Infosys दे रही है कमाने का मौका, इस तरह से हो सकता है निवेशकों को फायदा
इंफोसिस ने शेयर बाजार को बताया कि ऑफर के पहले दिन, इंफोसिस ने एक्सचेंजों पर लगभग 202 करोड़ रुपये मूल्य के इक्विटी शेयर खरीदे.
Infosys Buyback Offer : बायबैक ऑफर शुरू होने के बाद आईटी दिग्गज इंफोसिस के शेयर (Infosys Share Price) फोकस में हैं. गुरुवार को मार्केट शेयर के लिहाज से चौथी सबसे बड़ी कंपनी का कारोबार मोटे तौर पर सपाट रहा. 9,300 करोड़ रुपये के शेयर बायबैक 7 दिसंबर को शुरू हुआ और 6 जून, 2023 तक जारी रहेगा.
कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि ऑफर के पहले दिन, इंफोसिस ने एक्सचेंजों पर लगभग 202 करोड़ रुपये मूल्य के इक्विटी शेयर खरीदे. लगभग 10 बजे, इंफोसिस स्टॉक बीएसई पर 1,605.05 रुपये के पिछले समापन से मामूली रूप से 1,606.70 रुपये पर कारोबार कर रहा था. मौजूदा वैल्यू लेवल पर इंफोसिस का मार्केट कैप (Infosys Matket Cap) 6.77 लाख करोड़ रुपये के करीब है.
पहले दिन 200 करोड़ से ज्यादा के शेयर खरीदे
बुधवार को, एक नियामक फाइलिंग में, इंफोसिस ने खुलासा किया कि कंपनी ने बीएसई पर 25,000 शेयर और एनएसई पर 12.23 लाख शेयर 1,615.54 रुपये के औसत मूल्य पर वापस खरीदे. पहले दिन खरीदे गए कुल शेयर स्टॉक एक्सचेंजों पर 12.48 लाख के औसत मूल्य पर लगभग 201.62 करोड़ रुपये के थे. ट्रांजेक्शन के लिए कोटक सिक्योरिटीज ब्रोकर था. इंफोसिस का कुल बायबैक प्रस्ताव 5.02 करोड़ इक्विटी शेयरों से अधिक होगा, जो प्रत्येक 5 रुपये के अंकित मूल्य पर 9,300 करोड़ रुपये होगा. बायबैक प्राइस 1,850 रुप्ये प्रति शेयर से अधिक नहीं होना चाहिए. कंपनी इस बायबैक को अपने फ्री रिजर्व के जरिए लागू करेगी.
बायबैक का 50 फीसदी ऐसे होगा यूज
कुल बायबैक साइज में इंफोसिस ने अधिकतम बायबैक का कम से कम 50 फीसदी उपयोग करने का प्रस्ताव दिया, जो 4,650 करोड़ रुपये होगा. 30 सितंबर, 2022 तक, Infosys का Q1FY23 में 5,106 करोड़ की तुलना में 4,752 करोड़ रुपये का फ्री कैश फ्लो है. इसके अलावा, इसका कंसोलिडेट कैश और इंवेस्टमेंट वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही में 34,854 करोड़ रुपये के मुकाबले वित्त वर्ष 2023 के दूसरी तिमाही में 38,921 करोड़ रुपये था.
क्या होता है कंपनी को फायदा
इंफोसिस के नोटिस के मुताबिक बायबैक से कंपनी को अपने शेयरधारकों को सरप्लस कैश लौटाने में मदद मिलेगी. सामान्य अवधि में, बायबैक से कैश के वितरण के माध्यम से इक्विटी पर वापसी में सुधार होने की उम्मीद है और लंबी अवधि में इक्विटी आधार में कमी से प्रति शेयर इनकम में सुधार होता है, जिससे सदस्यों के मूल्य में लांगटर्म वृद्धि होती है. साथ ही, बायबैक शेयरधारकों को कंपनी में अपनी हिस्सेदारी का प्रतिशत बढ़ाने का अवसर देता है.
इंफोसिस शेयर बायबैक में कैसे भाग लें?
