डीमेट अकाउंट के जरिये होती है खरीदी-बिक्री
गोल्ड ईटीएफ में आप सोने की खरीद ऑनलाइन करते हैं. इसे वहीं बेच भी सकते हैं. खरीदी-बिक्री डीमेट अकाउंट के जरिये होती है. गोल्ड ईटीएफ फंड बड़े पैमाने पर फिजिकल गोल्ड की खरीद करता है और उसे स्टोर करता है. यह ईटीएफ के पास होता है और निवेशकों को उनके निवेश के बदले शेयर ऑफर किए जाते हैं.

क्या है गोल्ड ETF? जानें इसमें निवेश करके कैसे कर सकते हैं कमाई

क्या है गोल्ड ETF? जानें इसमें निवेश करके कैसे कर सकते हैं कमाई

सोना प्राचीन काल से निवेश का आकर्षक माध्यम रहा है. हालांकि इसकी सुरक्षा की चिंता जरूर रहती है. इस चिंता को दूर करता है गोल्ड ईटीएफ.

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क्या है गोल्ड ETF? जानें इसमें निवेश करके कैसे कर सकते हैं कमाई

सोना प्राचीन काल से निवेश का आकर्षक माध्यम रहा है. हालांकि इसकी सुरक्षा की चिंता जरूर रहती है. इस चिंता को दूर करता है गोल्ड ईटीएफ.

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निवेशकों को सलाह - जल्दबाजी में निर्णय न लें

“निवेशकों को घबराहट में या जल्दबाजी में गोल्ड ईटीएफ से निकासी नहीं करनी चाहिए,” यह कहना है आईआईएफएल के उपाध्यक्ष अनुज गुप्ता का। गुप्ता के अनुसार शेयरों में तेजी का लाभ लेने के लिए निकासी अभी नहीं करनी चाहिए। उन्हें उम्मीद है कि रूस-यूक्रेन के संकट और चीन-ताइवान के तनाव को देखते हुए सोने की कीमतों में उछाल आ सकता है। वहीं भारत में भी त्योहारों का समय आने वाला है। ऐसे में गोल्ड ईटीएफ में यदि निवेश किया जाए और यह निवेश बनाए रखा जाए तो यह सौदा मुनाफे वाला हो सकता है।

गोल्ड ईटीएफ में ₹20,038 करोड़ का निवेश है और ईएलएसएस में ₹1.47910 करोड़ का निवेश है। वहीं मल्टी कैप फंड में ₹59,303 करोड़ और मिड कैप फंड में ₹168,438 करोड़ का निवेश है। अगर लार्ज कैप फंड में कुल निवेश की बात की जाए तो यह ₹231,851 करोड़ है तो स्मॉल कैप फंड में ₹113,332 करोड़ और फोकस फंड में ₹99,933 करोड़ का निवेश है।

Gold ETF के बारे में जानकारी​​​

Gold ETF: म्यूचुअल फंड उद्योग संगठन की रिपोर्ट के अनुसार पिछले महीने सोने में निवेश करनेवाले खाताधारकों की संख्या में वृद्धि हुई है। लेकिन साथ ही निवेशकों द्वारा निकासी भी की जा रही है। देखा गया है कि जुलाई के महीने में सोने में निवेश के लिए निवेशकों का रुझान कम हुआ है। ईटीएफ गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड के मुताबिक 2022 में जुलाई माह के दौरान ₹457 करोड़ निकाले गए हैं। लेकिन वहीं इसी महीने ईटीएफ फोलियो की संख्या में 37,500 की बढ़त भी हुई है। फोलियो की कुल संख्या अब 46.43 लाख हो गई है। इस लेख में जानने की कोशिश करेंगे ETF में निवेश करने के क्या फ़ायदे हैं ETF में निवेश करने के क्या फ़ायदे हैं कि निवेशकों ने निकासी किन कारणों से की होगी।

