Litecoin was first issued in 2011 and is quite similar to Bitcoin. The Litecoin price greatly depends on Bitcoin. That makes it possible to use the pairs with Bitcoin as the main currency to successfully forecast Litecoin changes.
न्यूनतम लागत के साथ क्रिप्टोकरेंसी
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Litecoin Price India INR: लाइटक्वाइन की कीमत में आज आई गिरावट, कम होकर यहां पहुंचा इस क्रिप्टोकरेंसी का भाव
दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी में जमकर निवेश हो रहा है। 2021 की शुरुआत में लाइटक्वाइन 184.92 डॉलर (9,306.75 रुपये) पर था। इसके बाद इस डिजिटल करेंसी की कीमत में काफी इजाफा हुआ है। हालांकि, कुछ दिनों से इसके भाव में कमी आई है। शुक्रवार को भी लाइटक्वाइन (LTC) की कीमत में गिरावट दर्ज की गई और इसका दाम 0.59 फीसदी कम हो गया। इस तरह से लाइटक्वाइन की कीमत में 53.50 रुपये की कमी आई है। इस गिरावट के साथ इसका भाव टूटकर 8,953 रुपये पर आ गया। इस कीमत पर इस डिजिटल करेंसी का बाजार पूंजीकरण भी कम होकर 602.3 अरब रुपये पर आ गया है।
विस्तार
दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी में जमकर निवेश हो रहा है। 2021 की शुरुआत में लाइटक्वाइन 184.92 डॉलर (9,306.75 रुपये) पर था। इसके बाद इस डिजिटल करेंसी की कीमत में काफी इजाफा हुआ है। हालांकि, कुछ दिनों से इसके भाव में कमी आई है। शुक्रवार को भी लाइटक्वाइन (LTC) की कीमत में गिरावट दर्ज की गई और इसका दाम 0.59 फीसदी कम हो गया। इस तरह से लाइटक्वाइन की कीमत में 53.50 रुपये की कमी आई है। इस गिरावट के साथ इसका भाव टूटकर 8,953 रुपये पर आ गया। इस कीमत पर इस डिजिटल करेंसी का बाजार पूंजीकरण भी कम होकर 602.3 अरब रुपये पर आ गया है।
लाइटक्वाइन में तेज बढ़त की उम्मीद
आपको बता दें कि भले ही इस डिजिटल करेंसी की कीमत में अभी गिरावट देखने को मिल रही है लेकिन Coin Price Forecast के मुताबिक, 2022 की पहली छमाही में यह 419 डॉलर पर पहुंच सकता है। वहीं 2022 के अंत तक यह 40,275 रुपये पर पहुंच सकता है, जो मौजूदा कीमत से काफी ऊपर है। वहीं Trading Beasts के अनुसार, 2024 के अंत में यह 289 डॉलर (21,675 रुपये) का होगा। यह अधिकतम 361 डॉलर यानी 27,075 रुपये पर जा सकता है और इसकी न्यूनतम कीमत न्यूनतम लागत के साथ क्रिप्टोकरेंसी 246 डॉलर हो सकती है।
प्रूफ-ऑफ-वर्क
यह क्रिप्टोकरेंसी को सिक्योर करने का एल्गोरिदम है. माइनर्स की एक्जीक्यूट की गई यह प्रोसेस ब्लॉकचेन में ट्रांजैक्शन डेटा के नए ब्लॉक जोड़ने का एक जरूरी हिस्सा है. एक नया ब्लॉक केवल ब्लॉकचैन सिस्टम में जोड़ा जाता है यदि कोई माइनर एक नया विनिंग प्रूफ-ऑफ-वर्क लेकर आता है. प्रूफ-ऑफ-वर्क का लक्ष्य यूजर्स को उन एक्स्ट्रा कॉइन को प्रिंट करने से रोकना है जो उन्होंने खुद हासिल नहीं किए हैं.
माइनिंग इतनी महंगी क्यों है?
शुरुआती दिनों में, 2009 में बिटकॉइन के अस्तित्व में आने के तुरंत बाद, इसमें काफी प्रॉफिट था. उस समय, हर इक्वेशन को सॉल्व करने के लिए माइनर्स को 50 बीटीसी (तब $6,000 की कीमत) मिलते थे. चूंकि एक बिटकॉइन को माइन करने के लिए जरूरी संसाधन भी कम थे, माइनर्स अधिकांश रिवॉर्ड को शुद्ध लाभ के रूप में अपने पॉकेट में रखने में सक्षम होते थे. हालांकि बिटकॉइन माइनिंग के लिए मिलने वाला रिवॉर्ड समय के साथ कम हो गया है. बिटकॉइन का रेट अब काफी ज्यादा बढ़ गया है. अप्रैल 2021 तक, बिटकॉइन रिवॉर्ड का मूल्य लगभग 3,33,000 डॉलर (लगभग 2.47 करोड़ रुपये) था.