पिछले महीने, इंफोसिस शेयर बायबैक पर अपने ब्लॉग में आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने कहा था कि चूंकि बायबैक खुले बाजार का है, इसलिए किसी विशेष भागीदारी की आवश्यकता नहीं है. कोई भी इक्विटी शेयरधारक जो अपने डीमैट अकाउंट में इंफोसिस के शेयरों का मालिक है, बायबैक में भाग लेने के लिए पात्र है. मामले में, एक शेयरधारक बायबैक में भाग लेने की योजना बना रहा है, उन्हें केवल अपने ब्रोकर को उस इक्विटी शेयर के बारे में सूचित करना होगा जिसे वे बेचना चाहते हैं.
जब भी कंपनी बायबैक प्लान के तहत बाय ऑर्डर देती है तो ब्रोकर एक सेल ऑर्डर देता है. आईसीआईसीआई डायरेक्ट के अनुसार, ट्रेड ऑफर वैल्यू या उससे कम पर तभी एग्जिक्यूट होगा जब शेयरधारक द्वारा दी गई कीमत कंपनी द्वारा दिए गए बाय ऑर्डर से मेल खाती है.
मार्केट कैप क्या होता है? इसकी गणना कैसे होती है? What is Market Cap in hindi
कारोबार जगत में, कौन सी कंपनी कितनी बडी या कितनी छोटी है, इसका निर्धारण उसके “मार्केट कैप” से किया जाता है। यह मार्केट कैप क्या होता है? कैसे इसकी गणना होती है, इस लेख में हम बता रहे हैं। Market Cap Meaning and Calculation in Hindi. साथ ही मार्केट कैप से संबंधित प्रमुख शब्दावलियों जैसे कि लार्ज कैप कैप, मिड कैप, स्माल कैप कंपनियों को भी समझाएंगे।
मार्केट कैप क्या होता है?
What is Market Cap
मार्केट कैप, दरअसल Market capitalization (बाजार पूंजीकरण) का शॉर्ट फॉर्म होता है। यह किसी कंपनी के मौजूदा शेयरों की कुल market value को दर्शाता है। यानी कि मौजूदा समय में उस कंपनी की बाजार कीमत कुल कितनी हो सकती है। चूंकि शेयरों को, खुले बाजार में पब्लिक की ओर से खरीदा और बेचा जाता रहता है तो शेयरों की कीमत में उतार-चढाव के हिसाब से, किसी कंपनी के मार्केट कैप में भी उतार-चढाव आता रहता है। मार्केट कैप का कंपनी और उसके संसाधनों की की वास्तविक लागत से कोई मतलब नहीं होता। वास्तव में यह कंपनी के लाभ कमाने की संभावनाओं से प्रभावित होते हैं।
कैसे की जाती है शेयरों क्या हैं और वे कैसे कमाते हैं मार्केट कैप की गणना
How is calculated Market Cap of a Company
किसी कंपनी का मार्केट कैप तय करने के लिए, उस कंपनी के एक शेयर की कीमत को, कुल बेचे गए शेयरों से गुणा करके निकाला जाता है। इसका फॉर्मूला इस प्रकार होता है—
यहां पर,
MC किसी कंपनी के बाजार पूंजी (market capitalization) को दर्शाता है
N उस कंपनी के मौजूदा कुल शेयरों की संख्या (Total Number of Shares) को दर्शाता है
P उस कंपनी के एक शेयर की मौजूदा कीमत (closing price) को दर्शाता है
उदाहरण के लिए, किसी कंपनी के कुल 10 लाख शेयर बेचे जा चुके हैं। इस समय उसके 1 शेयर की कीमत 30000 रुपए है। तो उस कंपनी का बाजार पूंजीकरण होगा—
10 लाख ×3000 = 300 करोड़ रुपए।
अब अगर इसी कंपनी के शेयर के दाम बढकर 5000 रुपए प्रति शेयर हो जाते हैं तो फिर उसका मार्केट कैप हो जाएगा।
10 लाख ×5000 = 500 करोड़ रुपए।
मार्केट कैप में उतार-चढ़ाव क्यों होता है
Why fluctuations in Market Cap of a company
अगर किसी कंपनी के लाभ कमाने की संभावनाएं अच्छी हैं तो लोग उस कंपनी में हिस्सेदार बनने के लिए ज्यादा इच्छुक हैं तो वे उसके शेयरों की ज्यादा कीमत देने को तैयार रहते हैं।