दरअसल गोल्ड ईटीएफ एक अच्छा विकल्प है यदि आप सोने में निवेश करना चाहते हों। यह म्यूचुअल फंड का हिस्सा है और इसकी खरीद यूनिट के हिसाब से की जाती है। इसमें शेयर की तरह ही कारोबार होता है। यूनिट बेचने पर निवेशक को सोने के मूल्य के बराबर रकम मिलती है, सोना नहीं मिलता। यह एक ग्राम सोने के जेवर खरीदने से सस्ता और अच्छा विकल्प है। एक ग्राम के जेवर, एक ग्राम सोने के यूनिट से कहीं अधिक महंगे होते हैं क्योंकि उस पर मेकिंग चार्ज का भी अतिरिक्त भुगतान ग्राहक को करना पड़ता है। गोल्ड ईटीएफ के निवेश में ऐसा कोई अतिरिक्त चार्ज भी नहीं है और इसमें चोरी का भी कोई डर नहीं है।

आखिर निवेशकों ने क्यों की निकासी

ऐसा माना जा रहा है कि

  • शेयरों में तेजी होने के कारण उसका लाभ लेने की दृष्टि से निकासी की जा रही है।
  • ब्याज की दरों में वृद्धि होने के कारण पीली धातुओं की कीमतों में कमी आई है जिसके कारण भी ईटीएफ से निकासी की गई।
  • सोने की मांग और आपूर्ति पर रुपये में गिरावट का भी असर पड़ा है।
  • गोल्ड ईटीएफ की ओर निवेशकों का रुझान कम होने का कारण सोने की कम कीमत भी माना जा रहा है और इसके कारण निकासी की गई है।

ETF in Hindi ईटीएफ क्या है

ETF in Hindi ईटीएफ क्या है, Exchange Traded Fund एक्सचेंज ट्रेडेड फण्ड क्या होते हैं और इनमें कैसे निवेश किया जाता है. ETF कैसे म्यूच्यूअल फंड्स से अलग होते हैं, ETF की संरचना कैसे होती है और इसके फायदे क्या होते हैं.साथ ही जानिये कि ETF में निवेश करने से आप अपने निवेश के रिस्क को कैसे कम कर सकते हैं.

ETF in Hindi

ETF in Hindi

ETF in Hindi – लोकप्रिय निवेश का साधन

ETF यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फण्ड वास्तव में इंडेक्स फण्ड होते हैं जो कि स्टॉक एक्सचेंज में शेयरों की तरह ही ख़रीदे और बेचे जाते हैं. विश्व भर में ETF यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फण्ड रिटेल निवेशकों और संस्थागत निवेशकों में बहुत ही लोकप्रिय निवेश का साधन है. हम यह कह सकते हैं कि यह एक सस्ता निवेश का साधन है क्योंकि इस फण्ड में चार्जेज आम तौर पर दुसरे फंड्स के मुकाबले कम होते हैं. आप इन्हें अपने ब्रोकर से अथवा सीधे फण्ड हाउस से भी खरीद सकते हैं. जहां म्यूच्यूअल फण्ड दिन के आखिर में NAV पर लिए जाते हैं, ETF ट्रेडिंग के घंटों में ही उस समय के ट्रेडिंग के वास्तविक कीमतों पर ख़रीदे और बेचे जा सकते हैं. यानि ETF में डे ट्रेडिंग भी संभव है.

ETF की संरचना अपने इंडेक्स पर ही आधारित होती है. उदाहरन के लिए निफ्टी या सेंसेक्स इंडेक्स.

सेंसेक्स ETF में Sensex में शामिल 30 शेयरों में उनके मार्किट कैपिटल के अनुसार वैसे ही निवेश किया जाता जैसे उनका सेंसेक्स में महत्त्व है. इसी प्रकार निफ्टी ETF में भी Nifty शेयरों में निवेश किया जाता है. इसी प्रकार उद्योग आधारित इंडेक्स जैसे फार्मा इंडेक्स, बैंकिंग इंडेक्स या मिड कैप, स्माल कैप इंडेक्स अथवा कमोडिटी आधारित ETF जैसे गोल्ड ETF हो सकते हैं.

