था में शुरू होता है, हालांकि यह कभी-कभी छोटे बच्चों या वयस्कों में शुरू हो सकता है। ऐसे में बच्चे इन कारणों से झूठ बोलते हैं। जैसे कि

-उन स्थितियों का डर कर झूठ बोलते हैं जिनमें आपको नकारात्मक रूप से आंका जा सकता है

-खुद को शर्मिंदा करने या अपमानित करने की चिंता से झूठ बोलते हैं

-अजनबियों के साथ बातचीत करने या बात करने पर झूठ बोलते है

3. कंडक्ट डिसऑर्डर (Conduct disorder)

कंडक्ट डिसॉर्डर(Conduct disorder) एक प्रकार की व्यावहारिक और इमोशन से जुड़ी बीमारी है। ये बीमारी जिन बच्चों में होती है उनमें ये बचपन से होती है। इस डिसऑर्डर के कार बच्चे बचपन से बेहद आक्रामक, गुस्सैल और झूठ बोलने वाले बन जाते हैं। इतना ही नहीं ऐसे बच्चे झूठ बालने के अलावा, चोरी करने और धोखा देना सीख जाते हैं। इसके अलावा कई सामाजिक वजहें भी होती हैं जिसकी वजह से ऐसे बच्चे झूठ बोलते हैं। ऐसे में कई बार बच्चे इन कारणों से भी झूठ बोलते हैं। जैसे कि

-गलती करने के बाद इसे छिपाने के लिए

-प्यार छिन जाने के डर से

-काम से बचने के लिए

-सच बोलने के परिणाम से

बच्चों की झूठ बोलने की आदत को कैसे सुधार सकते हैं- How to deal with a lying child?

-सच बोलने को एक घरेलू नियम बनाएं, ताकि बच्चों में सच बोलने की आदत आए।

-रोल मॉडल सेट करें जैसे कि झूठी संकेत और उनसे कैसे बचें खुद सच बोलें।

-झूठ बोलने के कारणों को जान कर बच्चों को प्यार से समझाएं।

-बच्चों में भरोसा बढ़ाएं कि वे सच बोलेंगे तो उनको कुछ भी झूठी संकेत और उनसे कैसे बचें नहीं कहा जाएगा और ना ही कोई सजा नहीं मिलेगी।

इन 5 संकेतों से पहचानें आपका बच्चा बोल रहा है झूठ, जानें कैसे छुड़ाएं बच्चों को झूठ बोलने की आदत

अगर आपका बच्चा आपसे झूठ बोल रहा है, तो कुछ तरीकों से आप आसानी से पहचान सकते हैं कि आपका बच्चा आपके साथ झूठ बोल रहा है। जानते हैं कैसे?

Kishori Mishra

Written by: Kishori Mishra Updated at: Jul 07, 2021 18:33 IST

इन 5 संकेतों से पहचानें आपका बच्चा बोल रहा है झूठ, जानें कैसे छुड़ाएं बच्चों को झूठ बोलने की आदत

माता-पिता को अधिकतर लोग सलाह देते हैं कि आप अपने बच्चों के साथ दोस्त बनकर रहें। ताकि वे अपनी हर छोटी से छोटी परेशानियों को आपके साथ शेयर कर सके। लेकिन कुछ ऐसी परिस्थितियां होती हैं, जिसकी वजह से बच्चे डांट के डर या फिर शर्म की वजह से आपसे झूठ बोलने लगते झूठी संकेत और उनसे कैसे बचें हैं। ऐसी परिस्थितियों में आप अपने बच्चों को कुछ कह भी नहीं सकते हैं। इसलिए आपके लिए बहुत ही जरूरी है कि आप उनके व्यवहार को जानकर उनके झूठ बोलने की आदत को सुधार सकें। आज हम आपको इस लेख में कुछ ऐसे टिप्स देने जा रहे हैं, जिससे आप बच्चे के व्यवहार को जानकर उनकी झूठ बोलने की आदतों को सुधार सकें।

