1. पहला जोखिम अन रेगुलेटेड (अनियमित) उत्पाद का है. अर्थात इसका मतलब यह है कि किसी भी नुकसान या फ्रॉड होने के केस में उपभोक्ता किसी भारतीय रेगुलेटर जैसे सेबी और आरबीआई के पास निवारण के लिए नहीं जा सकता है.
गोल्ड प्लेटफॉर्म Safe Gold ने लांच किया गेन सेवा, डिजिटल सोना लीज पर दे कर पाएं हाई रिटर्न
नई दिल्ली: ऑनलाइन डिजिटल गोल्ड प्लेटफॉर्म सेफगोल्ड ने अपने ग्राहकों के लिए गेन्स नाम की सेवा शुरू की है. जिसके तहत से सेफगोल्ड के ग्राहक अपना डिजिटल गोल्ड लीज (lease) या पट्टे पर रखकर लाभ के रूप में रिटर्न पा सकते हैं. ग्राहक अपना डिजिटल सोना जहां जमा करता है वहां के तिजोरी से गोल्ड को लेकर जौहरियों को पट्टे पर दिया जाएगा.
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डिजिटल गोल्ड की लीज कैसे काम करती है.
सेफ गोल्ड की गेन सेवा एक पीयर टू पीयर लेंडिंग की तरह काम करेगा जहां पर कस्टमर खुद ही अपने डिजिटल गोल्ड के बदले रिटर्न कमाने के लिए ज्वैलर और लीज की अवधि को चुन सकता है. सेफगोल्ड के वेबसाइट के अनुसार क्रेडिट योग्यता और केवाईसी-अनुपालन को वेरीफाइड किया जाएगा. आगे बढ़ने से पहले हम जान लेते हैं कि पीयर टू पीयर लेंडिंग क्या होती है. दरअसल यह लेंडिंग का वह तरीका होता है जिसमें कर्ज देने और कर्ज लेने वाला एक ही प्लेटफार्म पर मौजूद होते हैं और अपनी जरूरतों के हिसाब से ट्रांजैक्शन कर लेते हैं.
कितना सोना रख सकते हैं?
ऑनलाइन डिजिटल गोल्ड प्लेटफॉर्म के अनुसार गेन की सेवा के तहत कोई इंडिविजुअल कम से कम 0.5 ग्राम से अधिकतम 20 ग्राम तक डिजिटल गोल्ड लीज पर ले सकता है. डिजिटल गोल्ड को पट्टे पर 30 दिन से लेकर 364 दिन तक रखा जा सकता है. उपभोक्ता के रिटर्न की बात करें तो 3 से 6% यील्ड प्रति वर्ष उम्मीद जताई जा रही है. सेफ गोल्ड के फाउंडर और एमडी के अनुसार फिलहाल लीज 90 से 180 दिन के लिए मौजूद है. साथ ही डिजिटल गोल्ड पर मिलने वाला यील्ड मंथली बेसिस पर कैलकुलेट होगा और कस्टमर के डिजिटल गोल्ड अकाउंट में जुड़ जाएगा. ध्यान रहे यील्ड पर मिलने वाला रिटर्न सोने के रूप में होगा. एक बार लीज खत्म होने पर लीज पर दिया गया सोना और रिटर्न दोनों ही कस्टमर के खाते में जुड़ जाएगा.
