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विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि आप क्रिकेट पर हमारा रख जानते हैं। हमें कभी भी यह स्वीकार नहीं करना चाहिए कि एक देश को आतंकवाद को प्रायोजित करने का अधिकार है। जब तक हम इसे अवैध नहीं करते यह जारी रहेगा। इसलिए पाकिस्तान पर वैश्विक.
रूस ईरान से गोला-बारूद और सैकड़ों बैलिस्टिक मिसाइलें लेने की कोशिश में है। इसके बदले में उसने ईरान को अप्रत्याशित सैन्य और तकनीक सहायता देने का प्रस्ताव रखा है। यह बात संयुक्त राष्ट्र में ब्रिटेन की राजदूत बारबरा वुडवार्ड ने .
पाकिस्तान में लाहौर हाई कोर्ट ने पनामा पेपर्स से जुड़े छह वर्ष पुराने अवमानना मामले में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की चुनौती याचिका खारिज कर दी। वर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इमरान के खिलाफ 6.1 करोड़ डालर का अवमानना मा.
NGT ने बूचड़खानों से होने वाले प्रदूषण को लेकर केंद्रीय पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से जवाब मांगा है। एनजीटी ने हाल ही में बूचड़खानों से होने वाले प्रदूषण के संबंध में एक याचिका पर सुनवाई करते हुए संबंधित मंत्रालय.
New Education Policy विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने FYUP का नया ड्राफ्ट तैयार कर लिया है इसकी घोषणा 12 दिसंबर 2022 को हो सकती है। इसे ऐसे से भी समझा जा सकता है कि पहले तीन साल में होने वाली ग्रेजुएशन की पढ़ाई को अब चार सालों मे.
IND vs BAN भारतीय टीम ने चटगांव में खेला गया तीसरा और आखिरी मुकाबला 227 रन से जीत लिया लेकिन सीरीज बांग्लादेश ने 2-1 से अपने नाम किया। इस मैच में कई रिकॉर्ड बने जिसने इसे हमेशा के लिए यादगार बना दिया।
गाड़ी बेचने के लिए आवेदन करने के बाद आपको एक समय दिया जाएगा जिस समय एजेंट आपके घर के बाहर आकर गाड़ी को पिक करेगा। ध्यान रहे जब गाड़ी बेचने से पहले जो भी डिटेल्स आपने भरी है उससे जुड़े सभी डॉक्यूमेंट्स अपने पास जरूर रखें।
Hindu Undivided Family (HUF) को आयकर अधिनियम 1961 के तहत एक अलग व्यक्ति का दर्जा दिया गया है। एचयूएफ का अलग पैन होता है और यह निवेश के साथ बीमा उत्पाद एवं सम्पत्ति आदि भी खरीद सकता है।
मिलिंद सोमन इंडस्ट्री के फिट एक्टर्स में से एक हैं। वह फिल्मों से भले ही दूर हैं लेकिन सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं। हाल में उनके द्वारा किए गए लिक्विड वॉश विज्ञापन पर खूब खरी खोटी सुनाई जा रही है।
Chanakya Niti चाणक्य नीति में आचार्य चाणक्य ने बताया है कि व्यक्ति को सफलता प्राप्त करने के लिए कैसा जीवन व्यवतीत करना चाहिए। साथ ही यह भी बताया है कि एक पुत्र को कैसा होना चाहिए। जिससे उससे कुल नाम ऊंचा होता है।
जीवन में वित्तीय ज्ञान का महत्व
जीवन में वित्तीय आज़ादी के लिए उसका ज्ञान बहुत जरूरी है!ज्ञान के आधार पर ही हम वित्तीय योजनाओं का रुपरेखा तय करते है!वित्तीय योजना कोई नई चीज नही है, जिसे बनाना कोई बड़ी बात हो!
जब हम अपने आर्थिक लक्ष्य को पूरा करने के लिए अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के बारे में सोचना शुरू करते है और उसे व्यवहार में लाते है, तब यही कार्य हमारी वित्तीय योजनाओं के रूप में बदल जाता है!
