चावला आगे कहते हैं, “भारत में सोशल कॉमर्स के विकास में अगला पड़ाव लाइव शॉपिंग और वीडियो कॉमर्स है। हमारा विजन भारत में लाइव कॉमर्स ईकामर्स प्लेटफार्म सेगमेंट में अग्रणी स्थिति हासिल करना और लाखों खुदरा विक्रेताओं को तकनीक की मदद से सशक्त बनाना है, जिससे वे डिजिटल रूप से अपने ग्राहकों को ईकामर्स प्लेटफार्म सामान बेच सकें, अपनी पहुंच बढ़ा सकें और अपनी सेल्स में जोरदार बढ़ोत्तरी कर सकें।"
E-Commerce Platform: बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों को मिलेगी टक्कर! गूगल के साथ मिलकर काम करेगा ONDC
By: ABP Live | Updated at : 28 May 2022 01:05 PM (IST)
ई-कॉमर्स कंपनियों (PC: Freepik)
Open Network for Digital Commerce ONDC: देश में पिछले कुछ सालों में इंटरनेट के बढ़ते प्रभाव के साथ-साथ कई ई-कॉमर्स कंपनियों (E-Commerce Companies) ने भी देश में करोड़ों रुपये की कमाई की है. अमेजन-फ्लिपकार्ट (Amazon-Flipkart) आदि जैसे बड़ी कंपनियां हर साल हजारों करोड़ रुपये का बिजनेस भारत में करती है. ऐसे में अब केंद्र सरकार भी अपना नया ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म (E-Commerce Platform) शुरू करने वाली है. इस ई-कॉमर्स कंपनी का नाम है नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स यानी ओएनडीसी (ONDC) है. इस कंपनी को शुरुआती दौर में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया जाएगा. इसे पहले दिल्ली-NCR, भोपाल, शिलांग और कोयंबटूर में शुरू किया जाएगा. इसमें पहले इन सभी शहरों के 150 रिटेलर्स को जोड़ा जाएगा.
ऑनलाइन ले जाना चाहते हैं अपना कारोबार तो सही ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म कैसे चुनें? पढि़ए पूरी डिटेल
कोरोना महामारी के दौरान ऑनलाइन कारोबार में कई गुना इजाफा हुआ है.
लेनदेन और कारोबार के बदलते माहौल में ई-कॉमर्स उपभोक्ता और दुकानदार दोनों के लिए रीढ़ की तरह काम कर रहा है. इस प्लेटफॉ . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : April 13, 2022, 15:20 IST
नई दिल्ली. कोविड-19 महामारी ने सामाजिक दूरी के साथ ऑनलाइन कारोबार के महत्व को भी बखूबी समझाया है. वर्तमान में परचून से लेकर बड़े ब्रांड तक ऑनलाइन माध्यम से ही अपने कारोबार को नया आयाम दे रहे हैं. ऑनलाइन माध्यम से कारोबारी न सिर्फ ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों तक पहुंच बना लेते हैं, बल्कि इससे व्यापार की परंपरागत चुनौतियां भी खत्म हो जाती हैं. ऐसे में अगर आप भी अपने कारोबार को ऑनलाइन ले जाने के ईकामर्स प्लेटफार्म बारे में सोच रहे हैं तो क्यूपे के सीईओ और को-फाउंडर मनीष कौशिक बता रहे कैसे सही ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म चुनना चाहिए.67
सबसे पहले लागत का लगाएं अनुमान
किसी ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म का मूल्यांकन करते समय लागत की गणना सबसे पहले करनी चाहिए. कारोबार चाहे छोटा और प्रारंभिक हो या ई-कॉमर्स में बदल रहा स्थापित व्यवसाय हो, इसमें रखरखाव, डोमेन और होस्टिंग, सोशल मीडिया विशेषज्ञ जो ब्रांड की ऑनलाइन उपस्थिति का प्रबंधन करेंगे, इनसे जुड़ी सभी लागत को ध्यान में रखना चाहिए. इसके अलावा ई-मेल और एसएमएस मार्केटिंग, एसईओ, डिलीवरी जैसे खर्चों को शामिल करना चाहिए.