इस तरीकों से पहचानें बच्चे आपसे बोल रहे हैं झूठ

1. बोलने का तरीका

अगर आपका बच्चा हकलाता नहीं है और कभी-कभी आपके पूछे सवालों से बिना बात के हकलाने लगे, तो समझ जाएं कि आपका बच्चा आपसे झूठ बोल रहा है।

2. बिना बात के चिढ़ना

कभी-कभी बच्चे जब झूठ बोलते हैं, तो वह आपके द्वारा पूछे जा रहे हर छोटी बातों से भी चिढ़ने लगते हैं। अगर आपके साथ भी बच्चा ऐसा कर रहा है, तो समझ जाएं कि आपका बच्चा आपसे कुछ छिपा रहा है।

3. फेस एक्सप्रेशन

अपने अपने फेश एक्सप्रेशन यानि चेहरे के हाव-भाव को छुपाना नहीं जानते हैं। इसलिए अगर आपको लगे की आपका बच्चा झूठ बोल रहा है, तो उनके चेहरे के हाव-भाव पर ध्यान दें। इससे आप समझ सकेंगे कि आपका बच्चा आपसे झूठ बोल रहा है। साथ ही उनके बॉडी लैंग्वेज को देखकर समझने की कोशिश करें कि आपका बच्चा आपसे क्या छुपा रहा है।

4. शक होने पर बात को दोबारा बताने कहें

अगर आपको किसी बात पर यह शक हो रहा है कि आपका बच्चा आपसे झूठ बोल रहा है, तो उसे उसी बात को दोबारा बताने के लिए कहें। ऐसा करने से आपका बच्चा अगर झूठ बोल रहा होगा, तो असहज या फिर घबराने लगेगा। ऐसे में समझ जाएं कि आपका बच्चा आपसे झूठ बोल रहा है। क्योंकि बार-बार झूठ बोलना बच्चों के लिए आसान नहीं होता है। वे झूठ बोलने से घबराने लगते हैं।

5. चेहरे को छूना

अगर आपका बच्चा कुछ बोलते समय बार-बार नाक या फिर कान छू रहा है, तो समझें कि आपका बच्चा आपसे कुछ झूठ बोल रहा है। इसके अलावा कुछ बच्चे झूठ बोलते समय अपने होठों को काटने लगते हैं।

बच्चों को सच बोलने के लिए कैसे करें प्रेरित

अगर आपको यह महसूस हो कि आपका बच्चा बात-बात पर झूठ बोलता है, तो उन्हें डांटने के बजाय प्यार से समझाएं कि झूठ बोलना गलत होता है। उन्हें झूठ बोलने वालों के साथ हुए कुछ बुरे उदाहरण दें, ताकि वे झूठ बोलने से होने परिणामों से डरकर आपसे सच बोल सकें।

इसके अलावा घर के माहौल को ऐसा रखने की कोशिश करें, जिससे आपका बच्चा आपसे हर तरह की बातों को सच बता सके। सच बोलने पर उन्हें सजा न दें, बल्कि उन्हें ऐसा करने पर उनकी सराहना करें।

ध्यान रखें कि आपका बच्चा डांटने या फिर मारने से बिगड़ता है। इसलिए कभी भी उन्हें छोटी-छोटी बातों के लिए डांटे नहीं। बल्कि उन्हें प्यार से समझाएं ताकि वह आपसे हर छोटी बातों को शेयर करें। यह एक अच्छे परवरिश की निशानी होती है।

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इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास झूठी संकेत और उनसे कैसे बचें किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।

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प्रेग्‍नेंसी में मिल रहे कुछ संकेत बता सकते हैं पेट में बेटी है या बेटा, जानिए ये संकेत सच हैं या झूठ

आप बेटी की मां बनने वाली हैं या बेटे की। गर्भावस्था के पहले दिन से ही यह जानने की चाह बहुत ज्यादा होती है। मौजूद है पेट में बेटा या बेटी जानने के कुछ ट्रिक्स।

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प्रेग्‍नेंसी में मिल रहे कुछ संकेत बता सकते हैं पेट में बेटी है या बेटा, जानिए ये संकेत सच हैं या झूठ