वित्तीय योजना तैयार नही करने से हमारे सामने कई प्रकार के खतरे पैदा हो सकते है!जैसे -व्यक्तिगत हानि, आसामयिक मौत, अपंगता, गंभीर बीमारी, वाहन दुर्घटना, बेरोजगारी या अन्य तरह के अनहोनी के प्रति अपर्याप्त बचाव!इस तरह की घटनाये आपकी आमदनी की क्षमता पर उलटा असर डालते है!यदि इसके लिए पहले से वित्तीय योजनाएं न बना ली जाय तो जीवन में दुःख के साथ ही आर्थिक हानि के कारण बड़ा तनाव पैदा हो सकता है!
सेवानिवृति (Retirement)-सेवानिवृत होने के बाद के जीवन के लिए पर्याप्त धन की उपलब्धता बेहद जरुरी है! रिटायमेंट के बाद अपने जीवन स्तर को पहले की तरह बेहतर बनाये रखने के लिए बहुत ही लोग मासिक आधार पर पैसों को बचा पाते है! यह परेशानी वित्तीय योजना तैयार करके दुर की जा सकती है!
उदाहरण के लिए आवास ऋण के मूलधन को टुकड़ों में चुकाने के लिए ब्याज के साथ कई प्रकार की ऐसी व्यवस्था उपलब्ध है, जिसके माध्यम से आयकर की मार कम झेलनी पडती है!इसलिए यदि आपके पास आवास खरीदने या बनवाने के लिए पर्याप्त धन है भी तो बेबजह अधिक आयकर चुकाने से बचने के लिए होम लोन का उपयोग करना अधिक समझदारी होगी!
अनियोजित संपत्तियाँ
ऐसी संपत्तियों के कारण आपको अनेक प्रकार के कानूनी और प्रशाशनिक कार्यक्रलापों और खर्चो का सामना करना पड़ सकता है!आज के दौड़ में ऊपर बताई गयी बातों के अलावा निम्न कारणों से भी वित्तीय योजना तैयार करने का महत्त्व बढ़ता जा रहा है!
वित्तीय उत्पाद
आज के दौड़ में बाजार में अनेक प्रकार की वित्तीय योजनाओं से जुड़ी उत्पाद उपलब्ध हैं!यहाँ प्रत्येक उत्पाद कुछ मायनों में दूसरों से भिन्न है!एक आम आदमी के लिए उन सभी उत्पादों की विशेषता तथा उसमें होने वाले अंतर को जान पाना बहुत मुश्किल है!इस कारण उनके लिए सबसे सही विकल्प का चयन करना मुश्किल हो जाता है!
जिस तरह से आज की जिंदगी में भाग दौड़ बढ़ती जा रही है, उसे देखते हुए लोगों के पास वित्त प्रवंधन करने का समय काफ़ी कम होता है!आज के समय में लोग अपने दफ़्तर में अधिक समय देते है, आने -जाने में उनका काफ़ी समय निकल जाता है और कुल मिलाकर वे पहले की तुलना में आज कही अधिक व्यस्त है!
नौकरियों की स्थिति
आज देश में जहाँ तक नौकरियों की बात है तो इस मामले में सरकार की भूमिका लगातार कम होती जा रही है!जबकि सरकारी नौकरियों में पेंशन का बहुत बड़ा योगदान होता है!दूसरी तरफ रिटायर्मेंट के बाद अपने कर्मचारियों को पेंशन देने वाली प्राइवेट कम्पनीयों की संख्या बहुत कम है!यही कारण है की आज जिस तरह से प्राइवेट नौकरियां बढ़ रही है, उसमें रिटायर्मेंट के वक्त लोग तब परेशान हो जाते है, ज़ब वे यह देखते है कि जीवन स्तर को पहले की तरह ही बनाये रखने के लिए उनके पास पर्याप्त बचत मौजूद नही है, जबकि उनकी नियमित आमदनी अब समाप्त हो रही है!इसलिये लोग अपनी आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करने लिए और अधिक जिम्मेदारी उठाने के लिए मजबूर हो रहें हैं!