गोल्ड में निवेश की प्लानिंग? जानिए डिजिटल और फिजिकल सोना खरीदने के लिए क्या है आयकर नियम
डिजिटल गोल्ड में निवेश करना चाहते हैं, जानिए कितना लगेगा टैक्स (फोटो-Freepik)
बहुत से लोग गोल्ड में निवेश करते हैं, क्योंकि यह एक सुरक्षित निवेश के रूप में माना जाता है। फिजिकल गोल्ड के अलावा डिजिटल गोल्ड और पेपर गोल्ड की भी आजकल डिमांड है। ऐसे में अगर आप इसमें से किसी भी गोल्ड में निवेश की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपको आयकर विभाग के बारे में जानकारी होनी चाहिए।
फिजिकल गोल्ड पर टैक्स
ज्वैलरी के रूप में फिजिकल गोल्ड को खरीदा जाता है। इसके अलावा कुछ लोग सोने के सिक्के भी खरीदे जाते हैं। सोने के डिजिटल गोल्ड क्या है सिक्के आमतौर पर 5 या 10 ग्राम के मूल्यवर्ग में खरीदे जाते हैं। सभी तरह के फिजिकल गोल्ड हॉलमार्क वाले होते हैं। ऐसे में सोना खरीदने पर आयकर नियम के अनुसार, फिजिकल सोना पर कैपिटल लाभ टैक्स लगता है।
क्लियर के फाउंडर एंड सीईओ अर्चित ने कहा कि पूंजीगत लाभ पर टैक्स बेनेफिट के आधार पर लगाया जाता है, चाहे लांग टाइम कैपिटल गेन हो या अल्पकालिक पूंजीगत लाभ हो। अगर आप बिक्री की तारीख से पहले 36 महीने से अधिक समय तक सोना रखते हैं, तो यह एक लॉन्ग टाइम लाभ के तहत डिजिटल गोल्ड क्या है आतना है। हालांकि इससे कम पर यह अल्पकालीन टैक्स बेनेफिट्स है। इस तरह के लाभ पर 20 फीसदी और डिजिटल गोल्ड क्या है 4 फीसदी का टैक्स लगाया जाता है।
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डिजिटल गोल्ड पर टैक्स
डिजिटल गोल्ड फिजिकल गोल्ड में निवेश का एक माध्यम है। इसमें निवेश के बाद सोना बेचने पर टैक्स लगाया जाता है। यह सेबी या आरबीआई किसी के द्वारा संचालित नहीं किया जाता है। इसमें आप सीधे निवेश कर सकते हैं। इसपर टैक्स फिजिकल गोल्ड की तरह ही लगाया जाता है।
भारत सरकार की ओर से जारी किया जाने वाला यह एक डिजिटल गोल्ड है, जिसे समय-समय पर सरकार की ओर से जारी किया जाता है। आरबीआई सरकार की ओर से सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जारी करता है। SGB को नवंबर 2015 में पेश किया गया था। इसे सोना में निवेश का सुरक्षित विकल्प माना जाता है। निवेशक को छमाही आधार पर 2.5 फीसदी सालाना की दर से ब्याज मिलता है।
मैच्योरिटी पर या आठ साल के बाद किसी भी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड पर लाभ पर टैक्स मुक्त रखा गया है। वहीं पांच साल के बाद एसजीबी की बिक्री पर कोई भी लाभ दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ होगा और इंडेक्सेशन के बाद ऐसे लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन पर 20 फीसदी टैक्स लगता है।
छोड़ो कल की बातें. अब सोना नहीं 'डिजिटल गोल्ड' खरीदें, न चोरी की चिंता न गुम होने का डर, ऐसे करें निवेश
डिजिटल गोल्ड ऑनलाइन सोना खरीदने का एक तरीका है. इसमें गोल्ड फिजिकली ना होकर आपके डिजिटल वॉलेट में रखा होगा.
Digital Gold: मौजूदा समय में डिजिटल गोल्ड में निवेश करने को लेकर लोगों की रूचि बढ़ी है. इनमें सॉवरेन गोल्ड फंड और गोल्ड . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : October 23, 2022, 12:49 IST
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में कम से कम एक ग्राम सोना खरीदा जा सकता है.
गोल्ड ईटीएफ को शेयर की तरह खरीदकर डीमैट अकाउंट में रखा जा सकता है.
जरूरत पड़ने पर कुछ एक्स्ट्रा चार्ज देकर डिजिटल गोल्ड को फिजिकल गोल्ड बदल सकते हैं.
नई दिल्ली. सोने में निवेश सबसे सुरक्षित और हमेशा फायदे का सौदा रहा है. लेकिन गोल्ड के साथ कुछ जोखिम भी जुड़े होते हैं. क्योंकि सोने के जेवर या अन्य सामानों के चोरी होने और गुमने का डर हमेशा बना रहता है इसलिए निवेश के बाद इसकी सुरक्षा सबसे बड़ी चुनौती होती है. ऐसे में डिजिटल गोल्ड निवेश का एक नया और सुरक्षित माध्यम बनकर उभरे हैं.