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है और आपके बिजनेस को कैसे सहयोग कर सकता है? जानिए
बिजनेस शुरु करना एक बात है। लेकिन, बिजनेस की पहुंच सही ग्राहकों तक पहुंचाना एक अलग बात है। इससे बिजनेस में मुनाफा बढ़ता है। सवाल यह उठता है कि बिजनेस को सही ग्राहकों तक कैसे पहुंचाया जाय? तो इस बात का उत्तर है कि बिजनेस का पर्याप्त प्रचार किया जा सकता है। लेकिन, इस कोविड के समय में हर जगह पर पहुंच कर बिजनेस का प्रचार करना कठिन कार्य है। इसलिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर अपने बिजनेस को ईकामर्स प्लेटफार्म लिस्टेड कर के मुनाफा कमाया जा सकता है। आइये इस आर्टिकल में आपको जानकारी देते हैं कि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है और यह बिजनेस के लिए कैसे सहयोग कर सकता है।
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या है?
ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म एक ऑनलाइन बिजनेस करने का एक तरीका है, जो आपको बिक्री करने और ऑर्डर पूरा करने की अनुमति देता है। ई-कॉमर्स पर इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपके ग्राहक कहां हैं या वे कहां खरीदारी करना पसंद करते हैं। जबकि अधिकांश लोग सोचते हैं कि उनका ईकॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म सिर्फ एक उपकरण है जो उन्हें उत्पादों की सूची बनाने और ऑनलाइन भुगतान स्वीकार करने देता है, ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म इससे कहीं अधिक है।
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म किस प्रकार के हैं?
ऑनलाइन स्टोर को जनता के लिए सुलभ बनाने के लिए, आपके पास एक होस्टिंग होना चाहिए। होस्टिंग आपकी जानकारी को एक सर्वर पर संग्रहीत करता है, जो इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को आपकी साइट पर जाने और सभी सामग्री को देखने की अनुमति देता है।
हर वेबसाइट को कहीं न कहीं होस्ट किया जाता है, जिसका अर्थ है कि इसमें एक प्रदाता से सर्वर स्पेस समर्पित है। कुछ ईकॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म में निर्मित होस्टिंग हैं, जबकि अन्य की आवश्यकता है कि आप स्वयं-होस्टिंग या ओपन-सोर्स होस्टिंग का उपयोग करें।
होस्ट करवाना
कुछ वेबसाइट निर्माता एक होस्ट किए गए प्लेटफ़ॉर्म की पेशकश करते हैं। इस मामले में, आपको स्वयं या तृतीय-पक्ष होस्टिंग की गड़बड़ी और अतिरिक्त शुल्क संलग्न करने के बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं है।
ई-कॉमर्स कितने प्रकार के हैं?