अगर किसी कंपनी के लाभ कमाने की संभावनाएं कमजोर होती हैं तो उसकी छवि लोगों के बीच नकारात्मक हो जाती है और उसके शेयरों की कम कीमत देने को तैयार रहते हैं।
हालांकि, कभी-कभी वर्तमान में कम कीमत वाले शेयरों वाली कंपनी में भी बडी संभावनाएं छिपी रहती हैं। शेयर बाजार के खिलाडी यानी कि विशेषज्ञ, इन संभावनों का आकलन करके इनके शेयरों में पैसा लगाते हैं और बाद में बडे मुनाफा कमाने में सफल होते हैं।
मार्केट कैप से संबंधित अन्य शब्द
free-float market cap
कभी-कभी कंपनी के सभी मौजूदा शेयर, खुले बाजार (open market) में बेचने के लिए नहीं होते। कुल शेयरों में से एक तय हिस्सा ही खुले बाजार में लोगों के खरीदने-बेचने के लिए उपलब्ध कराया जाता है।
जो शेयर, खुले बाजार (open market) में, खरीदने-बेचने के लिए, उपलब्ध होते हैं, उन्हें float कहा जाता है। ऐसे में अगर, सिर्फ floating शेयरों की कीमत को जोडकर जो मार्केट कैप तैयार होती है उसे शेयरों क्या हैं और वे कैसे कमाते हैं free-float market cap कहा जाता है।
इनकी संख्या, बाजार में ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध सभी शेयरों की संख्या (N) के बराबर भी हो सकती है और कम भी। क्योंकि कभी-कभी कंपनियां अपने पूरे शेयरों को खुले बाजार में ट्रेडिंग के लिए नहीं रखती। कुछ निश्चित संख्या में शेयरों को ट्रेडिंग से बाहर रख लेती हैं।
large-cap, mid-cap, and small-cap कंपनियां
समय और देश के हिसाब से मार्केट कैप आधारित परिभाषाएं अलग-अलग हो सकती हैं। जैसे कि अमेरिका में, 1 billion डॉलर वाली कंपनी को 1950 में large market cap की श्रेणी में रखा जाता है। लेकिन अब इतनी पूंजी वाली कंपनी को स्माल कैप कंपनी में रखा जाता है। इसी तरह अमेरिका और भारत में लार्ज कैप, मिड कैप और स्माल कैप के लिए बाजार पूंजी की मात्रा अलग-अलग होती है।
सामान्यत: कंपनियों को उनकी कुल मौजूदा पूंजी के हिसाब से, तीन श्रेणियों में बांटा जाता है—
- large-cap कंपनियां
- mid-cap कंपनियां
- small-cap कंपनियां
लार्ज कैप कंपनी क्या है? वर्ष 2019 में, इन्वेस्टोपीडिया की ओर से दी गई परिभाषा के अनुसार 10 बिलियन डॉलर या इससे अधिक बाजार पूंजी (market capitalization) वाली कंपनियों को Large cap कंपनियां कहा जाता है। भारत में सामान्यत: 20 हजार करोड रुपए से अधिक बाजार पूंजी (market capitalization) वाली कंपनियों को इस श्रेणी में रखा जाता है। इन्हें “big cap” कंपनियां भी कहा जाता है।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड ( Securities and Exchange Board of India— SEBI) की ओर से दी गई परिभाषा के अनुसार बाजार पूंजी (market capitalization) में पहले 100 नंबर तक आने वाली कंपनियों को लार्ज कैप कंपनियां माना गया है।
2019 में विश्वस्तर पर टॉप 10 लार्ज कैप कंपनियों के नाम व उनकी कुल बाजार पूंजी इस प्रकार रही थी—
- Microsoft- $905 billion
- Apple- $896 billion
- Amazon- $875 billion
- Alphabet – $817 billion
- Berkshire Hathaway – $494 billion
- Facebook – $476 billion
- Alibaba – $472 billion
- Tencent – $438 billion
- Johnson & Johnson – $372 billion
- Exxon Mobil – $342 billion
भारत में Reliance Industries, Tata Consultancy Services, Maruti Suzuki, Infosys वगैरह लार्ज कैप कंपनियों में मानी जाती हैं।
मिड कैप कंपनी क्या है?