बढ़ती राजसी बीमारियां
आजकल राजघराने की बीमारियों का दर्जा पाने वाली रोग जैसे -डायबीटीज, हाई ब्लड प्रेशर, जैसी बीमारियां तेजी से अपनी पांव पसार रही है!इसके साथ ही ईलाज का खर्चा भी काफ़ी तेजी से बढ़ रहा है!इसे देखते हुए आज अपने स्वास्थ्य के देखभाल के लिए अधिक से अधिक पैसों की बचत करने का महत्व बढ़ गया है!
नौकरी बदलने की चलन
इस भागदौड़ वाले युग में लोगों के सामने नौकरियों की सुरक्षा लगातार कम होती जा रही है!लोग जल्दी -जल्दी नौकरी बदल रहें है!एक व्यक्ति के करियर के दौरान किसी एक साथ लम्बे समय तक जुड़े रहने जैसी संस्कृति अब लगभग समाप्त हो चुकी है!कर्मचारियों को काम से हटाये जाने और छाँटनी जैसी स्थिति भी काफ़ी तेजी से बढ़ती जा रही है!इसे देखते हुए किसी व्यक्ति के करियर में अनापेक्षित झटका लगने से बचने के लिए भी वित्तीय योजना तैयार करने का महत्व बढ़ जाता है!
जोखिम भरा निवेश
शेयर बाजार में लगातार होने वाले उतार -चढाव के बाबजूद अधिक से अधिक लोग अपनी बचत का निवेश जोखिम भरी योजनाओं में करते है!जबकि बिना गहन निष्कर्ष और योजना के यह जान पाना काफ़ी मुश्किल है कि कौन -सी योजना में धन का निवेश किया जाय, जिससे उन्हें एक अच्छा रिटर्न मिले!
सारांश – एक छोटी सी लेख से हमने जीवन में वित्तीय ज्ञान के महत्व के बारे में समझाने कि कोशिश की है! इस आर्थिक युग में आर्थिक योजनाओं के महत्व और ज्ञान के बिना हम अपना आर्थिक विकास नही कर सकतें!
अतः अपने ज्ञान को बढ़ाये, मेहनत करें, वचत करें, बुद्धि से पैसों का उपयोग और निवेश करें और खुशहाल जिंदगी जीने की कोशिश करें!
क्या है जो टैक्स सेविंग को एक महत्वपूर्ण वित्तीय योजना बनाता
Synopsis
व्यक्ति को अपनी वित्तीय सम्पत्ति का नियोजन करना महत्वपूर्ण है। योजनाओं को अस्थायी आधार पर या एक अस्थायी लक्ष्य के लिए या गलत उद्देश्य के लिए नहीं बनाना चाहिए। उचित कर नियोजन के द्वारा व्यक्ति न केवल करों की देनदारियों को कम कर सकता है बल्कि अपने जीवन की विभिन्न अवस्थाओं में निर्धारित लक्ष्यों के लिए भी बचत कर सकता है।
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व्यक्ति को अपनी वित्तीय सम्पत्ति का नियोजन करना महत्वपूर्ण है। योजनाओं को अस्थायी आधार पर या एक अस्थायी लक्ष्य के लिए या गलत उद्देश्य के लिए नहीं बनाना चाहिए। उचित कर नियोजन के द्वारा व्यक्ति न केवल करों की देनदारियों को कम कर सकता है बल्कि अपने जीवन की विभिन्न अवस्थाओं में निर्धारित लक्ष्यों के लिए भी बचत कर सकता है।
उचित कर बचत वाहन के विकल्प का चुनाव करना मुख्य रूप से चार चीजों पर आधारित हैः करों में लाभ कैसे प्राप्त किया जाए, कर बचत का उपकरण, अवधि और करदेयता की स्थिति। कर बचत उपकरण का चुनाव करना भी समान रूप से महत्वपूर्ण है जिसे एक विशिष्ट लक्ष्य के साथ जोड़ा जा सकता है।
