शेयर बाजार में निवेश

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Today in Indore: इंदौर में आज 13 दिसंबर को होंगे कई खास कार्यक्रम, पढ़कर बनाएं अपने दिन का प्लान, रणजीत हनुमान मंदिर में चार दिनी रणजीत अष्टमी महोत्सव की शुरुआत होगी, वहीं बिजासन रोड पर संतों के प्रवचन होंगे।

MP High Court: छात्र नवीन मेश्राम ने वकील विभोर खंडेलवाल के माध्यम से 87-13-13 फार्मूले को कोर्ट में चुनौती दी है, इस फार्मूले को नियम और कानून के विपरीत बताया है, 16 जनवरी को हो सकती है अगली सुनवाई।

Indore News: एमजीएम मेडिकल कालेज के अस्पतालों में बदलाव, नईदुनिया ने डा. शर्मा के एक साथ अलग-अलग अस्पतालों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाने को लेकर समाचार भी प्रकाशित किया था। एमटीएच अस्पताल की गड़बड़ी को लेकर भी प्रकाशित .

Gold and Silver Price in MP: इंदौर सराफ बाजार में सप्ताह के पहले ही दिन चांदी चौरसा 250 रुपये उछलकर 64 हजार रुपये के पार 64100 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई। सोना कैडबरी 50 रुपये घटकर 53250 रुपये प्रति दस ग्राम रहा।

Indore Crime News: दोनों पक्ष आमने-सामने हो गए और पथराव के साथ जमकर डंडे चले। इस दौरान शराब दुकान के गार्ड ने हवाई फायर भी किया लेकिन ऐसे ब्रोकरों से दूर रहें मारपीट जारी रही। सूचना पर विजय नगर पुलिस पहुंची और दोनों पक्षों को थाने ले गई।

Potato-Onion prices in Indore: नया माल आने से भाव पर दबाव पड़ रहा है। नए प्याज और आलू के दाम नरम पड़े। पुराने माल के दाम पहले से टूट रहे हैं। सोमवार को नए आलू की आवक दो से तीन हजार बोरी रही।

Indore Kirana Bazar Rate: सोमवार को नारियल में एकाएक मांग का दबाव बढ़ जाने के कारण तेजी को सपोर्ट मिला है। नारियल में करीब 50 रुपये प्रति बोरी की तेजी दर्ज की गई। आवक दो गाड़ी की रही।

Edible Oil Price in Indore: इंदौर तेल बाजार में सोया तेल 10 रुपये टूटकर नीचे में 1200 और ऊपर में 1205 तथा पाम तेल 980 रुपये प्रति दस किलो रह गया। दोपहर बाद सोया तेल 1200 रुपये में भी लेवाली कमजोर देखे गए।

Dal Rates in Indore: सोमवार को चना कांटा 50 रुपये बढ़कर 5200 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गया। चना दाल में भी मांग जोरदार रहने से 50 रुपये की तेजी रही। मसूर 25-75 रुपये बढ़कर 6200 रुपये प्रति क्विटंल पर पहुंच गई।

शेयर बाजार में निवेश

शेयर बाजार में निवेश कैसे करें यदि आपको शेयर मार्केट बारे में कम जानकारी है अथवा आप इस बाजार के नये खिलाड़ी हैं या आप चाहते तो हैं कि बाजार में निवेश करें मगर जानते नहीं कि क्या करें और कैसे करें तो आज हम आपको कुछ टिप्स देते हैं. कुछ और निवेश के टिप्स Share Bazar Tips यहाँ हैं. इस बाजार में हर कोई पैसा कमाना चाहता है मगर कई बार दोस्तों, रिश्तेदारों और साथ काम करने वालों की देखा देखी निवेश करके लोग फंस जाते हैं. जब भी शेयरों में निवेश करें तो अपनी समझ के साथ करें और जान लें कि उसमें कितना जोखिम हो सकता है. शेयर बाजार के बारे में अधिक जानकारी और अन्य पहलुओं को जानने के लिये Share Market in Hindi विस्तार से पढ़ें।

