क्रिप्टो करेंसी धोखाधड़ी के मामले में कंपनी सचिव गिरफ्तार

नोएडा, 19 अक्टूबर (भाषा) क्रिप्टो करेंसी में धन दोगुना करने का लालच देकर कथित रूप से करोड़ों रुपये की ठगी के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस की साइबर अपराध शाखा ने बुधवार को हरियाणा के गुरुग्राम से एक कंपनी सचिव को गिरफ्तार किया।

पुलिस ने बताया कि 31 वर्षीय संदिग्ध प्रशांत सिंह क्रिप्टो करेंसी संबंधी धोखाधड़ी करने वाले चीन से जुड़े गिरोह से जुड़ा हुआ है।

आधिकारिक बयान के अनुसार, इस साल अप्रैल में दर्ज धोखाधड़ी के मामले में पुलिस निरीक्षक रीता यादव के नेतृत्व में एक टीम ने मंगलवार को सिंह को गिरफ्तार किया।

नोएडा के एक निवासी ने दावा किया है कि व्हाट्सऐप ग्रुप ‘बीटीसी एनालिसिस’ का हिस्सा बनने के बाद बिटक्वाइन में निवेश के जरिए धन दोगुना करने का लालच देकर सिंह ने उसके साथ 13 लाख रुपये की ठगी की है।

पुलिस ने बताया, ‘‘पूछताछ के दौरान आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने लोगों को क्रिप्टो करेंसी में निवेश का लालच देकर ठगी की है। वे फर्जी कंपनियों के खातों में पैसे मंगवाते थे और वहां से पैसे गिरोह के खाते में भेजे जाते थे।’’

उन्होंने बताया, ‘‘प्रशांत सिंह और उनके सहयोगियों ने क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपये ठगे हैं। इनमें से कई को गिरफ्तार किया जा चुका है।’’

पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और आईटी कानून के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।

भाषा सं अर्पणा सिम्मी

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे Bitcoin से जुड़ा दिलचस्प मामला प्रकाशित की गई है।)

Bitcoin की कीमत ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, पहली बार 50 हजार डॉलर के पार पहुंचे दाम

डिजिटल करेंसी बिटकॉइन की एक इकाई की कीमत 50 हजार डॉलर के पार चली गई. इस साल इस क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में अब तक 73 प्रतिशत उछाल Bitcoin से जुड़ा दिलचस्प मामला आया है. एक साल पहले बिटकॉइन की एक इकाई की कीमत 10 हजार डॉलर थी. गौरतलब है कि बिटकॉइन की कीमत पिछले तीन Bitcoin से जुड़ा दिलचस्प मामला महीने में 200 प्रतिशत चढ़ी है.

By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 17 Feb 2021 12:07 PM (IST)

दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन ने मंगलवार को कीमत के मामले में सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है. दरअसल बिटकॉइन मंगलवार को पहली बार 50,000 डॉलर (लगभग 36 लाख रुपये) के आंकड़े को पार कर गया. वहीं कहा जा रहा है कि इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के अलावा कई और कंपनियों के बिटक्वाइन को डिजिटल करेंसी के तौर पर मंजूरी मिल जाने के कारण कीमतों में हर दिन इजाफा हो रहा है.

बिटकॉइन ने 50,603 (लगभग 37 लाख रुपये) डॉलर का रिकॉर्ड कायम किया है. यह 0.83 प्रतिशत बढ़कर 48,351 (लगभग 35.2 लाख रुपये) था. बता दें कि इस साल अब तक बिटकॉइन की कीमतों में 73 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. गौरतलब है कि 2009 में शुरुआत होने के बाद से अब तक के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब 1 बिटकॉइन की Bitcoin से जुड़ा दिलचस्प मामला कीमत 50 हजार डॉलर के पार हो गई है.

बिटकॉइन में तेजी का कारण

गौरतलब है कि पूरी दुनिया में अब बिटकॉइन की स्वीकार्यता काफी बढ़ी है, इसी वजह से लोग अब इस डिजिटल करेंसी में जमकर पैसे लगा रहे हैं. वहीं एप्पल और टेस्ला जैसी मल्टीनेशनल कंपनी भी बिटकॉइन में इंवेस्ट कर रही हैं. पिछले हफ्ते ही दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क की कंपनी टेस्ला ने बिटकॉइन में 1.5 अरब डॉलर का बड़ा इंवेस्टमेंट किया है. वहीं कई बड़ी इंश्योरेंस कंपनियों जैसे मास-म्यूचुअल, ऐसेट मैनेजर गैलेक्सी डिजिटल होल्डिंग, पेमेंट कंपनी स्क्वॉयर ने भी बिटकॉइन में बड़ा निवेश किया है इसी वजह से इसकी कीमत उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं.