कर लाभों को किस प्रकार प्राप्त किया जाना चाहिएः व्यक्ति धारा 80 सी पर विचार सकता है जो 1.5 लाख तक का वार्षिक कर लाभ एक या अधिक योग्य निवेशों में और विशिष्ट खर्चों में प्रदान कर सकता है। योग्य निवेशों में जीवन बीमा, इक्विटी से जुड़ी बचत योजनाएं (ELSS), म्युचुअल फंड, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC), आदि शामिल हैं, जबकि खर्च और बहिर्वाह में ट्यूशन फीस, होम लोन के मूलधन का भुगतान आदि शामिल हैं। अगर करदाताओं की 1.5 लाख की वार्षिक सीमा समाप्त हो जाती है तो वे अपने सेवानिवृति के लिए राष्ट्रीय पेंसन योजना (एनपीएस) पर विचार कर सकते हैं और इस प्रक्रिया में अतिरिक्त कर की बचत कर सकते हैं। 2015-16 के बाद 50,000 तक की अतिरिक्त छूट भी संभव है। उच्चतम 30 प्रतिशत आयकर सीमा में किसी व्यक्ति के लिए लगभग 15,000 रुपये की अतिरिक्त वार्षिक बचत हो सकती है।
स्वयं और परिवार के सदस्यों के लिए स्वास्थ्य बीमा योजना के लिए भुगतान किया गया प्रीमियम 25,000 रुपये और 30,000 रुपये के लिए सेक्शन 80 डी के अंतर्गत उन लोगों के लिए कर लाभ प्रदान कर सकता है जो 60 वर्ष से अधिक आयु के हैं। यदि किसी व्यक्ति ने होम लोन लिया हुआ है, इसके ब्याज के भुगतान पर भी सेक्शन 24 के अंतर्गत दावा किया जा सकता है। अन्य छूटों में शामिल हैं, सेक्शन 80 जी के अंतर्गत दिया गया दान, सेक्शन 80 ई के अंतर्गत शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्राप्त ऋण पर ब्याज का भुगतान शामिल हैं।
कर बचत के उपकरणों के प्रकार ¼Kind of tax-saving instrument): सेक्शन 80 सी के अंतर्गत किए गए निवेशों के अंदर दो प्रकार के विकल्प मौजूद हैं - ”स्थायी एवं निश्चित रिटर्न“ और ”मार्केट से जुड़े रिटर्न“। पहले वाले विकल्प में ऋण सम्पत्तियां होती हैं, जिनमें कम से कम पांच साल की अवधि के लिए अधिसूचित बैंकों में जमा, एंडोमेंट, पीपीएफ, एनएससी, वरिष्ठ नागरिक बचत योजनाएं a (SCSC), आदि शामिल हैं। ‘मार्केट से जुड़े रिटर्न’ श्रेणी में मुख्य रूप से इक्विटी सम्पत्ति वर्ग बचत एवं निवेश से जुड़े उत्पाद शामिल है। यहां पर म्युचुअल फंडों के ELSS को चुना जा सकता है और युलिप योजनाओं को शामिल किया जा सकता है जिनमें पेंसन योजनाएं और NPS भी शामिल हैं।
अवधि ¼Tenure): उपरोक्त सभी कर बचत उपकरण स्वाभाविक रूप से मध्यम से लम्बी अवधि के उत्पाद हैं-तीन वषीर्य सीमा -जिसमें ELSS शामिल हैं- से लेकर PPF की 15 वर्ष की सीमा शामिल है।
ब्याज पर कर देयता (Taxability of interest) विचार करने योग्य अन्य महत्वपूर्ण कारक है कर बचत करने के लिए किए गए निवेश के बाद प्राप्त होने वाला लाभ। उदाहरण के लिए, अधिकतर निर्धारित और सुनिश्चित लाभ उत्पाद जेसे NSC आपको सेक्शन 80 सी के अंतर्गत लाभ प्रदान करते हैं, लेकिन वर्तमान में 8.1 प्रतिशत (पांच वर्ष) वार्षिक पर कर देय है। इससे उच्चतम करदाताओं के लिए कर के बाद 5.60 प्रतिशत लाभ लागू होता है। कर बचत के सभी उपकरणों में केवल PPF, EPF, ELSS और बीमा योजनाओं में EEE की स्थिति लागू होती है, अर्थात निवेश, वृद्धि और निकास की तीन अवस्थाओं के दौरान धनवृद्धि पर छूट मिलती है। 6 प्रतिशत की वार्षिक महंगाई दर पर विचार करते हुए वास्तविक आय लगभग शून्य होती है! महंगाई विशेष रूप से लम्बे समय तक पैसे की खरीद शक्ति को कम देती है।