शेयर बाजार में निवेश

शेयर बाजार में निवेश

टिप्स से दूर रहें

आप भी कहेंगे कि यह क्या घालमेल है। साथ ही कह रहे हैं कि मैं आपको टिप्स देता हूं और साथ ही कह रहें हैं कि टिप्स से दूर रहें। वास्तव में मैं आपको किन कंपनियों के शेयरों में निवेश करें ऐसे टिप्स नहीं देने वाला। यहां मैं आपको यह बता रहा हूं कि कैसे शेयरों में निवेश करें। तो सबसे पहली बात मित्रों, रिश्तेदारों और ब्रोकरों के बताये टिप्स पर अथवा बाजार मैं फैली अफवाहों के आधार पर निवेश न करें। यह बहुत ही खतरनाक हो सकता है।

स्वयं को शिक्षित करें

बैलेंश शीट तथा कंपनियों के नतीजों को पढ़ना और समझना सीखें। यदि आपकी शिक्षा कॉमर्स स्ट्रीम से नहीं है तो थोड़ा और अधिक सावधान रहें। शेयर बाजार के बारे में जानकारी एकत्र करें। नियमित रूप से इक्नॉमिक टाइम्स जैसे समाचार पत्र पड़ें और CNBC आवाज जैसे चैनल देखें। दुनिया के शेयर बाज़ारों पर नज़र रखें और आसपास के सामाजिक, तकनीकी और आर्थिक बदलावों पर भी नज़र रखें। किस तरह की जानकारी एकत्र करें और किस आर्थिक समाचार का कैसा असर शेयर बाज़ार पर होगा यह समझाया गया है शेयर बाजार में पैसा कमाना चाहते हैं तो खुद को रखें अप टू डेट में हमारी साइट पर। शेयर मार्केट में प्रयोग होने वाले शब्द और उनके अर्थ भी समझें।

जानकारियां एकत्रित करें

इसके अलावा इंटरनेट पर निवेश संबधी जानकारियां एकत्रित करें। जब आपको बाजार के बारे में आत्मविश्वास जागने लगे तो भी निवेश करने से पहले दो तीन कंपनियों को चुन लें जहां आपको लगे कि निवेश करना सही रहेगा। उसके बाद उन कंपनियों के भावों पर नियमित नजर रखें। कम से कम एक महीना अपनी इन कंपनियों पर नजर रखें। यदि लगे कि आपका चुनाव सही था तो आप बाजार में जाने के बारे ऐसे ब्रोकरों से दूर रहें में सोच सकते हैं।

शुरुआत कम पूंजी से करें

शुरुआत में नाम मात्र का निवेश करें और अनुभव प्राप्त करें। एकदम से बड़ी रकम दांव पर न लागायें। वैसे भी बाजार में एक साथ बड़ा निवेश करने से बचना चाहिये और अपनी पूँजी का एक एक हिस्सा नियमित रूप से निवेश करना चाहिये। आप कम राशी से भी शेयर बाजार में शुरुआत कर सकते हैं। शेयर बाजार में कम से कम कितना निवेश कर सकते हैं आप यहां पढ सकते हैं।

अपने रिस्क को समझें

यदि आप नए खिलाडी हैं तो अपने रिस्क को समझें. जब हम कार चलाना सीख रहे होते हैं तो टक्कर होने का खतरा भी रहता है. शुरू के निवेश के फैसले गलत भी हो सकते हैं. बाजार में कभी कभी सुनामी भी आती है. बाजार की सुनामी में अच्छे अच्छे शेयर भी बह जाते हैं. बड़े से बड़े जानकार और अनुभवी लोग भी यहाँ घाटा खा सकते हैं. निवेश से पहले अपने रिस्क सहने की क्षमता का आकलन अवश्य करें.

