कॉइनस्विच कुबेर 75 लाख यूज़र्स के साथ भारत के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज में से एक है।इसका सरल ऐप इंटरफ़ेस और 100 से ज्याद क्रिप्टो टोकन की मौजूदगी दूसरे सभी एक्सचेंज से इसे अलग बनाता क्रिप्टो ट्रेडिंग के प्रकार क्या हैं है। आशीष सिंघल के द्वारा शुरू किये गए इस एक्सचेंज की मार्केट वैल्यूएशन हाल ही में 2 बिलियन क्रिप्टो ट्रेडिंग के प्रकार क्या हैं डॉलर के नज़दीक पहुँच गयी है।
क्रिप्टोकरंसी कंवर्टर कैलकुलेटर
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क्रिप्टो ट्रेडिंग के प्रकार क्या हैं
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तीन साल से सरकारी असमंजस: क्रिप्टो में भारतीयों के 6 लाख करोड़ से ज्यादा लग चुके, फ्रॉड हुआ तो धेला भी नहीं मिलेगा
क्रिप्टो करेंसी में अब तक भारतीयों के 6 लाख करोड़ रु. से ज्यादा निवेश हो चुके हैं। देश में कुल 4 क्रिप्टो एक्सचेंज काम कर रही हैं। लेकिन, ज्यादातर निवेशकों को शायद ही इस बात का अंदाजा हो कि यदि कोई हेराफेरी होती है तो वे कानूनी तौर पर कुछ भी नहीं कर पाएंगे। साइबर कानूनों के विशेषज्ञ और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील विराग गुप्ता कहते हैं- ‘अनरेगुलेटेड एक्सचेंज या क्रिप्टो के कारोबारी यदि फ्रॉड करके गायब हो जाएं तो निवेशकों की जमापूंजी डूबनी तय है।
ऐसे में पीड़ित लोगों के पास सिर्फ दो विकल्प हाेंगे। पहला- पुलिस में आपराधिक शिकायत दर्ज कराना। दूसरा- कोर्ट में सिविल मुकदमा दायर करके एक्सचेंज या क्रिप्टो कारोबारी से हर्जाने की मांग करना। लेकिन जिस मामले पर संसद अभी तक कोई कानून नहीं बना पाई है, उस पर एक पुलिस अफसर क्या ही कर लेगा, यह समझा जा सकता है।’ एक वित्तीय कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि बैंक, म्यूचुअल फंड या जीरोधा जैसे स्टॉक ट्रेडिंग प्लेटफार्म खोलने के लिए कंपनियों को कई प्रकार के लाइसेंस, जांच और प्रतीक्षा अवधि से गुजरना पड़ता है।
[2023]शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग क्या होता है? Trading vs Investing in Hindi
यदि आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग क्या होता है? जानना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण होने वाला है क्योंकि इस आर्टिकल में शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग के बारें में आसान शब्दों में बेहतर ढ़ंग से समझाया गया है. लेकिन जब तक इस आर्टिकल को पूरा नहीं पढेंगे तब तक समझना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, इसलिए उम्मीद है की आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़कर, अच्छे से समझने की कोशिश करेंगे.
शेयर मार्केट में दिलचस्वी रखने वाले नए निवेशक हमेशा इस बात को लेकर कंफ्यूजन में रहते हैं की शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग क्या होता है. तो चलिए सबसे पहले जानते हैं की शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग क्या है?
ट्रेडिंग क्या होता है? What’s Trading in Stock Market Hindi
Table of Contents
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग क्या है? इसे जानने से पहले हमें शेयर मार्केट क्या है? यह जानना ज़रूरी है, तो “जहाँ पर कंपनियों के शेयर्स अथवा हिस्सेदारी की ख़रीद या बिक्री होती है उसे शेयर मार्केट(Share Market) या शेयर बाजार कहते हैं.”
अब बात आती है ट्रेडिंग क्या होता है? अगर आसान शब्दों में समझें की ट्रेडिंग का क्या मतलब होता है तो किसी भी वस्तु की सेवा का ख़रीद और बिक्री करके मुनाफ़ा कमाना ही ट्रेडिंग कहलाता है. यदि दूसरे शब्दों में समझें तो शेयर मार्केट में किसी भी कंपनी के शेयर्स को एक दिन से एक वर्ष तक होल्ड करके रखने की प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहते हैं.
ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं? Types of Trading in Stock Market Hindi
स्टॉक मार्केट(Stock Market) में ट्रेडिंग को मुख्यतः चार पार्ट में डिवाइड किया गया है.
- इंट्राडे ट्रेडिंग
- स्कैल्पिंग ट्रेडिंग
- स्विंग ट्रेडिंग
- पोजिसनल ट्रेडिंग
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? What’s Intraday Trading in Hindi
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है? शेयर मार्केट में जब किसी स्टॉक को एक दिन के लिए ख़रीदा और बेचा जाता है तो उसे इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading) कहा जाता है, इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको एक ही दिन के अंदर स्टॉक को ख़रीदना और बेचना पड़ता है अगर आपने इंट्राडे ट्रेडिंग में किसी भी एक ही दिन में नहीं बेचा तो आपका ब्रोकर उसे बेच देगा फिर चाहे आपको मुनाफ़ा हुआ रहे या फिर नुकसान. केवल एक दिन में ख़रीदने और बेचने की वजह से इसे डे ट्रेडिंग भी कहा जाता है, इसमें रिस्क और मुनाफ़ा दोनों ही बहुत ही ज्यादा होता है.
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग में क्या अंतर है? Trading vs Investing in Hindi
अगर बहुत ही सरल शब्दों में समझें तो ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग में मुख्य अंतर यही होता है की ट्रेडिंग में किसी भी शेयर को बहुत ही शार्ट टर्म के लिए ख़रीदा और बेचा जाता है और इन्वेस्टिंग में किसी कंपनी के शेयर को लॉन्ग टर्म के लिए ख़रीदा और बेचा जाता है. इसके अलावा भी आइये जानते है ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग में क्या फ़र्क होता है?
ट्रेडिंग | इन्वेस्टिंग |
शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कम समय के लिए होता है जैसे- कुछ मिनट, कुछ घंटे, एक दिन, कुछ हफ़्तों या फिर एक वर्ष तक | शेयर मार्केट में इन्वेस्टिंग लॉन्ग टर्म के लिए होता है जैसे- एक वर्ष से कई सालों तक |
शेयर मार्केट के किसी भी स्टॉक में ट्रैड करने के लिए स्टॉक बहुत ही कम पैसों में मिल जाता है. | इन्वेस्टिंग में किसी शेयर्स को पूरा ख़रीदना पड़ता है क्योंकि वह लंबे समय तक होल्ड पर होता है. |
ट्रेडिंग में किसी भी स्टॉक का टेक्निकल एनालिसिस करना होता है जबकि | इन्वेस्टिंग में किसी भी स्टॉक का फंडामेंटल एनालिसिस करना पड़ता है. |
ट्रेडिंग में ट्रेडर बहुत ही कम समय में बहुत ही ज्यादा पैसा कमाते है. | इन्वेस्टिंग में इन्वेस्टर को ज्यादा रिटर्न पाने के लिए लंबे समय तक शेयर को होल्ड करके रखना पड़ता है. |
इसमें जितना कम समय में अच्छा क्रिप्टो ट्रेडिंग के प्रकार क्या हैं मुनाफ़ा होता है उतने ही कम समय में पैसा भी डूब जाता है. यानी रिस्क ज्यादा होता है. | इसमें इन्वेस्टर लॉन्ग टर्म के लिए किसी भी स्टॉक को होल्ड करके रखता है इसलिए पैसे डूबने का रिस्क बहुत ही कम हो जाता है. |
ट्रेडिंग में कम समय के अन्दर किसी भी स्टॉक को ख़रीदने और बेचने वालों को ट्रेडर कहा जाता है. | इन्वेस्टिंग में लंबे समय तक किसी भी स्टॉक को होल्ड रखने वालों क्रिप्टो ट्रेडिंग के प्रकार क्या हैं को इन्वेस्टर कहा जाता है. |
