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भारत ने बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा इंटरसेप्टर का पहला उड़ान परीक्षण किया | भारत समाचार – HindiNewssamachar
नई दिल्ली: भारत ने बुधवार को दूसरे चरण की बैलिस्टिक मिसाइल का पहला उड़ान परीक्षण सफलतापूर्वक किया रक्षा इंटरसेप्टर AD-1 मिसाइल ओडिशा तट से दूर।
“रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने चरण- II का सफल पहला उड़ान परीक्षण किया बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा (बीएमडी) इंटरसेप्टर एडी-1 मिसाइल एपीजे से बड़े किल एल्टीट्यूड ब्रैकेट के साथ अब्दुल कलाम द्वीप ओडिशा के तट से दूर, “रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा।
इसने कहा, “विभिन्न भौगोलिक स्थानों पर स्थित सभी बीएमडी हथियार प्रणाली तत्वों की भागीदारी के साथ उड़ान परीक्षण किया गया।”
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श्रीलंका की आड़ में भारत विरोधी एजेंडा चला रहा था चीन, भारत ने बजा दिया!
श्रीलंका की वर्तमान हालत का जिम्मेदार कोई है तो वह चीन है। राजपक्षे परिवार को अपनी उंगलियों पर नचाकर चीन ने श्रीलंका का बेड़ा गर्क कर दिया और इस द्वीप राष्ट्र को कर्ज के मकड़जाल में कुछ ऐसा फंसाया है कि उससे निकलने में इसे दशकों लग जाएंगे। भारत वैश्विक मंच से चीन की ऐसी हरकतों पर प्रतिक्रिया देते आया है। ट्रेड इंटरसेप्टर इसी बीच भारत के प्रति अपनी कुंठा के लिए मशहूर ड्रैगन ने श्रीलंका की आड़ में भारत विरोधी एजेंडा चलने का प्रयास किया लेकिन भारत ने इसे इसबार ऐसा लपेटा है कि वह भविष्य में कुछ भी करने और बोलने से पहले 101 बार सोचेगा।
दरअसल, हाल ही में चीन ने श्रीलंका के हंबनटोटा बंदरगाह पर करीब एक सप्ताह के लिए अपना युद्धपोत “युआन वांग 5” लाकर खड़ा कर दिया था। इसके पीछे चीन का लक्ष्य भारत की जासूसी करना था। ट्रेड इंटरसेप्टर 16 से 22 अगस्त के लिए चीन के जासूसी जहाज ने हंबनटोटा बंदरगाह ट्रेड इंटरसेप्टर पर डेरा डाला। हालांकि, भारत ने ड्रैगन की किसी भी चाल को कामयाब नहीं होने दिया और अपने अंदाज में चीनी जहाज का ऐसा भेजा फ्राई किया कि जिस मिशन के लिए ड्रैगन ने अपना जहाज भेजा था, उसमें वो पूरी तरह से विफल हो गया।
भारत ने चीन को पटक-पटक कर धोया है
भारत के इसी रणनीति से चीन एक बार फिर बौखलाया हुआ है और श्रीलंका का सहारा लेकर भारत के विरुद्ध जमकर जहर उगलने का काम कर रहा है। इसी कड़ी में चीनी राजदूत ने तो अपने एक बयान में श्रीलंका पर भारत द्वारा कई बार अतिक्रमण करने तक का आरोप लगा दिया। भारत का नाम लिए बिना चीनी राजदूत ने कहा था कि श्रीलंका पर उत्तर स्थित पड़ोसी ने 17 बार अतिक्रमण किया। 450 वर्षों तक श्रीलंका पश्चिमी देशों का ग़ुलाम था। अब श्रीलंका ने चीनी जहाज को हंबनटोटा में आने की अनुमति देकर अपनी स्वतंत्र विदेश नीति का उदाहरण दिया है। भारत का नाम लिए बिना चीनी राजदूत ने कहा था कि “तथाकथित सुरक्षा चिंताओं पर बाहरी रुकावट वास्तव में श्रीलंका की संप्रभुता और स्वतंत्रता में पूरी तरह से हस्तक्षेप है।”