शेयर बाजार में निवेश पर यह टिप्स आपको कैसे लगे अवश्य बतायें तथा तैयार हो जाएँ शेयर बाजार में निवेश के लिए.

बिना रिस्क Stock Market से की जा सकती है कमाई, ये है इसका 'खास' तरीका

शेयर बाजार ही एकमात्र साधन है, जिसकी मदद से कम पूंजी के जरिए बड़ी पूंजी बनाई जा सकती है, क्योंकि शेयर बाजार ने ही लंबे पीरियड में बेहतरीन रिटर्न दिया है.

शेयर बाजार हमेशा से जोखिम भरा रहा है.

शेयर बाजार हमेशा से जोखिम भरा रहा है. शेयरों में उतार-चढ़ाव आम आदमी के समझ नहीं आते. लेकिन, बाजार की रिकॉर्ड ऊंचाई और लगातार मिलने वाला बड़ा रिटर्न आकर्षित जरूर करता है. शेयर बाजार ही एकमात्र साधन है, जिसकी मदद से कम पूंजी के जरिए बड़ी पूंजी बनाई जा सकती है, क्योंकि शेयर बाजार ने ही लंबे पीरियड में बेहतरीन रिटर्न दिया है. अगर आप भी शेयर बाजार में पैसा लगाना चाहते हैं, लेकिन पैसा खोने का डर है तो रिस्क फ्री कमाई का एक तरीका है. इसके लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं. हम शेयर बाजार में निवेश करके पैसा कमाने के कुछ खास तरीके बता रहे हैं, जिनकी मदद से बिना जोखिम अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है.

ट्रेडबुल्स सिक्योरिटीज के डायरेक्टर और सीओओ ध्रुव देसाई के मुताबिक, पिछले साल शेयर बाजार ने 18 फीसदी तक रिटर्न दिया है. लिहाजा नए निवेशक बाजार में कुछ छोटी पूंजी से शुरुआत कर सकते हैं. बाजार में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. लिहाजा निवेश करने के लिए यह सही समय है. अच्छे शेयरों में लंबी अवधि का निवेश हमेशा फायदेमंद रहता है. इक्विटी में निवेश अच्छा विकल्प है. इसे एक अच्छे निवेश साधन के रूप में देखना चाहिए.

लंबी अवधि के लिए लगाएं दांव
शेयर बाजार के एक्सपर्ट्स बताते हैं कि शेयर बाजार में आप जितने कम समय के नजरिए से पैसे लगाते हैं. आपका जोखिम उतना ही अधिक होता है. अगर आप किसी ऐसे ब्रोकरों से दूर रहें शेयर में कुछ घंटों या कुछ दिनों के लिए पैसे लगा रहे हैं तो यह जुए की तरह है यानी शेयर बाजार में जोखिम कम करने का सबसे पहला तरीका यह है कि आप लंबी अवधि के लिए निवेश करें. यहां लंबी अवधि कहने से मतलब कम से कम तीन साल है. इससे अधिक आप कितने साल तक बने रहते हैं, यह आपकी इच्छा पर निर्भर है.

इन शेयरों से बनाएं दूरी
शेयर बाजार में आपको ढेरों ऐसे शेयर मिल जाएंगे, जिनकी कीमत काफी कम है. आपको एक रुपए से कम के भी ढेरों शेयर मिल जाएंगे. ऐसे शेयर देखकर काफी लोग लालच में पड़ जाते हैं. निवेशकों को लगता है कि 50 पैसे का शेयर कुछ ही दिनों में एक रुपए का हो सकता है. इस ऐसे ब्रोकरों से दूर रहें तरह कुछ ही दिनों में उनकी पूंजी दो गुनी हो जाएगी. लेकिन आपके लिए यह जानना जरूरी है कि अगर ये शेयर आज इतने कम भाव में मिल रहे हैं, तो ऐसे ब्रोकरों से दूर रहें उसकी वजह यह है कि फंडामेंटल रूप से इनकी कंपनियां मजबूत नहीं है. ऐसे में बेहतर यही होगा कि आप ऐसे शेयरों से दूर रहें.