सही विकल्प का चुनाव करना (Making the right choice)
सबसे पहले, मध्यम और लम्बी अवधि के लक्ष्य की पहचान करें। एक इक्विटी आधारित कर बचत उपकरण बचत एवं निवेश से जुड़े उत्पाद लम्बी अवधि के लक्ष्यों के लिए उचित होगा क्योंकि इक्विटी में लाभ प्राप्त होने में लम्बा समय लगता है। लम्बी अवधि तक धन जमा होता रहता है इसलिए बचत एवं निवेश से जुड़े उत्पाद कर मुक्त निवेश करें। और एक कर योग्य निवेश पर विचार करने से पहले, आपके लिए लागू कर दर को देखें और कर के बाद आय पर विचार करें। महंगाई को समायोजित करने के बाद करों के बाद लाभ लम्बे समय के आपके लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता नही करेगा।
निष्कर्ष (Conslusion)
सक्षम कर नियोजन आदर्शतः प्रत्येक वित्त वर्ष के शुरू में किया जाना चाहिए। याद रखें, जल्दबाजी में कर बचत का नियोजन करने के जोखिम बाद में कई गुणा बढ़ जाते हैं। उदाहरण के लिए गलत उत्पाद का चुनाव किए जाने की संभावना है।
ऐसा कोई एक उपकरण नहीं है जो करों की बचत करने में आपकी सहायता कर सके और साथ ही सुरक्षित, निश्चित और उच्चतम लाभ प्रदान कर सके। आपका अंतिम चुनाव आदर्शतः विभिन्न कारकों पर आधारित होना चाहिए न कि केवल वित्तीय उत्पाद से प्राप्त होने वाले लाभ के आधार पर।
डेली न्यूज़
प्रश्न. व्यापक-आधारयुक्त व्यापार और निवेश करार (Broad-based Trade and Investment Agreement- BTIA)’ कभी-कभी समाचारों में भारत और निम्नलिखित में से किस एक के बीच बातचीत के संदर्भ में दिखाई पड़ता है? (2017)
(a) यूरोपीय संघ
(b) खाड़ी सहयोग परिषद्
(c) आर्थिक सहयोग और विकास संगठन
(d) शंघाई सहयोग संगठन
Winter Food : सर्दियों में ये आठ पहाड़ी दाल बेहद फायदेमंद, बीमारियों को दूर रखने का रामबाण उपाय, बढ़ी डिमांड
Winter Food यदि बात पहाड़ी दालों की करें तो यह औषधीय गुणों से भरपूर हैं। पहाड़ी दालों को शहर व विभिन्न राज्यों में काफी मांग है। ऐसे में काश्तकारों के साथ ही स्वयं सहायता समूहों को भी इसका लाभ मिल रहा है।
जागरण संवाददाता, देहरादून : Winter Food : उत्तराखंड की संस्कृति एवं परंपराएं तो समृद्ध हैं ही साथ ही यहां का खान-पान भी पौष्टिकता से परिपूर्ण है। यदि बात पहाड़ी दालों की करें तो यह औषधीय गुणों से भरपूर हैं। यही कारण है कि बदलते मौसम के हिसाब से इन दालों की डिमांड बढ़ गई है।
खूब पसंद की जा रही ये दालें