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क्या है बिटकॉइन

बिटकॉइन एक विकेंद्रीकृत डिजिटल मुद्रा है और यह पहली विकेन्द्रीकृत डिजिटल मुद्रा है जिसका अर्थ है कि यह किसी केंद्रीय बैंक द्वारा नहीं संचालित होती है. कंप्यूटर नेटवर्किंग पर आधारित पेमेंट के लिए इसे बनाया गया है. बिटकॉइन एक वर्चुअल यानी आभासी मुद्रा है, आभासी मतलब कि अन्य मुद्रा की तरह इसका कोई भौतिक स्वरुप नहीं है. यह एक डिजिटल करेंसी है. यह एक ऐसी करेंसी है जिसको आप ना तो देख सकते हैं और न ही छू सकते हैं. यह केवल इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर होती है और अगर किसी के पास बिटकॉइन है तो वह आम मुद्रा की तरह ही सामान खरीद सकता है.

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Published at : 17 Feb 2021 12:07 PM (IST) Tags: price of one bitcoin digital currency Bitcoin Cryptocurrency हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

“भारत में क्रिप्टोकरेंसी वैध है या नहीं?, नियमों को स्पष्ट करे केंद्र सरकार” – सुप्रीम कोर्ट

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Supreme Court on Cryptocurrency (Bitcoin): इस साल बजट 2022 के बाद से ही देश में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर तमाम अटकलें और आशंकाओं के दौर शुरू हो चुके हैं। और अब देश की सर्वोच्च अदालत (सुप्रीम कोर्ट) ने भारत सरकार से क्रिप्टोकरेंसी पर अपना रुख़ स्पष्ट रूप से देश के सामने पेश करने के लिए कहा है।

सुप्रीम कोर्ट द्वारा शुक्रवार को केंद्र सरकार को निर्देश दिए गए कि वह ये साफ़ करे कि बिटकॉइन (Bitcoin) भारत में वैध है या नहीं?

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बता दें जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस सूर्य कांत की पीठ ने बिटकॉइन में कारोबार से जुड़े एक मामले की सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार को ये निर्देश दिए और भारत सरकार से इस मामले में एक हलफनामा दायर करने को कहा है।

इतना ही नहीं सरकार से ये भी कहा गया है कि वह अपने हलफ़नामे में क्रिप्टोकरेंसी (जैसे बिटकॉइन आदि) कारोबार से जुड़े नियमों के बारे में भी पूरी जानकारी साझा करे।

Supreme Court on Cryptocurrency: अदालत में क्या है मामला?

सुप्रीम कोर्ट ने ये सुनवाई अजय भारद्वाज और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ़ निवेशको को ज्यादा रिटर्न का लालच देकर बिटकॉइन (Bitcoin) के कारोबार से जोड़ने से संबंधित मामले को लेकर की है। असल में इस मामले में कथित आरोपियों ने अपने खिलाफ दर्ज कई आईएफ़आर को निरस्त करने की अपील की है।

इस पर सरकार की तरफ से पेश हुई अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ऐश्वर्या भाटी ने बताया कि देश भर में आरोपी के खिलाफ 47 FIR दर्ज हैं, लेकिन इसके बाद भी वह जाँच में सहयोग नहीं कर रहा है।

दिलचस्प रूप से तमाम मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ शुरू में इस घोटाले का आकार ₹2000 करोड़ तक अनुमानित था, जो बिटकॉइन के वर्तमान मूल्य के हिसाब से अब ₹20,000 करोड़ का हो गया है। सामने ये आया है कि यह मामला असल में 87,000 Bitcoins से सम्बंधित है।

वैसे इस बीच सरकार को दिए गए निर्देश को लेकर अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ने कोर्ट को ये आश्वासन दिया कि सरकार जल्द क्रिप्टोकरेंसी कारोबार की वैधता पर एक हलफनामा दायर करेंगी।

Supreme Court on Cryptocurrency (Bitcoin): क्यों सुर्ख़ियों में है क्रिप्टोकरेंसी?