समझ आने पर ही करें निवेश
अक्सर आपने अपने दोस्तों, परिचितों को यह कहते सुना होगा कि फ्यूचर्स और ऑप्शंस में उन्होंने काफी पैसे कमाए हैं. ऐसे ही लोग यह भी कहते हैं कि मार्जिन पर काम करके ऐसे ब्रोकरों से दूर रहें आप कम पैसे में अधिक पूंजी बना सकते हैं, लेकिन अगर आप अपने आप को जोखिम से बचाना चाहते हैं तो इन भुलावों में न पड़ें. इन तरीकों का इस्तेमाल केवल तभी करना चाहिए, जब आपको इनके बारे में काफी अच्छी जानकारी हो. तब आप इनके फायदे और नुकसान दोनों से परिचित हो जाते हैं.

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जानकारी बढ़ेगी, रिस्क घटेगा
आप कोई छोटा से छोटा काम भी करते हैं, तो उसके बारे में पूरी जांच पड़ताल करते हैं. आप बाजार से सब्जी भी खरीदने जाते हैं तो पूरा मोलभाव करते हैं. लेकिन जब आप शेयर बाजार में पैसे लगाते हैं तो कुछ परिचितों के या ब्रोकर के कहने पर ही ऐसा कर देते हैं. जरूरी है कि आप शेयर बाजार से संबंधित जानकारी बढ़ाते जाएं. जैसे-जैसे आपकी जानकारी बढ़ती जाएगी, आप खुद ही यह पाएंगे कि आपका जोखिम घटता चला जाएगा.

पर्सनल फाइनेंस: शेयर बाजार में ट्रेड करने से पहले सुरक्षा को समझना जरूरी, लालच के अवसर से दूर रहिए, कारोबार करने से पहले इन बातों पर दें ध्यान

निवेश से पहले जितना हो सके उतना रिसर्च करें। प्रमोशनल न्यूज़लेटर्स, नोटिस और ईमेल की बात आने पर बिजनेस और प्रमोटर्स के बारे में पता करें - Dainik Bhaskar

शेयर बाजार में कारोबार करना बड़ा आसान लगता है। लेकिन इस आसानी और लगातार ज्यादा रिटर्न पाने की लालच से निवेशकों को नुकसान होता है। अगर आप एक निवेशक के तौर पर कारोबार कर रहे हैं तो आपको अपने पैसों की सुरक्षा और लालच के अवसर से दूर रहने के लिए पहले काम करना होगा।

बेहतर रिटर्न का होता है उद्देश्य

ट्रेडिंग का मुख्य उद्देश्य निवेश पर बेहतर रिटर्न (आरओआई) हासिल करना है। दुर्भाग्य से, कई स्कैमर्स और धोखेबाजों को आसान पैसे के इस लालच में भी मौका दिखाई देता है। निवेशकों को सही तरीकों से धन कमाने की इच्छा करने का पूरा अधिकार है, लेकिन निगेटिव पहलू यह है कि शेयर बाजार में नौसिखिए निवेशकों से धोखाधड़ी करने वाले भी बहुत हैं। ब्रोकिंग हाउस एंजल ब्रोकिंग का कहना है कि निवेशक नीचे दिए गए टिप्स को आजमा कर धोखाधड़ी और नुकसान से बच सकते हैं।

धोखेबाज एडवाइजर्स से दूर रहें

इन दिनों सैकड़ों धोखेबाज एडवाइजर अपने आपको शेयर बाजार विशेषज्ञों के रूप में पेश करते हैं। वे आम तौर पर अलग-अलग ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर काम करते हैं। यदि आप उन्हें नहीं पहचान पाते और यह नहीं जानते तो इसका शिकार होने की संभावना बहुत ज्यादा है।