Latest Digital Gold क्या है? डिजिटल गोल्ड में इन्वेंटरी कैसे करें?
Letest Digital Gold : आपने सुना होगा कि सोना हमेशा के लिए है। मौर्यों का जमाना हो या मोदी का सोना तब भी कीमती था और आज भी कीमती है। शायद यही वजह है कि लोगों में सोने के प्रति दीवानगी आज भी बदस्तूर जारी है और आगे भी जारी रहेगी.
अब तक हम भौतिक रूप में सोना खरीदते रहे हैं और उसका उपयोग आभूषण के रूप में करते रहे हैं। हमारे देश में लोग न केवल गहनों के लिए सोना खरीदते हैं बल्कि इसे एक सुरक्षित निवेश के रूप में भी देखते हैं।
डिजिटल गोल्ड
अब तक हम और आप सोने को उसके भौतिक रूप में ही खरीद-बिक्री करते रहे हैं। आज के आधुनिक परिवेश में हर जगह डिजिटलीकरण का बोलबाला है। शायद इसे भांपते हुए कुछ कंपनियों द्वारा आपको सोने का एक डिजिटल रूप भी उपलब्ध कराया जा रहा है। तो आइए विस्तार से जानते हैं कि डिजिटल सोना क्या है और आप इसमें कैसे निवेश कर सकते हैं।
डिजिटल सोना (Gold) क्या है?
डिजिटल गोल्ड वस्तुतः खरीदे गए भौतिक सोने का वह रूप है जिसे आप कभी भी, कहीं भी ऑनलाइन खरीद सकते हैं, बेच डिजिटल गोल्ड क्या है सकते हैं, रख सकते हैं या उपहार में दे सकते हैं।
एक बार जब आप इसे खरीद लेते हैं, तो आपको इसे भौतिक सोने की तरह रखने की आवश्यकता नहीं होती है। आप जिस भी कंपनी से इसे खरीदेंगे वही कंपनी आपके सोने को अपनी तिजोरी में सुरक्षित रखेगी।
डिजिटल गोल्ड कैसे खरीदें?
वर्तमान में देश में मुख्य रूप से 3 कंपनियां हैं जो डिजिटल गोल्ड उपलब्ध करा रही हैं।
ऑगमोंट गोल्ड लिमिटेड
एमएमटीसी-पीएएमपी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
आप डिजिटल वॉलेट जैसे पेटीएम, फोन पे, गूगल पे, एयरटेल पेमेंट बैंक, भारत पे, फ्रीचार्ज, बजाज फिनसर्व से डिजिटल गोल्ड खरीद सकते हैं। कुछ स्टॉक ब्रोकिंग कंपनियां जैसे मोतीलाल ओसवाल और एचडीएफसी सिक्योरिटीज भी डिजिटल सोना पेश कर रही हैं। आप सेफगोल्ड की वेबसाइट से भी डिजिटल सोना खरीद सकते हैं।
सोने की शुद्धता
डिजिटल गोल्ड में निवेश करने का एक और फायदा यह है कि आप बिना किसी मेकिंग चार्ज के 99.9% शुद्ध 24-कैरेट सोना खरीद सकते हैं। अगर आप सामान्य सोना या भौतिक सोना खरीदने जाते हैं तो सबसे पहले आपको वहां मेकिंग चार्ज, वेस्टेज चार्ज देना होगा और उसके बाद भी आपको वहां 24 कैरेट सोना नहीं मिलेगा।
शेयरों की तरह खरीदने और बेचने की सुविधा
हां, आप डिजिटल गोल्ड को एक शेयर की तरह ही खरीद और बेच सकते हैं। इतना ही नहीं आप चाहें तो इसे सामान्य सोने की तरह अपने पास भी रख सकते हैं।
जैसे स्टॉक का मूल्य बढ़ता और घटता है, वैसे ही सोने की दर में भी हर दिन अधिक से अधिक उतार-चढ़ाव होता है।