लेकिन बिटकॉइन माइनिंग की न्यूनतम लागत के साथ क्रिप्टोकरेंसी लागत में नाटकीय तेजी से बढ़ोतरी हुई है. ऐसा इसलिए है क्योंकि टोकन न्यूनतम लागत के साथ क्रिप्टोकरेंसी के लिए कॉम्पिटिशन बहुत अधिक बढ़ गया है, और टोकन को सफलतापूर्वक माइन करने के लिए अब हाई परफॉरमेंस कंप्यूटिंग की जरूरत होती है. नतीजतन, इस प्रोसेस में खपत की गई ऊर्जा की लागत माइनिंग की लोकेशन और उनके उपयोग किए जाने वाले हार्डवेयर के प्रकार के आधार पर बहुत बड़ी हो सकती है.
Litecoin Price India INR: लाइटक्वाइन की कीमत आज फिर घटी, 341 रुपये कम हो गया इस डिजिटल करेंसी का भाव
दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी में जमकर निवेश हो रहा है। 2021 की शुरुआत में लाइटक्वाइन 184.92 डॉलर (9,306.75 रुपये) पर था। इसके बाद इस डिजिटल करेंसी की कीमत में काफी इजाफा हुआ है। गुरुवार को लाइटक्वाइन (LTC) की कीमत में 3.83 फीसदी की गिरावट आई। बता दें कि इस डिजिटल करेंसी की कीमत 341 रुपये कम हो गई। इस गिरावट के साथ इसका दाम गिरकर 8,562 रुपये पर आ गया। इस कीमत पर इस डिजिटल करेंसी का बाजार पूंजीकरण भी कम होकर 570.3 अरब रुपये रह गया है।
इस साल लाइटक्वाइन में तेज बढ़त की उम्मीद
Coin Price Forecast के मुताबिक, 2022 की पहली छमाही में यह 419 डॉलर पर पहुंच सकता है। वहीं 2022 के अंत तक यह 40,275 रुपये पर पहुंच सकता है, जो मौजूदा कीमत से काफी ऊपर है। वहीं Trading Beasts के अनुसार, 2024 के अंत में यह 289 डॉलर (21,675 रुपये) का होगा। यह अधिकतम 361 डॉलर यानी 27,075 रुपये पर जा सकता है और इसकी न्यूनतम कीमत 246 डॉलर हो सकती है।
विस्तार
दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी में जमकर निवेश हो रहा है। 2021 की शुरुआत में लाइटक्वाइन 184.92 डॉलर (9,306.75 रुपये) पर था। इसके बाद इस डिजिटल करेंसी की कीमत में काफी इजाफा हुआ है। गुरुवार को लाइटक्वाइन (LTC) की कीमत में 3.83 फीसदी की गिरावट आई। बता दें कि इस डिजिटल करेंसी की कीमत 341 रुपये कम हो गई। इस गिरावट के साथ इसका दाम गिरकर 8,562 रुपये पर आ गया। इस कीमत पर इस डिजिटल करेंसी का बाजार पूंजीकरण भी कम होकर 570.3 अरब रुपये रह गया है।
इस साल लाइटक्वाइन में तेज बढ़त की उम्मीद
Coin Price Forecast के मुताबिक, 2022 की पहली छमाही में यह 419 डॉलर पर पहुंच सकता है। वहीं 2022 के अंत तक यह 40,275 रुपये पर पहुंच सकता है, जो मौजूदा कीमत से काफी ऊपर है। वहीं Trading Beasts के अनुसार, 2024 के अंत में यह 289 डॉलर (21,675 रुपये) का होगा। यह अधिकतम 361 डॉलर यानी 27,075 रुपये पर जा सकता है और इसकी न्यूनतम कीमत 246 डॉलर हो सकती है।
इस समय भारतीयों ने क्रिप्टोकरेंसी में 6 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा निवेश कर रखा है. इस निवेश विकल्प की तरफ लोग तेजी से आक . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : January 31, 2022, 09:06 IST
Cryptocurrency: कुछ साल पहले भारतीय म्यूचुअल फंड में भी पैसा लगाने से बचते थे. हालात ऐसे बदले कि इंडियन म्यूचुअल फंड के साथ साथ क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगाने में सबसे आगे निकल गए. इस समय भारतीयों ने क्रिप्टोकरेंसी में 6 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा निवेश कर रखा है. इस निवेश विकल्प की तरफ लोग तेजी से आकर्षित हुए हैं. ज्यादातर भारतीय म्यूचुअल फंड में एसआईपी के जरिए निवेश करते हैं. लिहाजा क्रिप्टो में भी वे एसआईपी के जरिए निवेश का मौका तलाशते रहते हैं.
भारतीय निवेशक क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में भी एसआईपी के जरिए निवेश कर सकते हैं. या दूसरा तरीका है कम-मूल्य वाले क्रिप्टो (जैसे डॉगकोइन) में पैसा लगाना. यहां हम आपको क्रिप्टो में एसआईपी करने के लिए सबसे बेस्ट उपलब्ध प्लेटफॉर्म की जानकारी देंगे.
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