सेबी में रजिस्टर्ड निवेश सलाहकार का सहारा लें

नौसिखिए निवेशकों के लिए सही नियम यही होना चाहिए कि वे ट्रेडिंग की शुरुआत में सेबी-रजिस्टर्ड निवेश सलाहकारों की सेवा लें। इसमें एक बड़ा जोखिम शामिल है: थर्ड पार्टी के साथ आपके खाते में लॉगिन क्रेडेंशियल साझा करना आपको धोखाधड़ी के लिए असुरक्षित बना सकता है।

थर्ड पार्टी को अधिकार देने से बचें

आपकी ओर से ट्रेड्स को सफल बनाने वाले एक्सपर्ट ट्रेडर की धारणा आसान हो सकती है, लेकिन यह आपके लिए कई समस्याएं भी शुरू कर सकती है। सबसे अच्छा तरीका यह है कि जब तक कि टेक-ड्रिवन ट्रेडिंग सॉल्युशन नहीं है, रेगुलेटरी फ्रेमवर्क के अनुसार फुल कम्प्लायंस में काम करने वाले किसी व्यक्ति की पुष्टि नहीं होती, तब तक किसी थर्ड पार्टी को अपने ओर से ट्रेड करने के अधिकार देने से बचें।

उन साधन का उपयोग नहीं करें, जिन्हें आप समझते नहीं हैं

इसके अलावा, ऐसे टूल्स का उपयोग न करें जिन्हें आप अच्छी तरह से समझ नहीं पाए हैं। इसके अलावा, यदि आप लॉगिन डिटेल्स के कारण किसी नुकसान में हैं, तो आप एग्रीमेंट करनेवाले ब्रोकर या थर्ड पार्टी के खिलाफ शिकायत दर्ज कर सकते हैं। कई फिल्मों में पंप एंड डंप स्कीम का चलन बताया गया है और अब वित्तीय दुनिया इसके लिए कोई नई नहीं है। हालांकि, लालच लोगों को गलत रास्ते पर ले जाता है। छोटे शेयरों में ज्यादा हेरफेर सबसे आसान है।

यह किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा किया जा सकता है, जिसके पास ऑनलाइन ट्रेडिंग खाते तक पहुंचने और निवेशकों के शेयर खरीदने के लिए जोड़-तोड़ करने की आदत हो। मूल रूप से इस स्कीम को समझना होगा।

धोखेबाज क्या करते हैं?

धोखेबाज एक ऐसे शेयर में भारी मात्रा में खरीदारी करते हैं, जो कम वोल्यूम पर ट्रेड करता है। इससे कीमत में भारी उछाल आती है। जब निवेशक शेयर खरीद लेते हैं तो धोखेबाज अपने शेयर बेच देते हैं और स्टॉक को गिरा देते हैं। इससे निवेशकों का पैसा डूब जाता है।

निवेश से पहले रिसर्च करें

किसी भी शेयर के बारे में तमाम खबरें आती जाती हैं। यह खबरें कभी-कभी शेयरों की कीमतों को बढ़ाने के लिए या गिरान के लिए जान बूझकर फैलाई जाती हैं। इसलिए ऐसी खबरों के सोर्स को जरूर देखें। यह सुनिश्चित करें कि शेयर खरीदने से पहले आप अपना रिसर्च करें।

ज्यादा रिटर्न पर ध्यान न दें

जब बात निवेश की आती है तो सावधानी जरूर रखें। जल्दबाजी, या ज्यादा रिटर्न देनेवाले स्टॉक को न खरीदें। निवेश से पहले जितना हो सके उतना रिसर्च करें। प्रमोशनल न्यूज़लेटर्स, नोटिस और ईमेल की बात आने पर बिजनेस और प्रमोटर्स के बारे में पता करें।

कई स्कैमर्स शॉर्टकोड का उपयोग कर एसएमएस भेजते हैं जो एक प्रतिष्ठित ब्रोकरेज फर्म जैसे नजर आते हैं। इसे ध्यान में रखें। छोटे-छोटे स्टॉक से दूर रहें। उनमें निवेश तभी करें जब आप अपना पैसा खोने की क्षमता रखते हैं।

