भारत में बिटकॉइन को अपनाने में एक और चुनौती इसकी अस्थिरता है; किसी भी अन्य परिसंपत्ति वर्ग की तरह, बीटीसी की कीमतें तेजी से बदल सकती हैं जिसका मतलब है कि निवेशकों को अपना निवेश करते समय संभावित नुकसान भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य और लाभ दोनों के लिए तैयार रहना चाहिए। सौभाग्य से, अब भारतीय निवेशकों के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं जो भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य अपने जोखिम को कम करना चाहते हैं जैसे कि डॉलर-लागत औसत या यूनोकॉइन या ज़ेबपे जैसे एक्सचेंजों पर स्टॉप-लॉस ऑर्डर का उपयोग करना।
भारत में बिटकॉइन का भविष्य?
भारत में बिटकॉइन का भविष्य अनिश्चित है, लेकिन एक बात निश्चित है: क्रिप्टोकरंसी क्रांति ने देश में अपनी जगह बना ली है। वर्षों से, भारतीय नागरिक क्रिप्टोकरंसी स्पेस में शामिल होने के तरीकों की तलाश कर रहे थे, और अब उनके पास आखिरकार यह अवसर है।
बिटकॉइन 2020 की शुरुआत से भारत में कर्षण प्राप्त कर रहा है, जब इसे पहली बार भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा वैध किया गया था। इस फैसले ने भारतीय नागरिकों को कानूनी तौर पर बिटकॉइन खरीदने और बेचने की अनुमति दी और इसने उनके लिए एक पूरी नई दुनिया खोल दी। हर दिन अधिक से अधिक लोग बिटकॉइन में शामिल हो रहे हैं, इसमें कोई आश्चर्य की बात भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य नहीं है कि भारत की अर्थव्यवस्था के लिए यह डिजिटल मुद्रा क्या कर सकती है, इसमें बहुत रुचि है।
हालाँकि, इस सारे उत्साह के बावजूद, अभी भी कुछ चुनौतियाँ हैं जिन्हें संबोधित करने की आवश्यकता है, इससे पहले कि हम वास्तव में समझ सकें कि बिटकॉइन में भारतीयों के लिए कितना लाभदायक निवेश हो सकता है। इन चुनौतियों में से एक विनियमन है; जबकि दुनिया भर के कई देशों ने क्रिप्टोकरेंसी को विनियमित करने के लिए कदम उठाए हैं, भारत ने अभी तक ऐसा नहीं किया है। इसका मतलब यह है कि बीटीसी में निवेश करते समय निवेशकों के पास कोई कानूनी सुरक्षा नहीं होती है, जो उन्हें ऑनलाइन निवेश से जुड़े घोटालों और अन्य जोखिमों के प्रति संवेदनशील बनाता है।
भारत की खुद की डिजिटल करेंसी, संसद में अगले हफ्ते पारित हो सकता है Cryptocurrency Bill
डीसेंट्रालैंड क्रिप्टो ने इस साल निवेशकों को करीब 4400 फीसदी रिटर्न देने में कामयाब रहा.
क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) पर जो बिल सरकार लाने वाली है, उसके जरिए भारत में सभी अन्य क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : December 07, 2021, 13:40 IST
Cryptocurrency Bill 2021: जल्दी भी भारत की खुद की डिजिटल करेंसी होगी. सरकार जल्द ही डिजिटल करेंसी को लेकर अहम कदम उठाने भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य जा रही है. क्रिप्टोकरेंसी पर कैबिनेट की बैठक में चर्चा होगी और इस पर कैबिनेट नोट आ सकता है. क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) को नियमित करने के लिए सरकार अगले हफ्ते लोकसभा में बिल लेकर आ सकती है. इस प्रस्तावित बिल में क्रिप्टोकरेंसी की परिभाषा स्पष्ट की जाएगी. क्रिप्टोकरेंसी को एक संपत्ति माना जाए या फिर मुद्रा, इसको लेकर अभी फैसला किया जाना है. .