3 सर्वश्रेष्ठ क्रिप्टो एक्सचेंज
एक्सपर्ट्स द्वारा चुने गए यह एक्सचेंज न सिर्फ भारत में निर्मित हैं बल्कि भारतीय निवेशकों की ज़रूरतों को समझने में भी सक्षम हैं। भारत के प्रमुख क्रिप्टो एक्सचेंज में से सर्वश्रेष्ठ 3 कुछ इस प्रकार हैं।
कॉइन DCX
कॉइन DCX 200 से ज्यादा क्रिप्टो टोकन लिस्ट करने वाला भारत का पहला एक्सचेंज है। सबसे कीमती क्रिप्टो एक्सचेंज के नाम से मशहूर कॉइन DCX भारत में क्रिप्टो के बढ़ते चलन की प्रमुख वजह में से एक है। 2018 में सुमित गुप्ता और नीरज खंडेलवाल के द्वारा शुरू हुए इस एक्सचेंज ने लोगों को न सिर्फ क्रिप्टो ट्रेडिंग का एक मंच दिया बल्कि उन्हें क्रिप्टो के प्रति जागरूक भी किया।
कॉइन DCX को नए और अनुभवी दोनों ट्रेडर्स को ध्यान में रख कर बनाया गया है। इसमें शामिल ट्रेडिंग टूल्स आसानी से इस्तेमाल में लाये जाने के साथ-साथ आपके निवेश को तेज़ी से बढ़ाने में भी सक्षम हैं। अपने पिछले फंडिंग राउंड में कॉइन DCX 800.15 बिलियन की वैल्यूएशन से $215 मिलियन जुटाने में सफल रहा है।
क्रिप्टो निवेश से जुड़ी 5 ज़रूरी बातें
क्रिप्टो के लिए बेहतरीन विकल्पों को जानने के बाद आपका उत्साहित होना लाज़मी है लेकिन बिना सावधानी के बाजार में निवेश आपके नुकसान का कारण बन सकता है। ब्लॉग के इस भाग में हम जानेंगे क्रिप्टो निवेश से जुड़ी वो 5 ज़रूरी बातें जो आपके क्रिप्टो सफर को बना सकती है और भी आसान।
- आपके क्रिप्टो टोकन को सुरक्षित रखने के लिए एक क्रिप्टो वॉलेट की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है।
- टोकन में विविधता आपके निवेश जोखिम को कम करने के साथ-साथ फ़ायदे की संभावनाओं को भी बढ़ा सकती है।
- Crypto Markets के अचानक उतार-चढ़ाव से बचने के लिए आप अपनी जमा पूंजी का एक निश्चित भाग ही क्रिप्टो मार्केट्स में निवेश करें।
- निवेश से पहले क्रिप्टो तकनीक को समझना आपको आपके निवेश के प्रति सजग बनता है और निवेश जोखिमों को कम करता है।
- किसी भी करंसी में निवेश से पहले उसकी वास्तविक कीमत का अंदाज़ा होना आपको क्रिप्टो में होने वाले क्रिप्टो ट्रेडिंग के प्रकार क्या हैं धोखों से बचा सकता है।
निष्कर्ष
क्रिप्टो के बढ़ते चलन के पीछे इस तकनीक की विभिन्न उपयोगिताएं हैं। ब्लॉकचेन के भविष्य की संभावनाओं के अनुसार इसकी कीमतों में उछाल निश्चित है इसलिए क्रिप्टो में छोटा लेकिन नियमित निवेश समय के साथ काफी बड़ा हो सकता है। हमें उम्मीद है की ऊपर बताये गए क्रिप्टो एक्सचेंज और उनसे सम्बंधित जानकारियां आपको अपने क्रिप्टो निवेश से जुड़े फैसले लेने में मदद करेंगी।
क्रिप्टोकरंसी में सही समय पर निवेश आपको कई गुना रिटर्न्स दे सकता है और एक मज़बूत क्रिप्टो निवेश की बुनियाद के रूप में साबित हो सकता है। लेकिन सही निवेश के लिए ज़रूरी है क्रिप्टोकरंसी की सही समझ। इसलिए जुड़िये भारत की सबसे क्रिप्टो ट्रेडिंग के प्रकार क्या हैं बड़ी क्रिप्टो कम्युनिटी से सिर्फ Coin Gabbar पर और पाएं क्रिप्टो से जुड़ी सभी जानकारियाँ – सबसे सटीक, सबसे पहले।
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