यह एक बहुत ही आवश्यक प्रक्रिया है जिसे आपको अपनाना ही होगा अगर आप अच्छी पैदावार प्राप्त करना चाहते हैं। इस संदर्भ में सब से पहले आप अपने खेत की मिट्टी की पहचान करें और सुनिश्चित करें कि आपके खेत की मिट्टी में कौनसी फसलों की पैदावार अच्छी हो सकती है।
Grapes Farming: सेब के लिये मशहूर कश्मीर घाटी में बढ़ रहा है अंगूर का दबदबा, खेती करके लाखों कमा रहे हैं किसान
By: ABP Live | Updated at : 08 Sep 2022 08:23 PM (IST)
कश्मीर में अंगूर की खेती (फाइल विकल्पों की पैदावार तस्वीर)
Fruits Cultivation in Kashmir Valley: भारत के साथ-साथ दुनियाभर में कश्मीरी सेबों (Kashmiri Apple) की काफी डिमांड रहती है. यहां पहाड़ी इलाकों में सर्द जलवायु के बीच उगने वाले सेब की क्वालिटी बाकी इलाकों से काफी अलग होती है, लेकिन पिछले कुछ सालों में कश्मीरी किसानों ने अंगूर की खेती (Grapes Farming in Kashmir) को भी नये विकल्पों के रूप में अपनाया है. खासकर कश्मीर के गांदरबल (Ganderbal, Kashmir Valley) जिले में ज्यादातर किसान अब सेब के साथ-साथ अंगूर की खेती (Grapes Cultivation in Kashmir) की तरफ रुख कर रहे विकल्पों की पैदावार हैं. इस जिले में सबसे ज्यादा अंगूरों का उत्पादन (Grapes Production in India) होता है.
सुल्तानपुर के बल्दीराय में केले की खेती मुफीद: परंपरागत खेती छोड़ केले की पैदावार से मुनाफा कमा रहे किसान, बताया- गेहूं और धान की अपेक्षा मिल रहा अधिक लाभ
सेहत के लिए फायदेमंद केला अब किसानों की माली हालात सुधारने में मददगार साबित हो रहा है। किसानों को केले की खेती खूब भा रही है। केले की खेती से किसानों को अच्छा फायदा विकल्पों की पैदावार हो रहा है। जिले से लेकर गांव तक किसान प्रमुख रूप से धान गेहूं व गन्ना की खेती करते हैं।
कुछ सालों से किसानों को परंपरागत खेती से अपेक्षित फायदा नहीं हो रहा है। गेहूं और धान की फसलों में लागत ज्यादा लग रही है और उसका दाम कम मिल रहा है।गन्ने की फसलों का भी यही हाल है। गन्ने का मूल्य का भुगतान समय से नहीं हो पाता। इसके चलते किसानों का इन फसलों से मोहभंग विकल्पों की पैदावार हो रहा है। ऐसे हालात में किसान दूसरे विकल्प तलाश रहे थे। ऐसे ही विकल्पों में विकल्पों की पैदावार विकल्पों की पैदावार केले की खेती भी है। किसानों को केले की खेती से काफी फायदा हो रहा है।
एक से अधिक फसलें उगाएं
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यह एक नई तकनीक है खेती करने की और ये तकनीक काफी हद तक कृषि उत्पादकता को बढ़ाने में सहायक सिद्ध होगी। कृषि क्षेत्र में विकास के विकल्पों की पैदावार साथ ये देखा गया है कि कई फसलें एक साथ उगाई जा सकती हैं और विकल्पों की पैदावार ऐसा करने से पैदावार अच्छी होने के साथ साथ आपको विकल्प प्रदान करेगी कि आप अलग अलग फसलें बेचकर अच्छा मुनाफा कमा पाएं।
इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उन फसलों का सही चुनाव करना जो कि एक साथ उगाई जा सकती हैं क्योंकि आपका गलत चुनाव आपकी पूरी फसल तथा मेहनत को मिट्टी में मिला सकता है।
फसल सघनता बढ़ाएं
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ये एक ऐसा विकल्प है जिस से आप बिना अपनी लागत और खेत का क्षेत्रफल बढ़ाए अपनी कृषि उत्पादकता बढ़ा सकते हैं और अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इसके लिए आपको बस इतना करना है कि पौधों को और अधिक पास पास भूमिगत करें।
इस से आपको और अधिक पौधे काम जगह पर लगाने में मदद मिलेगी तथा अधिक पैदावार हो पाएगी जो आपको अच्छा मुनाफा कमाने में सहायता करेगी।
पानी की सही व्यवस्था
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एक अच्छी फसल के लिए यह बहुत आवश्यक है कि खेत में पानी की अच्छी व्यवस्था हो। साथ ही साथ ये सुनिश्चित करें कि फसल को उपयुक्त तथा समय पर पानी विकल्पों की पैदावार मिले। इसके लिए आप पानी की व्यवस्था के लिए नई वाटर मैनेजमेंट और स्प्रिंकलर तकनीक का इस्तेमाल कर पानी की बचत कर सकते हैं।
रकबा बढ़ाए बिना तिलहन की डेढ़ करोड़ टन होगी अतिरिक्त पैदावार, आधुनिक खेती को बढ़ावा देने को राज्य चलाएं अभियान
वैज्ञानिक फार्मों (एग्री लैब) पर तिलहन के जिन बीजों को तैयार किया गया है उनकी उत्पादकता और किसानों की खेतों पर उन्हीं बीजों की उत्पादकता में 60 फीसद तक का अंतर है। यह एक अत्यंत गंभीर चिंता का विषय है।
सुरेंद्र प्रसाद सिंह, नई दिल्ली। खाद्य तेलों की मांग और आपूर्ति विकल्पों की पैदावार में साल दर साल बढ़ते अंतर को घटाने और महंगाई पर काबू पाने के लिए सरकार ने तिलहनी फसलों की पैदावार बढ़ाने पर जोर दिया है। इसके लिए तिलहन खेती के सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है, जिसमें रकबा बढ़ाए बगैर पैदावार में वृद्धि विकल्पों की पैदावार पर विशेष जोर दिया जाएगा। केंद्रीय कृषि मंत्रालय का अनुमान है कि तिलहनी फसलों की उत्पादकता में अपेक्षित वृद्धि कर लगभग डेढ़ करोड़ टन तिलहनी फसलों की अतिरिक्त पैदावार की विकल्पों की पैदावार जा सकती है। तिलहन की आधुनिनक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए केंद्र ने राज्यों से इस संबंध में अभियान चलाने का आग्रह किया है।
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