गहथ, तोर, उड़द, काले भट, रयांस, छीमी, लोबिया के अलावा चकराता, जोशीमठ, हर्षिल और मुनस्यारी की राजमा खूब पसंद की जा रही है।
इसका फायदा किसानों को तो मिल ही रहा है साथ ही इन दालों का मार्केट में विक्रय कर रही स्वयंसेवी सहायता से जुड़ी महिलाएं भी आर्थिक रूप से सशक्त हो रहीं हैं। इसके अलावा उत्तराखंड के पारंपरिक व्यंजनों को भी बढ़ावा मिल रहा है।
सर्दी के फायदेमंद है गहथ व तोर
- गहथ की बात करें तो इसे पहाड़ में गौथ के नाम से जाना जाता है।
- सर्दी में इसके रस के सेवन से लाभ मिलता है।
- साथ ही पथरी के लिए रामबाण माना जाता है।
- कार्बोहाइड्रेट, वसा, रेशा, खनिज और कैल्शियम से भरपूर गहथ से गथ्वाणी, फाणु, पटौड़ी जैसे पहाड़ी व्यंजन तैयार किए जाते हैं।
- इसके अलावा कार्बोहाइड्रेट और वसा से युक्त तोर से दाल, भरवा परांठे, खिचड़ी आदि पकवान बनाए जाते हैं। जिसे विशेष रूप से सर्दियों में लोग पसंद करते हैं।
- वहीं काला और सफेद भट की दाल भी सेहत का खजाना है।
- उत्तराखंड में भट की चुटकानी, डुबके, पहाड़ी उड़द के पकौड़े और चैंसू आदि पकवानों का सर्दियों के मौसम में विशेष रूप से सेवन किया जाता है।
मिल रहा रोजगार, महिलाएं हो रही सशक्त
पहाड़ी दालों को शहर व विभिन्न राज्यों में काफी मांग है। ऐसे में काश्तकारों के साथ ही स्वयं सहायता समूहों को भी इसका लाभ मिल रहा है। सहसपुर स्थित शक्ति स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष गीता मौर्य का कहना है कि सर्दियों में दाल की बात करें तो तोर, गहथ, काला भट, लोबिया, चकराता की राजमा की मांग ज्यादा आ रही है।
समूह में तकरीबन 200 महिलाएं जुड़ी हैं जो दालों को साफ करने के साथ ही पैकिंग करने का कार्य में जुटी रहती हैं। इससे उन्हें रोजगार मिल रहा है और आर्थिक रूप से सशक्त बन रही हैं।
वहीं बल्लूपुर स्थित पहाड़ी स्टोर के संचालक रमन शैली बताते हैं कि पहले लोग गांव से उत्पाद मंगवाते थे लेकिन अब देहरादून शहर में ही कई स्टोर खुल चुके हैं। जहां ग्राहकों को सभी तरह की दाल मिलती हैं।
क्या कहते हैं डायटीशियन
डायटीशियन दीपशिखा गर्ग के मुताबिक, पहाड़ी दाल कोई भी हो वह स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होती हैं। क्योंकि इनमें किसी तरह का केमिकल नहीं होता। कुलथ अथवा गहथ किडनी स्टोन को खत्म करने में फायदेमंद है।
खांसी, जुकाम में तो यह रामबाण है ही साथ ही डायरिया ठीक करने और डायबिटीज को भी नियंत्रित रखता है। इसके अलावा लोबिया कालेस्ट्रोल को कम करता है। पाचन और दिल को स्वस्थ रखता है। स्किन कैंसर में लाभदायक होने के साथ ही नींद से जुड़ी समस्याओं में सुधार लाता है।
वहीं पहाड़ी भट डायबिटीज ठीक करने, हड्डियों को मजबूत बनाए रखने और लीवर को हेल्दी रखने में मदद करता है। उड़द शक्तिवर्धक होने के साथ ही वजन बढ़ाता है। इससे पाइल्स, खांसी जैसी समस्या दूर हो जाती है।
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