भारत में, 5000 करोड से लेकर 20000 करोड तक बाजार पूंजी वाली कंपनियों को Mid Cap company की श्रेणी में रखा जाता है। SEBI की ओर से दी गई परिभाषा के अनुसार, बाजार पूंजी में, 101 से लेकर 250 रैंक तक आने वाली कंपनियों को मिड कैप कंपनियों में शामिल किया जाता है।
स्माल कैप कंपनी क्या है?
भारत में, 5000 करोड रुपए से कम बाजार पूंजी वाली कंपनियों को Small-cap कंपनी की श्रेणी में रखा जाता है। SEBI की परिभाषा के अनुसार, बाजार पूंजी में 250 से नीचे रहने वाली कंपनियों को स्माल कैप कंपनियों की श्रेणी में रखा जाता है।
mega-cap, micro-cap, nano-cap कंपनियां
आजकल कंपनियों के पूंजीकरण आकार को लेकर कुछ नए शब्द भी प्रचलन में आ गए हैं, जैसे कि-mega-cap, micro-cap, nano-cap कंपनियां
Share Market Se Paise Kaise Kamaye – Share market से पैसे कैसे कमाए – Share market से पैसे कमाने के Best तरीके
Share market से पैसे कैसे कमाए – Share market से पैसे कमाने के तरीके ,Share market Se paise Kaise kamaye- दोस्तों भारत देश में वर्तमान समय में लोगों का रुझान Share market में बहुत बड़ा है आज हर कोई व्यक्ति Share market में Invest करके Share market से पैसे कमाना चाहता है और आज Share market में Share ब्रोकर की संख्या भी बढ़ चुकी है ऐसे में भारत में कई सारे प्रसिद्ध Share ब्रोकर उपलब्ध है जो लोगों को Share market में Invest मेंट की सुविधा प्रदान करते हैं और लोगों की Share market से पैसे कमाने में मदद करते हैं
भारतीय Share market भारत का एक प्रसिद्ध बाजार है भारतीय Share market को SEBI के द्वारा नियंत्रित किया जाता है जहां पर लोग अपने पैसे को Invest मेंट करते हैं और एक अच्छा है तो मिलते हैं अक्सर Share market में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं इसी बीच में अपने पैसे का उपयोग और अपनी Trading स्किल का उपयोग करके लोग लाखों रुपए कमाते हैं आप भी सोचते होंगे कि Share market से पैसे कैसे कमाए
शेयर बाजार क्या है: शेयर बाजार एक ऐसा बाजार है जिसमें कंपनियों के Sha r e को ख़रीदा और बेचा जाता है लाखों लोग Share Market को एक Full Time Job की तरह करते है जिसमें वे कम्पनियो का एनालिसिस करते है और जिस Company के Share कम दाम में मिल रहे हो उस कंपनी के शेयर को खरीद लेते है
और जब उस कंपनी के शेयर के दाम बढ़ जाए उसे बेच कर प्रॉफिट कमा लेते है अगर आप भी यह जानना चाहते है की शेयर बाजार से कैसे कमाया जा सकता है तो इस Post को पूरा पढ़िए आज मैं आपको बताऊंगा कि Share Market Se Paise Kaise Kamaye In Hindi.
Share Market से पैसे कैसे कमाए – How To Earn Money From Share Market
Share market से पैसे कैसे कमाए – Share market Se paise Kaise kamaye
स्टॉक मार्किट से पैसा कमाने के मुख्यतः 2 तरीके होते है Trading और Investing.