ई-कॉमर्स के चार प्रकार हैं:
- बी 2 सी (बिजनेस-टू-कंज्यूमर)
- बी 2 बी (बिजनेस-टू-बिजनेस)
- सी 2 बी (कंज्यूमर-टू-बिजनेस)ईकामर्स प्लेटफार्म
- सी 2 सी (कंज्यूमर-टू-कंज्यूमर)
बी 2 सी। यह एक व्यवसाय से एक व्यक्तिगत ईकामर्स प्लेटफार्म उपभोक्ता को ऑनलाइन बिक्री को संदर्भित करता है। आपने लोगों को B2C ई-कॉमर्स के लिए डीटीसी, या डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर के रूप में भी सुना होगा।
बी 2 बी। जब एक व्यवसाय किसी अन्य व्यवसाय को ऑनलाइन बेचता है, तो वह बी 2 बी ईकॉमर्स है। इन लेन-देन में थोक खरीद शामिल है, जब क्रय व्यवसाय एक लाभ पर पुनर्विक्रय करना चाहता है, साथ ही व्यावसायिक उपयोग के लिए – कार्यालय की आपूर्ति और उपकरण जैसी चीजें।
आपके लिए कौन सा माध्यम ठीक रहेगा
ई-कॉमर्स यानी बिजनेस को ऑनलाइन ले जाने के लिए सबसे पहले यह देखना होता है कि आपका बिजनेस किस चीज का है और आपके ग्राहक ईकामर्स प्लेटफार्म कौन लोग हैं। इसके बाद माध्यम का चुनाव करना ठीक रहता है।
जैसे बी2बी बिजनेस में कारोबारी सीधे ग्राहक से डील करते हैं। तो इसके लिए फ्लीपकार्ट, अमेज़न जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म उपयोग करना ठीक रहता है। क्योंकि, यहां पर आपकी मार्केटिंग कास्ट बच जाता है। जो लोग उस ई-कॉम प्लेटफॉर्म पर आयेंगे, उनको आपका भी प्रोडक्ट दिखेगा। पसंद आने पर ग्राहक ऑर्डर भी करेगा।
वहीं, बी2बी यानी बिजनेस 2 बिजनेस सेगमेंट में आपका बिजनेस है तो, आपको ग्राहक से डील ईकामर्स प्लेटफार्म न करके बिजनेस से डील करना होता है। दूसरे बिजनेस को कुछ चाहिए, तो वह आपकी वेबसाइट पर आयेगा। इसलिए इस सेगमेंट में खुद की वेबसाइट बनवाकर, खुद की होस्टिं लेना ज्यादा सही होता है। इससे आपके बिजनेस की पहचान कायम होती है।
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर बढ़ी स्थानीय विक्रेताओं की बिक्री
मुंबई 18 अप्रैल 2022- किको लाइव ऐप पर पड़ोस के छोटे विक्रेता ई-कॉमर्स पर अपनी मौजूदगी और बढ़ती बिक्री का जश्न मना रहे हैं। यह इस उद्योग में अपनी तरह का पहला समाधान है जहां विक्रेता और खरीदार सीधे आपस में बातचीत कर सकते हैं। यहां किसी वास्तविक स्टोर पर खरीदारी की ही तरह ग्राहक और ईकामर्स प्लेटफार्म विक्रेता रियल टाइम में एक दूसरे के साथ जुड़ते हैं। यह उन दूसरे समाधानों से बिल्कुल अलग और उनसे कहीं बेहतर है जो या तो विक्रेताओं को कैटलॉग के साथ माइक्रो वेबसाइट प्रदान करते हैं।
व्हाट्सएप चैट पर उन्हें अपने ग्राहकों के साथ जुड़ने में मदद करते हैं। नई इनोवेटिव एआई तकनीकों के साथ यह बी2सी ऐप ऐसे स्थानीय विक्रेताओं को ऑनलाइन आने में मदद करती है, जो अपने कारोबार और बिक्री के लिए केवल दुकान पर आने वाले ग्राहकों पर निर्भर थे। ग्राहकों के लिए, यह एक व्यक्तिगत और रीयल-टाइम शॉपिंग अनुभव है क्योंकि यह उन्हें वीडियो कॉल के जरिए उत्पादों को देखने और फिर खरीदने की सुविधा प्रदान करता है।
L&T ने MSMEs ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म सूफिन लॉन्च किया
लार्सन एंड ईकामर्स प्लेटफार्म टुब्रो (Larsen & Toubro – L&T) ने एलएंडटी-सूफिन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म (L&T-SuFin e-commerce platform) की स्थापना की है। यह अन्य व्यवसायों को बेचे जाने वाले औद्योगिक उत्पादों और सेवाओं के लिए देश का पहला पूर्ण ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है। मंच की लेनदेन लागत लगभग 1.5 प्रतिशत है। अपने बी 2 बी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से, कंपनी का उद्देश्य व्यवसायों, विशेष रूप से सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को सशक्त बनाना है, जिससे उन्हें पूरे भारत में औद्योगिक वस्तुओं को डिजिटल और लागत प्रभावी ढंग से प्राप्त करने की अनुमति मिल सके।
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