ग़ौर करने वाली बात ये है कि इस बार के बजट 2022 में जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने भारत में किसी भी वर्चुअल डिजिटल एसेट्स के ट्रांसफ़र (लेनदेन) आदि से होने वाली आय पर 30% टैक्स लगाने का ऐलान किया तो देश में डिजिटल एसेट्स के क़ानूनी भविष्य को लेकर अटकलें तेज कर दी थीं।

ये Bitcoin से जुड़ा दिलचस्प मामला कहा जाने लगा था कि सरकार इसको क़ानूनी मान्यता देने का मन बना रही है। लेकिन इसके बाद ख़ुद वित्त मंत्री की ओर से इन अटकलों का खंडन कर दिया गया, और बताया गया कि टैक्स लगाने का ये मतलब बिल्कुल नहीं है कि सरकार इसको Bitcoin से जुड़ा दिलचस्प मामला आधिकारिक रूप से मान्यता दे रही है।

इसके साथ ही कुछ ही दिनों पहले, भारत के वित्त सचिव, टीवी सोमनाथन (TV Somanathan) ने अपने बयान में कहा कि बिटकॉइन (Bitcoin) और इथीरियम (Ethereum) या नॉन फंजीबल टोकन (NFTs) को भारत में कभी भी वैध मुद्रा (लीगल टेंडर) घोषित नहीं किया जा सकता।

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और हाल में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांता दास (Shaktikanta Das) ने भी निजी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) को देश की वित्तीय और व्यापक आर्थिक स्थिरता के लिए एक बड़ा ख़तरा बताया था।

ऐसे में भारत में क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य को लेकर अभी भी कुछ साफ़ तौर पर कह पाना मुश्किल सा ही नज़र आ रहा है, लेकिन इतना ज़रूर है कि इसको अभी Bitcoin से जुड़ा दिलचस्प मामला तक पूरी तरह से नकारा भी नहीं गया है।

साथ ही आपको बता दें कि कुछ ही दिनों पहले एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड काउंसिल ऑफ इंडिया (ASCI) ने वर्चुअल डिजिटल एसेट (Virtual Digital Asset) जैसे – क्रिप्टोकरेंसी, एनएफ़टी आदि से संबंधित विज्ञापनों के लिए नई गाइडलाइन जारी की है।

जानकारो के अनुसार, केंद्र सरकार भारत में क्रिप्टकरेंसी और अन्य डिजिटल एसेट्स को रेगुलेट करने के लिए बिल के प्रावधानों को तैयार कर रही है।

Budget 2021: Bitcoin पर लग सकती है रोक, रुपए का डिजिटल वर्जन बन सकता है भारत का CryptoCurrency

Budget 2021: भारत में क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin पर रोक लग सकती है और रुपए के डिजिटल वर्जन को CryptoCurrency का दर्जा मिल सकता है. जानिए इससे संबंधित बातें.

Updated: February 1, 2021 10:23 AM IST

Budget 2021: Bitcoin पर लग सकती है रोक, रुपए का डिजिटल वर्जन बन सकता है भारत का CryptoCurrency

Budget 2021: इस बार के बजट सत्र में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बड़ा फैसला लिया जा सकता है. केंद्र सरकार बिटकॉइन (Bitcoin), ईथर जैसी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) पर रोक लगाने जा रही है. इसके लिए सरकार आगामी बजट सत्र में द क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin से जुड़ा दिलचस्प मामला एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल-2021 पेश करने जा रही है. हालांकि, सरकार क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency)पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाना नहीं चाहती है.

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रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने जारी की थी बुकलेट

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, RBI की ओर से 25 जनवरी को पेमेंट सिस्टम्स को लेकर एक बुकलेट जारी की गई थी. इस बुकलेट में कहा गया था कि केंद्रीय बैंक नई डिजिटल करेंसी या रुपए के डिजिटल वर्जन को क्रिप्टोकरेंसी का दर्जा देने की संभावनाएं तलाशेगा और इसके लिए ऑफिशियल डिजिटल करेंसी का फ्रेमवर्क तैयार किया जा रहा है.

लोकसभा बुलेटिन के मुताबिक, इस बिल के जरिए भारत की ऑफिशियल डिजिटल करेंसी का रास्ता तैयार किया जाएगा. इसके लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) फ्रेमवर्क तैयार करेगा और फिर इस बिल को लोकसभा में विचार-विमर्श के लिए पेश किया जाएगा. इस बिल को चालू बजट में पास किए जाने की उम्मीद जातई जा रही है.

बता दें कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई कानून नहीं है और देश में क्रिप्टोकरेंसी का प्रचलन तेजी से बढ़ा है. साल 2018 में RBI ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एक सर्कुलर जारी किया था. इसमें RBI ने सभी वित्तीय संस्थानों से क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी सेवा प्रदान करने पर रोक लगा दी थी.

सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था क्रिप्टोकरेंसी का मामला

RBI की ओर से क्रिप्टोकरेंसी पर लगाने के बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था और सुप्रीम कोर्ट ने पिछले Bitcoin से जुड़ा दिलचस्प मामला साल RBI की ओर से लगाए गए प्रतिबंध को खारिज करते हुए इसे मंजूरी दे दी थी. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भारत में क्रिप्टोकरेंसी में कारोबार हो रहा है. जानकारों का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी में निवेशक अपने रिस्क पर निवेश करता है.

जानिए क्या होती है क्रिप्टोकरेंसी?

क्रिप्टोकरेंसी एक प्रकार की वर्चुअल करेंसी होती है. डॉलर या रुपए जैसी करेंसी की तरह क्रिप्टोकरेंसी से भी लेन-देन किया जा सकता है. भारत में इसका इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है. भारत में इस समय CoinDCX और Coinswitch Kuber जैसे क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin से जुड़ा दिलचस्प मामला एक्सचेंज कार्यरत हैं और हाल ही में इन एक्सचेंज ने ऑपरेशन के लिए फंड जुटाया है.

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Warren Buffet के साथ चार्ली मुंगर को BitCoin जैसी क्रिप्टो पर नहीं है भरोसा, जानिए वजह

Warren Buffet ने साफ किया है कि उन्हें बिटकॉइन में कोई वैल्यू क्रिएशन नजर नहीं आता. उन्होंने कहा कि रियल स्टेट और फार्म लैंड जैसे एसेट के मामले में इससे किराए या फसल जैसी आमदनी हो सकती है, लेकिन बिटकॉइन जैसी क्रिप्टो करेंसी को रखने से ऐसी कोई वैल्यू क्रिएट नहीं होती.

Warren Buffett

Warren Buffet (वारेन बफे) ने कहा है कि बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी को रखने वाला किसी और को महंगे भाव पर बेचकर ही मुनाफा कमा सकता Bitcoin से जुड़ा दिलचस्प मामला है.

वारेन बफे ने साफ किया है कि उन्हें बिटकॉइन में कोई वैल्यू क्रिएशन नजर नहीं आता. उन्होंने कहा कि रियल स्टेट और फार्म लैंड जैसे एसेट के मामले में इससे किराए या फसल जैसी आमदनी हो सकती है, लेकिन बिटकॉइन जैसी क्रिप्टो करेंसी को रखने से ऐसी कोई वैल्यू क्रिएट नहीं होती.

वारेन बफे ने कहा है कि बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी को रखने वाला किसी और को महंगे भाव पर बेचकर ही मुनाफा कमा सकता है.

बर्कशायर हैथवे के वाइस चेयरमैन चार्ली मुंगर ने वारेन बफे की बात को दोहराया है. चार्ली मुंगर Warren Buffet के साथ लंबे समय से जुड़े हुए हैं और उन्होंने भी क्रिप्टोकरेंसी पर इसी तरह का रुख दिखाया है.

बेवकूफी वाला काम नहीं

उन्होंने BitCoin जैसी क्रिप्टो करेंसी के मसले पर कहा, "मैंने अपने जीवन में बेवकूफी वाली चीजों से परहेज किया है. मैं जब भी BitCoin की तरफ देखता हूं तो यह मुझे बेवकूफी भरा, दुष्ट और एक साजिश की तरह दिखाई देता है."

क्रिप्टो के तीन ट्रिक्स

बर्कशायर हैथवे के वाइस चेयरमैन ने कहा कि चीन ने क्रिप्टो पर कड़ा कदम उठाया है. उन्होंने कहा पहली नजर में बिटकॉइन में निवेश करना बेवकूफी भरा हो सकता है क्योंकि इसकी वैल्यू अचानक जीरो हो सकती है. इसके साथ ही Bitcoin जैसी क्रिप्टो करेंसी के लिए चार्ली मुंगर ने कहा है कि बिटकॉइन दुष्ट है क्योंकि यह फेडरल रिजर्व सिस्टम को मान्यता नहीं देता. तीसरी बात यह है कि चीन के कम्युनिस्ट लीडरों ने समझदारी दिखाई है और उन्होंने बिटकॉइन को बैन कर दिया है.

Warren Buffet की क्रिप्टो से दूरी

ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब दुनिया के दिग्गज निवेशक वारेन बफे ने बिटकॉइन की आलोचना की है. इससे पहले चार्ली मुंगर ने बिटकॉइन जैसी क्रिप्टो करेंसी को एक गंभीर बीमारी बताया था. वारेन बफे ने एक बार पहले बिटकॉइन को रैट पॉइजन कहा था. उन्होंने कहा कि बिटकॉइन जैसी क्रिप्टो करेंसी से समाज के लिए कोई रियल वैल्यू नहीं बन रही है.

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