What Is Trading: किसी शेयर की कीमत में जो छोटे-छोटे उछाल आते है उनका फायदा उठाकर किसी शेयर को खरीद कर बेच देने को ट्रेडिंग कहते है ट्रेडिंग कम समय अंतराल के लिए की जाती है आम तोर पर Trading वही लोग करते है जो जल्दी पैसा कमाने की सोच रखते है
समय अंतराल के हिसाब से ट्रेडिंग कई प्रकार की हो सकती है जैसे: Scalping, Intraday, Swing और Positional Trading. ट्रेडिंग में महारत हासिल कर पैसा कमाने के लिए किसी Share की Price Action, Chart Pattern और विभिन्न Indicator की समझ होनी जरूरी है
ट्रेडिंग करके Share market से पैसे कमाए – How To Earn Money From Trading
- किस शेयर में Trade लेना है उसके लिए पूरी Research करें और सही समय का इंतज़ार करे और फिर ट्रेड ले।
- Technical Analysis सीखें एक सफल Trade लेने के लिए Price Action, Chart Pattern और इंडिकेटर की सहायता ले।
- शुरुआत में Margin ना ले मार्जिन एक उधार होता है जो ब्रोकर प्रोवाइड करता है ट्रेडिंग एक Zero Sum Game है मार्जिन की वजह से पूरा पैसा डूब भी सकता है।
- Stop loss और Target जरूर लगाए स्टॉपलॉस Loss को बढ़ने से रोकता है और टारगेट Profit को सुरक्षित रखता है
- ट्रेंड के हिसाब से ही ट्रेड करें याद रखिये बाजार में Trend ही आपका Friend है। कभी भी Trend के विपरीत ट्रेड न करे।
What Is Investing: Investing Power Of Compounding का खेल है इन्वेस्टिंग में जल्दी पैसा कमाने का लक्ष्य नहीं रखा जाता है Investing में ऐसे शेयर का पता लगाया जाता है जो अभी Undervalued हो और भविष्य में कई गुना होने का दम रखता हो।
Investing में Buy And Forget की सोच के साथ किसी शेयर को Buy किया जाता है और कई सालो बाद जब उस शेयर की कीमत कई गुना बढ़ जाती है तो उसे बेच कर Profit कमा लिया जाता है। Investing से पैसा कमाने के लिए Companies के Fundamental की Knowledge होनी जरूरी है
इन्वेस्टिंग करके Share market से पैसे कमाए
- Stocks की Fundamental Research करे कंपनी के Product, Sales, Profit और कंपनी पर कितना कर्ज है उसकी पड़ताल करें। Company की Balance Sheet, Profit And Loss Statement और Cash Flow Statement का Analysis जरूर करें।
- Penny Stock से दूर रहे पैनी स्टॉक वे स्टॉक है जिनकी कीमत 2-5 रुपये के आस पास होती है
- एक शेयर में ही पूरा पैसा न डाले बल्कि अलग-अलग Sector की 10 से 15 कंपनियों में अपने पैसे को निवेश करे और एक अच्छा Portfolio बनाये।
- सही Asset Allocation करे यानि किस शेयर में कितना Invest करना है उसका निर्णय सही प्रकार से करें किसी शेयर में बहुत ज्यादा या बहुत कम निवेश न करें।
- एक बार में पुरे पैसे निवेश न करे बल्कि Share की हर Dip पर Buy कर Average करें।
Share Market Tips In Hindi – Share market से पैसे कमाने के तरीके
- शेयर बाजार कोई जुआ नहीं है इसे एक बिज़नेस की तरह करे।
- स्टॉक मार्किट को लगातार सीखते रहे।
- Share market में हमेशा खुद के पैसे ही निवेश करे कभी भी उधार लेकर निवेश न करे।
- किसी दोस्त, रिश्तेदार की सलाह पर Investment न करे अपने विवेक और बुद्धि का इस्तेमाल करें।
- अपने Emotion पर कंट्रोल करें Greed या Fear में आकर अपना नुक्सान न करवाए।
- Trading और Investing एक साथ न करे या तो Trading करे या Investing लेकिन दोनों को एक साथ न करें।
दोस्तों उम्मीद करता हु की आपको मेरी ये पोस्ट शेयर मार्किट से पैसे कैसे कमाए – Share Market Se Paise Kaise Kamaye In Hindi पसंद आयी होगी अगर कोई सवाल है स्टॉक मार्किट क्या है स्टॉक मार्किट से पैसे कैसे कमाए तो नीचे कमेंट करके पूछ सकते है।
शेयरों क्या हैं और वे कैसे कमाते हैं
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Top 10 Dividend Paying Stocks in Hindi
बाजार में तनाव की स्थिति है जहां कारकों के स्वर को देखते हुए सेंसेक्स और निफ्टी लगातार गिरावट के मोड पर हैं। लेकिन मुनाफा कमाने वाली कंपनियां अभी भी अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं और समय पर लाभांश दे रही हैं।
लाभांश क्या है ?.