क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) पर जो बिल सरकार लाने वाली है, उसके जरिए भारत में सभी अन्य क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य पर फैसला होगा. प्रस्तावित बिल के मुताबिक, क्रिप्टोकरेंसी के जरिए ट्रांजैक्शन की इजाजत नहीं मिलेगी. वहीं, मौजूदा क्रिप्टो एक्सचेंज को मार्केट रेग्युलेटर सेबी के दायरे में ला याजा सकता है. ये सभी एक्सचेंज सेबी के अंतर्गत रजिस्टर होंगे और जानकारी नहीं देने वालों पर कार्रवाई की जाएगी. प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत एक्शन कार्रवाई का प्रावधान है.
RBI ने लॉन्च किया Digital Rupee: बिना इंटरनेट भी होगा पेमेंट, जानें क्रिप्टो से कैसे है अलग
RBI Digital Rupee: डिजिटल रुपये (Digital Rupees) की सुगबुगाहट पिछले एक साल से हो रही थी। आखिरकार इसका पायलट प्रोजेक्ट 1 नवंबर से शुरू हो गया। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने मंगलवार को डिजिटल रुपये का पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च कर दिया है। लेकिन, सभी के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या यह क्रिप्टोकरेंसी जैसा होगा या उससे अलग? इसे किस तरह संचालित किया जाएगा? आइए जानते हैं कि कैसा होगा भविष्य का पैसा?
आखिरकार भारत में अपनी डिजिटल करेंसी की शुरुआत हो गई है। 1 नवंबर 2022 से होल्सेल ट्रांजैक्शन में इसका इस्तेमाल होगा। हालांकि, अभी इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया है। डिजिटल रुपये अब आपकी पॉकेट में नहीं होगा। लेकिन, वर्चुअल वर्ल्ड में इसका इस्तेमाल आपके जरिए ही होगा। ये नोट की तरह जेब में रखने के लिए नहीं मिलेगा। इसका प्रिंट भी नहीं होगा। बल्कि टेक्नोलॉजी के जरिए आपके काम आएगा, जैसे- क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Cryptocurrency Bitcoin) का इस्तेमाल होता है। सरकार इसे पूरी तरह से लीगल टेंडर बनाएगी और मानेगी भी। इसमें निवेश भी आसान होगा और RBI इसे रेगुलेट करेगी। डिजिटल करेंसी में कई देशों की रुचि है। हालांकि,केवल कुछ ही देश अपनी डिजिटल करेंसी को विकसित करने के पायलट चरण से आगे बढ़ने में कामयाब रहे हैं।
क्या है डिजिटल रुपया?
भारतीय रिजर्व बैंक का कहना है कि सीबीडीसी डिजिटल रूप में केंद्रीय बैंक द्वारा जारी एक लीगल मुद्रा है। आरबीआई की वेबसाइट के अनुसार 'यह कागजी मुद्रा के समान है और कागजी मुद्रा के साथ इसका विनिमय किया जा सकेगा। केवल इसका रूप अलग है'। बता दें, अभी हम भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से जारी 100, 200 रुपये के नोट्स और सिक्के का उपयोग करते हैं। इसी का डिजिटल स्वरूप ही डिजिटल रुपया कहलाएगा। टेक्निकल भाषा में इसे सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) भी कह सकते हैं। यह रुपये का इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म है, जिसका उपयोग हम बिना स्पर्श किए (कॉन्टैक्टलेस ट्रांजैक्शन) करेंगे।
- CBDC देश का डिजिटल टोकन होगा
- बिजनेस में पैसों के लेनदेन में आसानी होगी
- चेक और बैंक अकाउंट से ट्रांजैक्शन का कोई झंझट नहीं
- मोबाइल से सेकेंडों में पैसा होगा ट्रांसफर
- नकली करेंसी का कोई डर नहीं
- पेपर नोट के प्रिटिंग का खर्च बचेगा
- CBDC को डैमेज नहीं किया जा सकेगा
लेन-देन पर रहेगी आरबीआई की नजर
ट्रांजेक्शन कॉस्ट घटने के अलावा, इस डिजिटल करेंसी से सरकार की सभी अधिकृत नेटवर्क के भीतर होने वाले लेनदेन तक पहुंच हो जाएगी। इस प्रकार देश में आने और देश से बाहर जाने वाले पैसों पर ज्यादा कंट्रोल होगा।