अपने इस बयान के माध्यम से चीन ने भारत को एक अतिक्रमणकारी देश के तौर पर दिखाने की कोशिश की, जबकि चीन स्वयं अपनी विस्तारवादी नीति के कारण बदनाम है। ऐसे में भारत को चीन का यह उटपटांग बयान जरा भी रास नहीं आया और अपने उच्चायोग के माध्यम से ऐसी खरी खोटी सुनाई, जिसे चीन कभी नहीं भूला पाएगा। भारतीय उच्चायोग ने चीन की टिप्पणी पर चीन की लंका लगाते हुए चीनी अधिकारियों की इस भाषा को उसके देश की विचारधारा से जोड़ दिया।
श्रीलंका की आड़ में भारत ट्रेड इंटरसेप्टर विरोधी एजेंडा चला रहा है चीन
आपको बता दें कि भारत के द्वारा शुरू से ही चीनी जहाज को श्रीलंका के बंदरगाह पर भेजने को लेकर आपत्ति जताई गई थी। श्रीलंका ने पहले तो चीनी जहाज को प्रवेश की अनुमति नहीं दी थी परंतु श्रीलंका करता तो क्या करता। ड्रैगन ने उसे कर्ज के मकड़जाल में कुछ यूं जकड़ रखा है कि अंत में श्रीलंका को चीनी जहाज को हंबनटोटा बंदरगाह पर तैनाती की अनुमति देने को मजबूर होना पड़ा।
वैसे ऐसा पहली बार देखने को मिला जब भारत द्वारा चीन को इस अंदाज में करारा जवाब दिया गया। हालांकि, चीन ने भारत की आपत्ति पर टिपणी करते हुए जो जहर उगला वो उसकी तिलमिलाहट को प्रदर्शित करता है। दरअसल, भारत की जासूसी करने के जिस उद्देश्य ने चीन ने यह जहाज भेजा था वो उसमें पूरी तरह से फेल साबित हुआ। चीन ने सोचा तो होगा कि वो इस जहाज के माध्यम से भारत की जासूसी करेगा, परंतु उसका हर दांव उल्टा पड़ गया और भारत ने चीन को ऐसा मजा चखाया कि चीनी जहाज को अपना मिशन पूरा किए बिना ही वापस अपने देश लौटने पर मजबूर होना पड़ा।
_______ का उपयोग डेटा और पासवर्ड की सुरक्षा के लिए किया जाता है।
Key Points
- एन्क्रिप्शन क्रिप्टोग्राफी में डेटा एन्कोडिंग की प्रक्रिया है।
- यह प्रक्रिया प्लेन टेक्स्ट या डेटा के मूल प्रतिनिधित्व को सिफरटेक्स्ट या डेटा के अल्टरनेटिव रिप्रजेंटेशन में बदल देती है।
- केवल अधिकृत पक्ष ही सिफरटेक्स्ट को प्लेनटेक्स्ट में वापस समझने और मूल डेटा तक पहुंचने में सक्षम होना चाहिए।
- एन्क्रिप्शन अपने आप में इंटरफेरेंस को नहीं रोकता है, लेकिन यह सामग्री को समझने से होने वाले इंटरसेप्टर को बाधित करता है।
- किसी दावे को सत्यापित करने का कार्य, जैसे कि कंप्यूटर सिस्टम यूजर्स आइडेंटिटी, ऑथेंटिकेशन के रूप में जाना जाता है।
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रंजीत कुमार
भारत ने दुश्मन की हमलावर बैलिस्टिक मिसाइलों से बचाव की स्वदेशी क्षमता हासिल करने का एलान कुछ दिनों पहले किया। एडी-1 नाम की इस स्वदेशी इंटरसेप्टर मिसाइल यानी मिसाइल-नाशक-मिसाइल का ओडिशा के अब्दुल कलाम परीक्षण स्थल से सफल परीक्षण करने के बाद भारत को विदेशी प्रणालियों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। दो दशक के प्रयास के बाद मिली इस कामयाबी से भारत अब अमेरिका (पैट्रियट और थाड प्रणाली), रूस (एस-400), इस्राइल (ऐरो-3) जैसे चुनिंदा देशों की कतार में खड़ा हो गया है।
कितनी बड़ी है कामयाबी
एडी-1 के साथ देश ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में एक बड़ा कदम बढ़ाया है।
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