अच्छी कंपनियों में निवेश करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि वे लाभांश का भुगतान करती हैं। लाभांश लाभ का एक हिस्सा है जो मालिकों को भुगतान किया जाता है क्योंकि अंत में यह उनका पैसा है जिसका उपयोग करके व्यवसाय पैसा कमा रहा है। इसलिए , अगर यह एक अच्छी कंपनी है , तो निश्चित रूप से यह पैसा बनाएगी और उस पैसे का भुगतान शेयरधारकों को किया जाएगा। और , लंबे समय में , यदि आपने एक अच्छी कंपनी के बहुत सारे शेयर जमा कर लिए हैं जो नियमित लाभांश का भुगतान करती हैं। यह नियमित डिविडेंड लंबे समय में आपके लिए पैसिव इनकम का जरिया बन सकता है।
टॉप 10 डिविडेंड पेइंग स्टॉक्स
डिविडेंड यील्ड प्रतिशत के संदर्भ में इसके बाजार मूल्य के संबंध में डिविडेंड का अनुपात है। तो , मान लीजिए कि एक कंपनी 15 रुपये प्रति शेयर का लाभांश घोषित करती है और 450 रुपये प्रति शेयर की कीमत पर कारोबार कर रही है , तो लाभांश उपज 15/450 x 100 = 3.33% होगी।
यहां मई 2022 तक उच्चतम लाभांश देने वाले शेयरों की सूची दी गई है।
पीएनबी गिल्ट्स - 15.38%
लगभग 1100 करोड़ के बाजार पूंजीकरण के साथ , यह वास्तव में एक स्मॉल-कैप स्टॉक है , लेकिन डिविडेंड यील्ड के मामले में , यह सूची में नंबर एक पर है क्योंकि हम उच्चतम लाभांश देने वाली कंपनियों की चर्चा कर रहे हैं। शेयर 7.30 के प्राइस अर्निंग रेशियो पर ट्रेड कर रहा है।
वेदांत - 14.32%
वेदांता लगभग 6.5 के पीई के साथ 350 रुपये की कीमत पर कारोबार कर रहा है , लेकिन लाभांश के मामले में वास्तव में अच्छा भुगतान कर रहा है। यह एक लार्ज कैप कंपनी है जिसका मार्केट कैप 1 लाख करोड़ से ज्यादा है।
हिंदुजा ग्लोबल - 12.71%
हिंदुजा लिमिटेड फिर से लगभग 4000 करोड़ के मार्केट कैप के साथ एक बहुत छोटी कंपनी है , लेकिन फिर से लगभग 13% का लाभांश देती है।
आरईसी लिमिटेड - 10.97%
आरईसी लिमिटेड कोई छोटी कंपनी नहीं है लेकिन इस सूची में इसका पीई सबसे कम है। यह एक ऐसी कंपनी है जो लाभांश प्राप्त करने के लिए सरकार के लिए नकद गाय बनकर नियमित लाभांश का भुगतान करती है। इस बार यह REC लिमिटेड पर 11% लाभांश के रूप में होता है।
एनएमडीसी - 10.71%
एनएमडीसी भी एक सुरक्षित विशाल कंपनी है जो अपने निवेशकों को 11% तक का लाभांश देने के लिए तैयार है।
पीएफसी - 10.10%
10% की लाभांश उपज देने वाली एक और कैश गाय तैयार है और आरईसी के साथ जाती है। दोनों में पावर सेगमेंट एक साथ चलते हैं।
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