डिजिटल रुपी मौजूदा करेंसी नोट की व्यवस्था को खत्म करने के लिए नहीं आ भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य रही है बल्कि यह लोगों को लेनदेन में एक और ऑप्शन देगा। करेंसी नोट वाली व्यवस्था और डिजिटल रुपी वाली व्यवस्था दोनों चलेंगी। इससे कैशलेस इकोनॉमी को बढ़ावा मिलेगा। डिजिटल रुपया कुछ इस तरह से लाया जाएगा कि बिना इंटरनेट के भी इसका पेमेंट किया जा सकेगा। यानी जब कभी ये आम लोगों के उपयोग में आए तो वह इसका उपयोग ऑफलाइन भी कर पाएंगे। इसका मकसद ये भी होगा कि ऐसे लोग जिनके पास बैंक खाता नहीं है वो भी इसका इस्तेमाल कर सकें।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य
आज के इस लेख में हम आपको future of crypto in India के बारे में जानकारी दे रहे है। बहुत से लोग यह कहते रहते है कि इंडिया में क्रिप्टोकरेंसी बैन होने वाली है, परंतु गवर्नमेंट का क्या डिसीजन है यह किसी को भी नही पता है। लेकिन कुछ लोग अपने ही मन से यह बात कह रहे है कि क्रिप्टो करेंसी जल्द ही बैन होने वाली है। यदि हम क्रिप्टो करेंसी के बैन होने की बात करे तो ऐसी कई चीजें अभी हमे दिख रही है जिसके चलते तो यही लग रहा है कि फिलहाल इंडिया में क्रिप्टो करेंसी बैन नही हो सकती है।
Future of cryptocurrency in India in Hindi
तो इंडिया में क्रिप्टो करेंसी क्यों बैन नही हो सकती है और इसके क्या कारण है यह सभी चीजें हम आपको बताने वाले है और साथ ही हमारे वित्त मंत्री निर्मला सितारामन का इसपर क्या कहना है यह भी आपको बताने वाले है। तो चलिए सबसे पहले हम आपको यह बताते है कि वित्त मंत्री निर्मला सितारामन का क्या कहना है। वित्त मंत्री निर्मला सितारामन का कहना है कि क्रिप्टो करेंसी बिल केंद्रीय मंत्री मंड़ल के पास है और बहुत जल्द ही इसपर फैसला भी होने वाला है।
क्या इंडिया में क्रिप्टो बैन होगा ?
Table of Contents
यदि आप यह सोच रहे है की कुछ समय बाद इंडिया में क्रिप्टो बैन हो सकता है तो आप पूरी तरह गलत सोच रहे है क्योंकि इंडिया में क्रिप्टो बैन नही हो सकता है। चलिए हम आपको बताते है कि इंडिया में क्रिप्टो बैन क्यों नही हो सकती है और इंडियन गवर्नमेंट इसके लिए क्या कर सकती है।
तो इंडिया यह वर्ल्ड की सबसे बड़ी कंट्री है जिसने क्रिप्टो में सबसे अधिक पैसा लगाया है। तो यदि इंडियन गवर्नमेंट चाहे तो वह यह कर सकती है कि क्रिप्टो भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य खरीदने और बेचने के लिए टैक्स लगा सकती है। अब इसमें कोई यह नही कह सकता है कि इंडियन गवर्नमेंट भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य इसपर कितना टैक्स लगाती है। लेकिन यदि इंडियन गवर्नमेंट क्रिप्टो पर 15 परसेंट से 18 परसेंट तक GST लगाती है तो आपको क्रिप्टो करेंसी खरीदना थोड़ा महंगा पड़ सकता है। इसके साथ ही आपको जो ट्रांसक्शन फीस लगती है वो भी लगेगी।
Conclusion –
तो इस लेख में हमने आपको भारत मे क्रिप्टो का भविष्य क्या है इसके बारे में विस्तार से जानकारी दे दी है। तो अभी फैसला आपको करना है कि आपको इसमें इन्वेस्ट करना चाहिए या नही। हम आशा करते है कि आज का यह लेख आपको पसंद आया होगा। यदि आपको आज का यह लेख पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे।
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भारत में बिटकॉइन का भविष्य क्या है? – Future of Bitcoin in India Hindi
मुझे लगता है की अगर दुनिया के बड़े बड़े देश इसे अपनाएंगे तो अंततः भारत को भी बिटकॉइन को अपनाना होगा क्यूंकि भारत भी दुनिया के साथ नयी टेक्नोलॉजी को अपनाना चाहेगा लेकिन भारत सरकार इसपर नए कानून जरूर लागू करेगा – Future of Bitcoin in India Hindi.