आप डिजिटल गोल्ड को अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर खरीद और बेच सकते हैं, वह भी अपने घर के आराम से मिनटों के भीतर। आप भौतिक सोने के रूप में भी डिजिटल सोने की डिलीवरी ले सकते हैं लेकिन इसके डिजिटल गोल्ड क्या है लिए आपके द्वारा लिए गए सोने की मात्रा .5 ग्राम से अधिक होनी चाहिए।
डिजिटल सोना एक नई अवधारणा है। डिजिटल गोल्ड क्या है डिजिटल सोना खरीदने में सबसे बड़ी समस्या यह है कि फिलहाल इसकी निगरानी के लिए कोई नियामक नहीं है।
जैसे बैंकों के लिए आरबीआई है, शेयर बाजार के लिए सेबी और एनएसई जैसे निगरानी निकाय हैं, वर्तमान में डिजिटल सोने के लिए कोई निगरानी प्राधिकरण नहीं है।
डिजिटल गोल्ड में निवेश करने से पहले उस प्लेटफॉर्म के सभी नियम और शर्तें पढ़ लें, जिसके जरिए आप डिजिटल गोल्ड में निवेश कर रहे हैं।
डिजिटल गोल्ड के लिए आपको कितने शुल्क चुकाने पड़ सकते हैं?
Digital Gold खरीदने की बात करें तो इसे खरीदते समय आपको 3% GST देना होगा. इसके अलावा आपको अलग-अलग कंपनियों द्वारा निर्धारित मेंटेनेंस चार्ज और इंश्योरेंस चार्जेज भी देने पड़ सकते हैं। डिजिटल गोल्ड बेचते समय आपसे फिजिकल गोल्ड या म्यूचुअल फंड जैसे सभी टैक्स लिए जाएंगे।
डिजिटल गोल्ड को फिजिकल गोल्ड में कैसे बदलें?
अगर आप खरीदे गए डिजिटल गोल्ड को फिजिकल गोल्ड में बदलना चाहते हैं, तो आप डिजिटल गोल्ड को कॉइन या बार के रूप में अपने पते पर डिलीवर करवा सकते हैं। इसके लिए आपको कुछ Nominal Charge कंपनी को भुगतान करना पड़ सकता है।
Dhanteras 2022: धरतेरस के मौके पर खरीद सकते हैं डिजिटल गोल्ड, समझिए Gold ETF में निवेश के क्या हैं फायदे
भारत में धनतेरस के मौके पर सोना खरीदना बेहद शुभ माना जाता है.
Dhanteras 2022: भारत में धनतेरस के मौके पर सोना खरीदना डिजिटल गोल्ड क्या है बेहद शुभ माना जाता है. आज के दिन ज्यादातर भारतीय सोने में निवेश करना पसंद करते हैं. ऐसा माना जाता है कि इस दिन सोना खरीदने से समृद्धि बढ़ती है और अधिक धन की प्राप्ति होती है. आज के समय में सोना ऑनलाइन (डिजिटल सोना) माध्यम से खरीदना संभव है. गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETF) पिछले डिजिटल गोल्ड क्या है कुछ सालों से निवेश का सुरक्षित विकल्प बन गया है. यह एक ओपन एंडेड म्यूचुअल फंड होता है, जो सोने की गिरते चढ़ते भावों पर आधारित होता है.पेपर गोल्ड में निवेश करने का सबसे अच्छा तरीका गोल्ड ईटीएफ है, जो बहुत ज्यादा कॉस्ट-इफेक्टिव होता है. यह गोल्ड में इन्वेस्टमेंट के साथ स्टॉक में इन्वेस्टमेंट की फ्लेक्सिबिलिटी देता है. गोल्ड ईटीएफ की खरीद और बिक्री शेयर की ही तरह बीएसई और एनएसई पर की जा सकती है. इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में होने की वजह से गोल्ड ETF में प्योरिटी को लेकर कोई दिक्कत नहीं होती.
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