ETF in Hindi – फायदे

खरीदने बेचने में आसान. क्योंकि स्टॉक एक्सचेंज इंडेक्स (सेंसेक्स या निफ्टी आदि) में शामिल शेयर अलग अलग उधोगों से शामिल किये जाते हैं, इंडेक्स ETF में विविधिता आ जाती है जिससे निवेश के रिस्क में कमी हो जाती है. ETF सुविधाजनक हैं, आप सेंसेक्स के तीस और निफ्टी के पचास शेयरों में एक साथ निवेश कर सकते हैं. उसी प्रकार आप वास्तविक गोल्ड या सोना ना खरीद कर ETF में निवेश करने के क्या फ़ायदे हैं गोल्ड ETF खरीद सकते हैं जो की अधिक सुविधाजनक है. ETF में कम राशि से निवेश की जा ETF में निवेश करने के क्या फ़ायदे हैं सकती है. आप ETF में SIP भी ले सकते हैं.

जिन लोगों को शेयर बाजार की ज्यादा जानकारी ETF में निवेश करने के क्या फ़ायदे हैं नहीं है या शेयर बाजार में अधिक रिस्क लेने से बचना चाहते हैं उनके लिए म्यूचुअल फंड और ETF में निवेश करना आसन भी है कम रिस्क वाला भी. ETF आपके निवेश को Diversity यानि विविधता प्रदान करता है.

यहाँ हमने ईटीएफ क्या है ETF in Hindi सरल भाषा में समझाने की कोशिश की है फिर भी यदि आपका इससे सम्बंधित कोई प्रश्न है तो टिप्पणी में पूछ सकते हैं, मैं जवाब देने की कोशिश करूंगा.

क्यों करना चाहिए गोल्ड में निवेश?

सोने में वह सभी गुण हैं जो एक पारंपरिक निवेशक एक एसेट क्लास में देखता है। उदाहरण के तौर पर :

रिटर्न : कई बार सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई है, लेकिन यह हमेशा मजबूती के साथ वापसी करता है, यहां तक कि कुछ समय तो आउटपरफॉर्मिंग बॉन्ड और शेयरों को भी पीछे छोड़ देता है।

लिक्विडिटी : जरूरत पड़ने पर आप सोने ETF में निवेश करने के क्या फ़ायदे हैं में निवेश को काफी आसानी से नकदी में बदल सकते हैं।

सह-संबंध की कमी : सोना स्टॉक और ETF में निवेश करने के क्या फ़ायदे हैं बॉन्ड जैसे अन्य एसेट क्लास से अलग प्रदर्शन करने के लिए जाना जाता है। जब वे नीचे जाते हैं, तो सोना ऊपर जा सकता है।

अन्य एसेट्स से कम सह-संबंध होने के कारण सोना एक उत्कृष्ट पोर्टफोलियो डाइवर्सिफायर के रूप में कार्य करता है, जो बाजार की प्रतिकूल परिस्थितियों के दौरान घाटा कम करता है। सोने का मूल्य भी महंगाई को मात देने के इसके गुणों में निहित है। आर्थिक मंदी के समय सरकारें असीमित धन छापने की अपनी शक्ति को बढ़ाती हैं। यदि अर्थव्यवस्था में अत्यधिक पैसा है, तो मुद्रास्फीति होती है, जिससे लोगों की जेब और संपत्ति में पैसे का मूल्य कम हो जाता है। वहीं, उस अवधि में सोने की कीमत बढ़ जाती है। यदि आपने सोने में निवेश करने के बारे में अपना मन बना लिया है, तो यहां पांच तरीके दिए गए हैं:

भौतिक सोने में निवेश

सोने के सिक्के, बार और गहने के रूप में भौतिक रूप से सोना खरीद सकते हैं। हालांकि, भारतीयों को सोने के गहने पसंद हैं, लेकिन खरीदारी से पहले जिन चीजों पर ध्यान देना चाहिए, वे हैं सुरक्षा, बीमा लागत और पुराने डिजाइन। मेकिंग चार्जेस, जो भारत में सोने की लागत का 6% से 25% तक है। दूसरी ओर, सोने के सिक्के, ज्वैलर्स, ई-कॉमर्स वेबसाइट्स, गैर-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियों और सरकार से खरीदे जा सकते हैं। भारत सरकार ने स्वदेशी मिंटेड कॉइन लॉन्च किए हैं, जिसमें एक तरफ अशोक चक्र और दूसरी तरफ महात्मा गांधी की छवि को उकेरा गया है।

पेपर गोल्ड में निवेश करने का सबसे अच्छा तरीका गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) खरीदना है। चूंकि, ईटीएफ में निवेश करने में उच्च प्रारंभिक खरीद, बीमा और यहां तक कि बिक्री की लागत शामिल नहीं होती, इसलिए यह बहुत अधिक कॉस्ट-इफेक्टिव है। ईटीएफ में निवेश करने के लिए लोगों को ऑनलाइन स्टॉक ब्रोकर और डीमैट खाते से ट्रेडिंग अकाउंट की आवश्यकता होती है। एक बार अकाउंट बनने के बाद केवल गोल्ड ईटीएफ चुनने और ब्रोकर के ट्रेडिंग पोर्टल से ऑर्डर देने की बात है।

जीएपी (गोल्ड एक्युमुलेशन प्लान) में निवेश

स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के गोल्ड रश प्लान के तहत मोबाइल वॉलेट्स जैसे गूगल पे, पेटीएम, फोनपे के जरिए भी सोना ऑनलाइन खरीदा जा सकता है। ‘डिजिटल गोल्ड’ खरीदने के ये विकल्प या तो एमएमटीसी-पीएएमपी या सेफगोल्ड या दोनों के सहयोग से दिए जाते हैं। डिजिटल गोल्ड को भौतिक सोने के रूप में भुनाया जा सकता है या विक्रेता को फिर से बेचा जा सकता है।

यह कागज के सोने में निवेश का दूसरा तरीका है। सरकार एसजीबी जारी करती है, जो हर कुछ महीनों में खास अंतराल के दौरान खरीदने के लिए उपलब्ध होते हैं और ये रीडम्प्शन पर टैक्स-फ्री हैं। भारत सरकार ने 5 नवंबर 2015 को गोल्ड मॉनेटाइजेशन स्कीम शुरू की है ताकि जनता को बैंक लॉकर्स में बेकार पड़े सोने पर ब्याज के तौर पर कमाई करने का रास्ता मिल सके।

गोल्ड फ्यूचर्स में निवेश

गोल्ड फ्यूचर्स में निवेश वास्तव में सोने की कीमत का अनुमान लगाया जाता है और इसमें निवेश का उद्देश्‍य मूल्य अस्थिरता से लाभ कमाना है। अगर सोना अपेक्षित दिशा में आगे बढ़ता है तो फ्यूचर्स मार्केट में कोई बहुत जल्दी पैसा कमा सकता है। लेकिन, यदि ऐसा नहीं हुआ तो वे बहुत कम समय में पैसा गंवा भी सकते हैं।

सोना किसी के निवेश की सुरक्षा, लिक्विडिटी और लाभ सुनिश्चित करता है। कोविड-19 के बीच वैश्विक उत्पादन वृद्धि में मंदी के कारण अनिश्चितता बढ़ रही है। अन्य एसेट क्लास में निवेशकों के विश्वास की कमी है। यह देखना मुश्किल नहीं है कि लोग कुछ और नहीं खरीद रहे बल्कि गोल्ड बग होते जा रहे हैं।

(लेखक एंजेल ब्रोकिंग लिमिटेड में नॉन-एग्री कमोडिटी एंड करेंसी के एवीपी-रिसर्च हैं। प्रकाशित विचार उनके निजी हैं।)

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