अप्रैल 2018 में, RBI ने एक सर्कुलर जारी कर बैंकों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि क्रिप्टोकरेंसी में काम करने वाले ग्राहकों को बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच की अनुमति नहीं है. निजी पार्टियों द्वारा जारी आभासी मुद्राओं की वैधता के बारे में आरबीआई के अधिकारियों के बीच संदेह के वर्षों के बाद सर्कुलर आया.
केंद्रीय बैंक ने बार-बार उन जोखिमों के बारे में चेतावनी दी है जो इन अनियमित निजी मुद्राओं से निवेशकों और वित्तीय प्रणाली (financial system) को प्रभावित करते हैं. बैंकों को क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े लेनदेन की सुविधा से रोककर, आरबीआई ने क्रिप्टोकरेंसी में किसी भी महत्वपूर्ण रुपये के निवेश पर प्रभावी रूप से प्रतिबंध लगा दिया.
SC ने RBI के 2018 के आदेश को बैंकों को क्यों उलट दिया?
सुप्रीम कोर्ट ने मार्च में इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया बनाम आरबीआई पर अपने फैसले में आरबीआई के 2018 के सर्कुलर को पलट दिया. SC ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी की खरीद या बिक्री पर RBI इन मुद्राओं के व्यापार पर अधिक प्रतिबंध नहीं लगा सकता है. अदालत ने महसूस किया कि इस तरह के प्रतिबंध नागरिकों के किसी भी व्यापार को करने के मौलिक अधिकार में हस्तक्षेप करेंगे जिसे कानून के तहत वैध माना जाता है.
नहीं. सुप्रीम कोर्ट ने RBI के आदेश को पलटते हुए बस इतना कहा कि क्रिप्टोकरेंसी पर भारी प्रतिबंध लगाने के लिए फिलहाल कोई कानूनी आधार नहीं है. एक बार संसद में क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने वाला कानून पारित होने के बाद, अदालत भविष्य में इस विचार को नहीं रख सकती है. दूसरी ओर, आरबीआई को मौजूदा स्पष्टीकरण जारी करने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है क्योंकि कुछ बैंकों ने हाल ही में ग्राहकों को क्रिप्टोकुरेंसी में काम करने से रोकने के लिए 2018 के परिपत्र (जो अब शून्य है) का हवाला दिया है.
भारत में बिटकॉइन का भविष्य क्या है?
क्रिप्टोक्यूरेंसी संशयवादियों का कहना है कि दुनिया भर की सरकारें अंततः सभी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगा देंगी. उनका तर्क है कि सरकारें और उनके केंद्रीय बैंक पैसे पर अपनी एकाधिकार शक्ति को कमजोर नहीं होने देंगे.
भारत सरकार इस मामले पर परस्पर विरोधी संकेत देती रही है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मार्च में कहा था कि देश में क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल पर पूरी तरह से प्रतिबंध भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य नहीं होगा. लेकिन केंद्र जल्द ही आधिकारिक डिजिटल मुद्रा विधेयक, 2021 के क्रिप्टोक्यूरेंसी और विनियमन (Law) को पेश करने की योजना बना रहा है, जिसमें कहा गया है कि सभी क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने वाले प्रावधान हैं. इस प्रकार, भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य अभी भी अधर में है – Future of Bitcoin in India Hindi.
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