​आपके गर्भ में बेटी है यदि -

  • बच्चे की हृदय गति एक मिनट में 140 बीट से कम है।
  • आपका पेट बाहर की ओर बढ़ा है।
  • गर्भ में बच्चा नीचे की ओर लटका हुआ नजर आता है।
  • गर्भावस्था में आपका चेहरा खिल उठा है।
  • झूठी संकेत और उनसे कैसे बचें
  • पहली तिमाही में आपको उल्टी-मितली या माॅर्निंग सिकनेस नहीं हुई है।
  • आपका दायां स्तन, बाएं स्तन से ज्यादा बड़ा है।
  • आप एक मिनट से ज्यादा खुद को शीशे में देखती हैं और पाती हैं कि आपकी आंखों की पुतलियां फैल गई हैं।
  • गर्भावस्था में आपको नमकीन खाने की काफी ज्यादा चाह हो रही है।

​गर्भ में बेटी होने के लक्षण

  • गर्भावस्था के दौरान आपके पैर काफी ज्यादा ठंडे रहने लगे हैं जबकि पहले ऐसा नहीं होता था।
  • शादी में दी गई अंगूठी को एक धागे में लटकाएं और अपने पेट के ऊपर उसे स्विंग करें। आप पाएंगी कि वह सिर्फ एक साइड की ओर ही घूम रहा है।
  • आपकी त्वचा रूखी हो गई है। गर्भावस्था में आपको मूड स्विंग्स कम हुए हैं।
  • गर्भधारण के बाद सेक्स के दौरान आप ज्यादा डोमिनेटिंग हो गई थीं।
  • जब कोई आपको हाथ दिखाने के लिए कहता है कि तो आप हथेली को नीचे की ओर करके अपना हाथ दिखाती हैं।
  • गर्भावस्था में आपके बाल चमकदार हो गए हैं। आपके शरीर के बालों की ग्रोथ प्रेग्नेंसी में अचानक बढ़ गई है।
  • इन दिनों आपको ज्यादा सिरदर्द होने लगा है। जब भी सोती हैं तो आपका तकिया उत्तर की ओर हो जाता है।
  • आपका पेशाब का रंग गाढ़ा पीला हो गया है। आपके पिछले बच्चे का पहला शब्द ‘दादा’ था।

​गर्भ में बेटा होने के लक्षण

  • आपकी बेटी की धड़कनें एक मिनट में 140 बीट से ज्यादा है।
  • आपके पेट का आकार गोल है। पेट की पोजीशन ऊपर की ओर है।
  • आपका चेहरा मुरझाने लगा है। आपको पहली तिमाही में काफी ज्यादा माॅर्निंग सिकनेस की परेशानी हुई है।
  • आपका बायां स्तन दाएं स्तन से बड़ा है। आप एक मिनट से ज्यादा शीशे में खुद को देखती हैं पर आपकी पुतलियां फैलती नहीं हैं।
  • गर्भावस्था में आपको मीठा जैसे जूस, मिठाई आदि खाने की चाह ज्यादा हुई है।
  • प्रेग्नेंसी में आपके पैर उतने ही गर्म रहते हैं, जितने कि गर्भावस्था से पहले थे।
  • आप अपनी शादी में मिली अंगूठी को एक धागे में बांधकर पेट के ऊपर घुमाएं। धागा आपके पेट के ऊपर गोल-गोल घूमता हुआ नजर आता है। आपकी त्वचा काफी मुलायम हो गई है।

​बेटा होने का लक्षण क्या है

  • सामान्य दिनों की तुलना में आपका मूड काफी स्विंग होने लगा है। के बावजूद आपके शरीर से गंध नहीं आती है।
  • इन दिनों आपके बाल काफी कमजोर हो गए हैं। नहीं हुई।
  • सोते समय आप दाईं करवट सोती हैं।
  • आपके पिछले बच्चे का पहला शब्द ‘मां’ था।

नोट : ये सिर्फ कही-सुनी बातें हैं और इनका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। किसी भी आधार पर यह नहीं कहा जा सकता कि इन लक्षणों या संकेतों के मिलने पर आपके बेटा या बेटी ही होगी।

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