रिटर्न ऑन इक्विटी (आरओई)
यह इक्विटी पर रिटर्न (आरओई) दर्शाता है कि कंपनी शेयरधारकों को पुरस्कृत करने में कितनी बेहतर है. यह शेयरधारक को इक्विटी के फीसदी के रूप में दी गई शुद्ध आय की राशि है. उन कंपनियों के शेयरों में निवेश करना बेहतर होता है जिनका पिछले तीन सालों का औसत आरओई ब्याज दर और महंगाई दर की कुल राशि से ज्यादा है.

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ट्रेडिंग खाते: संचालन की प्रणाली और होने के फायदे

ट्रेडिंग इक्विटी शेयर के फायदे खातों ने लोगों के शेयर बाजार में काम करने के तरीके में क्रांति ला दी है। शेयरों को बनाए रखने का यह नया तरीका ओपन आउटरी की पुरानी प्रणालियों की तुलना में अधिक सुविधाजनक और तेज साबित हुआ है। ट्रेडिंग खातों की सहायता से, भौतिक संपर्क और उपस्थिति की आवश्यकता नहीं होती है, जिससे दोनों पक्षों के लिए समय की बचत होती है।

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शेयर और डिबेंचर में अंतर क्या है | Difference between share and debenture in hindi

तात्कालिक समय में शेयर और डिबेंचर में निवेश करना व्यापार का एक अच्छा माध्यम बन गया है. समाज के किसी भी तबके, जाति धर्म के लोग इसके अंतर्गत अपने मेहनत से कमाए गये पैसे इस उद्देश्य और उम्मीद से निवेश करते हैं कि उसके एवज में उन्हें अच्छा ख़ासा ब्याज रिटर्न के तौर पर प्राप्त हो सकेगा. एक तरफ जहाँ शेयर किसी कंपनी के कैपिटल का शेयर होता है, वहीँ पर डिबेंचर एक लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के तौर पर सामने आता है. इसमें कंपनी एक तय दर से निवेशकों को लाभ पहुंचाती है. यहाँ पर इन दोनों का वर्णन किया जा रहा है.

किसी कंपनी के सबसे छोटे हिस्से को शेयर कहा जाता है. यह शेयर ओपन मार्केट में सेल के लिए लाया जाता है. इसकी सहायता से किसी कंपनी के कैपिटल में वृद्धि की जाती है. जिस क़ीमत पर यह शेयर लोगों को प्राप्त होता है, उसे शेयर प्राइस कहा जाता है. यह शेयर कंपनी के मालिकाना हक़ में शेयरहोल्डर का हिस्सा दर्शाता है. शेयर आमतौर पर स्थानांतरित किये जा सकते हैं और किसी कंपनी के लिए ये विभिन्न संख्या में मौजूद रहते हैं. शेयर मार्केट की जानकारी यहाँ पढ़ें.

Share Market Tips: शेयर बाजार में करने जा रहे हैं निवेश तो पहले पढ़ लें ये खबर, फायदे में रहेंगे

By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 22 Sep 2021 07:41 PM (IST)

Share Market: शेयर बाजार में निवेश करने का चलन बढ़ता ही जा रहा है. कोरोना महामारी के बाद से खासकर लोगों की रुचि शेयर बाजार में निवेश करने में बढ़ी है. महामारी के बाद से शेयर बाजार ने निवेशकों को निराश नहीं किया है. पिछले साल मार्च में शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आई थी. तब सेंसेक्स गिरकर 26000 अंक के स्तर पर आ गया था. गुरुवार (16 सितंबर) को बीएसई सेंसेक्स ने एक नया रिकॉर्ड कायम किया. सेंसक्स 59,000 के आंकड़े के पार पहुंच गया है. वहीं निफ्टी इक्विटी शेयर के फायदे भी गुरुवार को 17,600 अंक के करीब देखा गया.

आप अगर शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो आपको कुछ बेसिक जानकारियां होनी जरूरी है. यह जानकारियां आपके बहुत काम आएंगीं. हम आपको कुछ ऐसे अनुपातों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आप आसानी से शेयर का मूल्यांकन कर सकेंगे.

क्या होता है हाइब्रिड फंड, जानिए इसमें निवेश के फायदे?

Hybrid Mutual Funds

  • नई दिल्ली,
  • 10 नवंबर 2021,
  • (अपडेटेड 10 नवंबर 2021, 10:36 PM IST)
  • हाइब्रिड फंड के जरिये इक्विटी और डेट दोनों में निवेश
  • कई बार फंड का पैसा सोना में भी लगाया जाता है

म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में निवेश करना सबसे सही और सुरक्षित विकल्प माना जाता है. कई तरह के अच्छे म्यूचुअल फंड बाजार में मौजूद हैं, जिनके जरिए हम अपना पैसा निवेश कर सकते हैं. उनमें से एक है हाइब्रिड फंड्स (Hybrid Funds). जब से शेयर बाजार में तेजी का रुख लौटा है तो ऐसे में हाइब्रिड फंड्स में लोगों का निवेश भी दोबारा से लौट आया है. निवेशकों के बीच हमेशा से पसंदीदा रहने वाला फंड माना जाता है, तो हम आपको बताएंगे कि क्या होता है हाइब्रिड फंड्स और कैसे इसे बाकी म्यूचुअल फंड्स से अलग माना जाता है? साथ ही किसे हाइब्रिड फंड में निवेश करना चाहिए?

इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (Indian Oil Corporation Limited (IOCL) डिविडेंड देने के मामले में बेस्ट स्टॉक में से एक है. कंपनी . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : July 11, 2022, 10:55 IST

नई दिल्ली. कुछ ऐसे स्टॉक होते हैं जो अपने शेयरोहोल्डर्स को शेयर पर मिलने वाले रिटर्न के साथ-साथ डिविडेंड और बोनस के जरिए मालामाल करते रहते हैं. अगर ऐसी कंपनियों के शेयर आपके पास पर्याप्त मात्रा में हो जाते हैं तो ये नियमित आय के साधन हो जाते हैं. कई कंपनियों तो इतना डिविडेंड देती है जो एफडी के ब्याज से दोगुना होता इक्विटी शेयर के फायदे है. इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (Indian Oil Corporation Limited (IOCL) भी इसी तरह का एक स्टॉक है.

इस शेयर ने शेयरधारकों को 1.7 फीसदी सालाना (YTD) रिटर्न दिया है. हालांकि, कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान तीन बार डिविडेंड की घोषणा की है. इससे इंडियन ऑयल के शेयरधारकों को अपनी होल्डिंग में कोई खास लाभ हुए बिना अपने निवेश पर 15.70 प्रतिशत की भारी कमाई हुई. सबसे दिलचस्प बात यह है कि पिछले एक साल में इस स्टॉक ने महज 1.70 फीसदी रिटर्न दिया है लेकिन शेयरधारकों को 16 फीसदी की कमाई हुई.

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