हाईटाइड के वक्त रहें समुंदर से दूर

कल शाम एक समझदार और अपेक्षाकृत ईमानदार ब्रोकर (क्योंकि ज्यादातर ब्रोकर केवल अपने धंधे के प्रति ईमानदार होते हैं, हमारे प्रति नहीं) से बात हो रही है। उनका कहना था कि हर समय हर किसी के लिए ट्रेड करने का नहीं होता। जैसे, इस समय जितनी वोलैटिलिटी चल रही है, निफ्टी दिन में अक्सर 200-250 अंक ऊपर नीचे होने लगा है, उसे देखते हुए हमें मैदान बड़ों के लिए छोड़ देना चाहिए। नहीं तो हम पिस जाएंगे और हमारी बड़ी मेहनत से जुटाई गई ट्रेडिंग पूंजी ही उड़ जाएगी। आखिर हम कहां-कहां और कितना स्टॉप लॉस लगाते फिरेंगे?

मुझे भी उनकी बात वाजिब लगी। हम बड़ों की पूंजी और सौदों की स्पीड/तेज़ी का मुकाबला कतई नहीं कर सकते और जबरदस्त ऐसे ब्रोकरों से दूर रहें उतार-चढ़ाव के बीच यहीं चीजें कामयाबी दिलाती हैं। इसलिए प्रतिद्वंद्वी जब ज्यादा ताकतवर हो तो मैदान छोड़कर तमाशा देखना ही लाभकारी है। हम कोई गुरिल्ला योद्धा तो हैं नहीं और न ही ट्रेडिंग कोई युद्ध है कि छिपकर वार कर बड़ी सैन्य ताकत को भी मात दे सकें। बाज़ार से दूर रहने से हमारी ट्रेडिंग पूंजी तो सलामत रहेगी।

बाज़ार में यह वोलैटिलिटी कब तक चलेगी? कम से कम इस पूरे महीने क्योंकि सीरिया पर अमेरिकी हमला और बेन बरनान्के की तरफ से बाज़ार से बांड खरीद का सिलसिला धीमा करने की घोषणा कभी भी हो सकती है। ये दो बड़ी बातें दुनिया समेत भारतीय बाज़ार के लिए बहुत मायने रखती हैं। सेंट पीटर्सबर्ग में जी-20 देशों के नेता भले ही सीरियाई अवाम पर खतरनाक रसायनों का इस्तेमाल करनेवाली असद सरकार के खिलाफ सैन्य कार्रवाई का विरोध करें और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सर्वोपरि होने का दावा करें, लेकिन हकीकत यही है कि बराक ओबामा ही नहीं, पूरी अमेरिकी संसद सीरिया पर हमला चाहती है ताकि हथियारों की ताकतवर लॉबी का ‘उपकार’ किया जा सके।

इन अनिश्चितताओं के बीच भारत सरकार या रिजर्व बैंक जो भी अच्छा कदम उठाएंगे, उसका असर क्षणिक ही होगा। कुछ दिनों के बाद फिर अमेरिकी हरकतें हमारे बाज़ार को ताता-थैया कराने लगेंगी। दिक्कत यह है कि रिजर्व बैंक के नए गवर्नर रघुरान राजन या हमारे वित्त मंत्री पलानिअप्पन चिदंबरम भले ही दिमागदार लोग हों, शांति चाहते हों, लेकिन बड़े ट्रेडर बहुत पहुंचे हुए हैं और अफरातफरी मचाकर कमाना चाहते हैं। वे तिल का ताड़ बनाना बखूबी जानते हैं क्योंकि यह उनकी ‘पापी आंत’ का सवाल है। ऐसे दौर में लंबे निवेश के लिए अच्छे शेयरों को पकड़ने की नीति सबसे फायदेमंद रहेगी। ट्रेडिंग करना दुस्साहस का काम नहीं है। दुस्साहसी लोग बाज़ार में कमाते नहीं, अक्सर मात ही खाते हैं।

मालूम हो कि अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) की एक टीम के अध्ययन पर आधारित रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय शेयर बाज़ार की ट्रेडिंग में ब्रोकरों की प्रापराइटरी यानी खुद अपने धन के दम पर की गई ट्रेडिंग का हिस्सा एनएसई के कैश मार्केट टर्नओवर का 26 फीसदी और बीएसई के कैश मार्केट टर्नओवर का 23 फीसदी है। सेबी ने यह रिपोर्ट हाल ही में जारी की है और उसने आईएमएफ टीम को बताया है कि ब्रोकर इतनी ट्रेडिंग आमतौर पर उधार लेकर नहीं, बल्कि अपने धन से करते हैं।

ब्रोकरों की यह ताकत उन्हें हमारे शेयर बाज़ार में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) के बराबर ला खड़ा करती है। डेरिवेटिव सेगमेंट में तो ब्रोकरों और उनके एचएनआई (हाई नेटवर्थ इंडीविजुअल) क्लाएंटों का ही साम्राज्य है क्योंकि वहां एफआईआई उनसे दबे हुए हैं और डीआईआई को इस सेगमेंट में उतरने की वैधानिक इजाज़त है नहीं। यह भी एक ऐसे ब्रोकरों से दूर रहें अघोषित सत्य है कि ब्रोकरों के जरिए ही राजनेताओं का बेनामी धन शेयर बाज़ार में लगता है। हो सकता है कि ब्रोकर का धन उसका नहीं, बल्कि किसी बड़े राजनेता का हो।

अपने बाज़ार में ऐसी तमाम विसंगतियां हैं। विकसित देशों में अमूमन ब्रोकर का धंधा ब्रोकिंग ही होता है। वे प्रॉपराइटरी ट्रेड से दूर ही रहते हैं। लेकिन अपने यहां जो स्टॉक्स वे ग्राहकों से खरीदवाते हैं, उन्हें खुद बेच रहे होते हैं। चूंकि राजनेताओं का बेनामी धन इस तरीके से बाज़ार में आता है, इसलिए इसे रोकने का कोई इंतज़ाम नहीं है। कंपनियों से लेकर सरकार और बैंक, बीमा कंपनियों और एफआईआई तक क्या फैसले लेने जा रहे हैं, इसका पता दो से चार दिन पहले ही ब्रोकर फर्मों के आला अधिकारियों को चल जाता है। बहुत सारी ब्रोकिंग व फाइनेंस की फर्में तो कालेधन को सफेद करवाने के लिए बनी हुई हैं।

आप कहेंगे कि मगरमच्छों से भरे ऐसे तालाब में तैरने के उतरा ही क्यों जाए! सही बात है। लेकिन गलत लोगों के जमने और गड़बड़ियों से कोई काम, कोई धंधा हमेशा के लिए गलत और त्याज्य नहीं हो जाता। शेयर बाज़ार एक माध्यम है जोखिम पूंजी या रिस्क कैपिटल को उद्योग-धंधों तक पहुंचाने का। इसकी यह भूमिका हमेशा बनी रहेगी। इसका कोई विकल्प नहीं। मगरमच्छों की खाल भले ही मोटी हों, लेकिन हमारे ब्रोकर-ट्रेडरों की चमड़ी दरियाई घोड़ों जैसी नरम है, भावनाओं में लिपटी है। वे शातिर मानसिकता के हो सकते हैं, लेकिन दिमागदार नहीं हैं। वे औरों में लालच और डर फैलाकर अपनी झोली भर सकते हैं। लेकिन भावनाओं पर तैरकर बाज़ार में शिकार नहीं कर सकते। वे अपनी गलाजत और चालाकी के चलते बुद्ध नहीं बन सकते। इसलिए हम बुद्ध बनकर उनका भी शिकार कर सकते हैं। आमीन! तथास्तु!!

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